उन्नत किस्मों व तकनीक में सहयोग करेंगे एचएयू व दक्षिण अफ्रीका की यूनिवर्सिटी : प्रो. बीआर कम्बोज
दक्षिण अफ्रीका के प्रतिनिधिमंडल ने किया एचएयू का दौरा हिसार, 29 जुलाई (हि.स.)। ​हिसार स्थित हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय एवं दक्षिण अफ्रीका की कवाजुलू यूनिवर्सिटी ने उन्नत किस्मों व तकनीकों में सहयोग का निर्णय लिया है। यह निर्णय हरियाणा कृषि विश्वविद्
कुलपति प्रो. बीआर कम्बोज दक्षिण अफ्रीका प्रतिनिधिमंडल के साथ बातचीत करते हुए।


दक्षिण अफ्रीका के प्रतिनिधिमंडल ने किया एचएयू का दौरा

हिसार, 29 जुलाई (हि.स.)। ​हिसार स्थित हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय एवं दक्षिण अफ्रीका की कवाजुलू यूनिवर्सिटी ने उन्नत किस्मों व तकनीकों में सहयोग का निर्णय लिया है। यह निर्णय हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के दौरे पर आए विशेष प्रतिनिधिमंडल की कुलपति प्रो. बीआर कम्बोज के साथ हुई बैठक के बाद लिया गया।

दक्षिण अफ्रीका से आए प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बीआर कम्बोज की अध्यक्षता में विभिन्न महत्वाकांक्षी विषयों पर बैठक की। विश्वविद्यालय के दो दिवसीय दौरे पर आए दक्षिण अफ्रीका के प्रतिनिधिमंडल में विश्वविद्यालय के मानविकी महाविद्यालय में अनुसंधान अधिष्ठाता प्रो. विवीयन ओजोंग, निदेशक प्रो. हसन काया, विज्ञान विभाग की शोध प्रबंधक डॉ. मायाश्री चिनसामी, दक्षिण अफ्रीका के नेल्सन मंडेला विश्वविद्यालय से सांइस मिशन के पूर्व मुख्य निदेशक प्रो. योनाह स्लेटी, मीडिया प्रतिनिधि तेज मोथीबे शामिल रहे।

कुलपति प्रो. बीआर कम्बोज ने बताया कि दोनों विश्वविद्यालय मोटे अनाज (मिलेटस) की खेती और प्रसंस्करण प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सहयोग करेंगे। पोषण सुरक्षा के दृष्टिगत उक्त फसलें दोनों देशों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इन फसलों को कम संसाधनों मेें भी उगाया जा सकता है। उन्होंने यह भी बताया कि मिलेटस के मूल्य संवर्धन से किसानों की आय में वृद्धि होगी और एचएयू में बाजरा उत्कृष्टता केंद्र यहां विकसित उत्पादों से किसानों, खासकर महिला किसानों को उद्यमी बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। उन्होंने कहा कि मक्का, गन्ना, आलू और बाजरा जैसी कई फसलें हैं जो भारत के साथ-साथ दक्षिण अफ्रीका में भी उगाई जाती हैं। इन फसलों के उत्पादन में बढ़ोतरी करने के लिए दोनों विश्वविद्यालयों के वैज्ञानिक आपसी तालमेल के साथ संयुक्त रूप से कार्य करेंगे। उन्होंने प्रतिनिधि मंडल के साथ अनुंसधान, ड्यूल डिग्री कार्यक्रम, छात्र व शिक्षक आदान प्रदान, प्रशिक्षण एवं शैक्षणिक गतिविधियों पर परस्पर सहयोग को लेकर चर्चा की।

अनुसंधान निदेशक एवं नोडल अधिकारी डॉ. एसके पाहुजा ने दक्षिण अफ्रीका के प्रतिनिधिमंडल का हकृवि में पहुंचने पर स्वागत किया। इस अवसर पर ओएसडी डॉ. अतुल ढींगड़ा, स्नातकोत्तर अधिष्ठाता डॉ. केडी शर्मा, अतिरिक्त अनुसंधान निदेशक डॉ. राजेश गेरा, परियोजना डायरेक्टर डॉ. सुरेन्द्र धनखड़, दीनदयाल उपाध्याय जैविक खेती उत्कृष्ठता केन्द्र के निदेशक डॉ. अनिल कुमार, कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. महाबीर सिंह व बागवानी विभाग, हरियाणा से हितेश अग्रवाल मौजूद रहे।

दक्षिण अफ्रीकी प्रतिनिधिमंडल ने विभिन्न स्थलों का किया दौरा

दक्षिण अफ्रीका के प्रतिनिधिमंडल ने पोषक अनाज अनुसंधान केन्द्र, गोकलपुरा (भिवानी), सामुदायिक विज्ञान महाविद्यालय के बाजरा उत्कृष्ठता केन्द्र, दीन दयाल उपाध्याय जैविक खेती उत्कृष्ठता केन्द्र तथा डॉ. मंगलसेन कृषि संग्रहालय का दौरा कर संबंधित संस्थानों से महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त की।

हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर / संजीव शर्मा