Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
गोरखपुर, 1 अगस्त (हि.स.)। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में वर्तमान शैक्षणिक सत्र से विद्यार्थियों को बीफार्मा तथा डीफार्मा में प्रवेश दिया जाएगा।
कुलपति प्रो पूनम टंडन ने बताया कि फार्मेसी काउंसिल आफ इंडिया ने विश्वविद्यालय के आवेदन को मंजूरी दे दी है। आवेदन करने से फल ही विश्वविद्यालय ने ‘इंस्टीट्यूट आफ फार्मेसी’ स्थापित कर दिया था तथा दोनों प्रोग्राम के सुचारू संचालन के लिए तैयारियां शुरू कर दी थी।
कुलपति ने कहा कि वर्तमान शैक्षणिक सत्र में बीफार्मा और डीफार्मा में 60-60 सीटों पर प्रवेश दिया जाएगा। ‘इंस्टिट्यूट ऑफ फार्मेसी’ के संचालन के लिए विश्वविद्यालय ने परिसर में जगह को पहले ही चयनित कर लिया था। इस नए रोजगारपरक पाठ्यक्रम का संचालन विश्वविद्यालय गेट के करीब मौजूद साइंस म्यूजियम भवन से किया जायेगा।
इसके साथ ही विश्वविद्यालय में फार्मेसी के जरूरत के मुताबिक प्रयोगशाला और अध्ययन कक्ष को तैयार करने का काम जोरों पर चल रहा है। प्रवेश के समय तक सभी कार्य पूरे कर लिए जाएंगे और विद्यार्थियों को बीफार्मा और डीफार्मा के अध्ययन के लिए जरूरी सारी सुविधाएं दी जायेगी।
कुलपति प्रो पूनम टंडन ने कहा कि फार्मेसी काउंसिल आफ इंडिया ने विश्वविद्यालय में वर्तमान शैक्षणिक सत्र से बीफार्मा तथा डीफार्मा पाठयक्रम शुरू करने के लिए अनुमोदन प्रदान कर दिया है। विश्वविद्यालय पूर्वांचल के विद्यार्थियों को कौशल विकास तथा रोजगारपरक शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। यह इसी दिशा में लिया गया कदम है। पूरे विश्व विद्यालय परिवार की ढेरों बधाई एवं शुभकामनाएं।”
हिन्दुस्थान समाचार / प्रिंस पाण्डेय / शरद चंद्र बाजपेयी / राजेश