वित्‍त मंत्री 18 सितंबर को करेंगी एनपीएस वात्‍सल्‍य योजना का शुभारंभ
नई दिल्‍ली, 16 सितंबर (हि.स.)। केंद्रीय वित्त एवं कॉर्पोरेट मामलों की मंत्री निर्मला सीतारमण 18 सितंबर को राजधानी नई दिल्ली में एनपीएस वात्सल्य योजना का शुभारंभ करेंगी। इस योजना की शुरुआत केंद्रीय बजट 2024-25 में की गई घोषणा के अनुसार की जाएगी। इस शु
एनपीएस वात्सोल्यय योजना के लोगो का फोटो


नई दिल्‍ली, 16 सितंबर (हि.स.)। केंद्रीय वित्त एवं कॉर्पोरेट मामलों की मंत्री निर्मला सीतारमण 18 सितंबर को राजधानी नई दिल्ली में एनपीएस वात्सल्य योजना का शुभारंभ करेंगी। इस योजना की शुरुआत केंद्रीय बजट 2024-25 में की गई घोषणा के अनुसार की जाएगी। इस शुभारंभ कार्यक्रम में स्कूली बच्चे भी शामिल होंगे।

वित्‍त मंत्रालय ने सोमवार को जारी एक बयान में बताया कि केंद्रीय वित्त मंत्री एनपीएस वात्सल्य की सदस्यता लेने के लिए एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म की शुरुआत करेंगी। इस अवसर पर वित्‍त मंत्री इस योजना की विवरणिका जारी करेंगी और नए नाबालिग ग्राहकों को स्थायी सेवानिवृत्ति खाता संख्या (पीआरएएन) कार्ड भी वितरित करेंगी। मंत्रालय के मुताबिक राजधानी नई दिल्ली में इसके शुभारंभ के तहत एनपीएस वात्सल्य कार्यक्रम पूरे देश में करीबी 75 स्थानों पर एक साथ आयोजित किए जाएंगे। इसके साथ ही अन्य जगहों से वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से इस कार्यक्रम में शामिल होंगे और उस स्थान पर नए नाबालिग ग्राहकों को पीआरएएन सदस्यता भी वितरित की जाएगी।

ये नई पहल बच्चों के वित्तीय भविष्य को सुरक्षित करने के लिए शुरू की गई है, जो भारत की पेंशन प्रणाली में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह योजना पेंशन फंड विनियामक और विकास प्राधिकरण (पीएफआरडीए) के तहत चलाई जाएगी। एनपीएस वात्सल्य माता-पिता को पेंशन खाते में निवेश करके अपने बच्चों के भविष्य के लिए बचत करने के साथ दीर्घकालिक धन सुनिश्चित करने की अनुमति देगा। एनपीएस वात्सल्य लचीला योगदान और निवेश का विकल्प प्रदान करेगा, जिससे माता-पिता बच्चे के नाम पर सालाना 1,000 रुपये का निवेश कर सकते हैं, जिससे यह सभी आर्थिक पृष्ठभूमि वाले परिवारों के लिए सुलभ हो जाता है।

मंत्रालय ने कहा कि एनपीएस वात्सल्य की शुरुआत केंद्र सरकार की सभी के लिए दीर्घकालिक वित्तीय योजना और सुरक्षा को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। यह भारत की भावी पीढ़ियों को अधिक वित्तीय रूप से सुरक्षित और स्वतंत्र बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।

हिन्दुस्थान समाचार / प्रजेश शंकर