चारधाम यात्रा : देवभूमि की भव्यता और दिव्यता के कायल दिखे फिरंगी
- इटली और ऑस्ट्रेलिया से गंगा दर्शन को आये फिरंगियों ने सराहा यात्रा प्रबंधन - ऋषिकेश से गंगोत्री तक
चारधाम यात्रा : देवभूमि की भव्यता और दिव्यता के कायल दिखे फिरंगी


चारधाम यात्रा : देवभूमि की भव्यता और दिव्यता के कायल दिखे फिरंगी


चारधाम यात्रा : देवभूमि की भव्यता और दिव्यता के कायल दिखे फिरंगी


चारधाम यात्रा : देवभूमि की भव्यता और दिव्यता के कायल दिखे फिरंगी


- इटली और ऑस्ट्रेलिया से गंगा दर्शन को आये फिरंगियों ने सराहा यात्रा प्रबंधन

- ऋषिकेश से गंगोत्री तक सुरक्षित सड़क और बेहतर सुविधाओं की तारीफ की

- नेपाल और गुजरात से आये यात्री भी गंगा दर्शन के बाद दिखे गदगद

देहरादून, 12 मई (हि.स.)। देवभूमि की दिव्यता और भव्यता हमें बार बार खींच लाती है। यहां पहुंचकर जो सुकून और शांति मिलती है, उसको बयां नहीं कर सकते। ऋषिकेश से गंगोत्री तक जो सड़क और यात्रा सुविधाएं बढ़ी हैं, वह बेहतर हैं। हम गंगा के दर्शन को बारबार आना चाहते हैं। यह बातें चारधाम यात्रा पर गंगोत्री धाम पहुंचे इटली, आस्ट्रेलिया और नेपाल के श्रद्धालुओं ने देवभूमि उत्तराखंड की दिव्यता और भव्यता को लेकर कही।

इटली के एंड्रिया ने कहा कि वह 14 साल में तीसरी बार गंगोत्री धाम पहुंचे हैं। यहां जो सुकून एवं शांति मिलती है, वह बार बार यहां आने को विवश करती है। 14 सालों में ऋषिकेश से लेकर गंगोत्री धाम तक सड़क और चारधाम से जुड़ी सुविधाओं में बेहतर सुधार हुआ है। उन्होंने कहा कि गंगोत्री में गंगा के दिव्य दर्शन के साथ योग एवं योगियों के सानिध्य भी मिलता है। यहां इंफ्रास्ट्रक्चर में बड़ी इजाफा हुआ है।

इसी तरह आस्ट्रेलिया से आई एंडरेशा भी गंगोत्री धाम की दिव्यता की कायल दिखीं। उन्होंने कहा कि गंगा की सुंदरता और दिव्यता का अहसास मन को शांति और सुकून देता है। वह देवभूमि के दर्शन को हर बार आना चाहती है। उन्होंने चारधाम यात्रा व्यवस्थाओं की तारीफ की। कहा कि कठिन हालातों में भी धाम तक सुरक्षित सड़क एवं सुविधाएं जुटाना समर्पण का काम है।

कुछ ऐसा ही पड़ोसी नेपाल और गुजरात से पहुंची महिला श्रद्धालुओं ने भी देवभूमि की खूबसूरती की तारीफ की। उन्होंने कहा कि यात्रा के दौरान स्थानीय प्रशासन ने उनकी जो मदद की है, वह काबिलेतारीफ है। उन्होंने कहा कि गंगा दर्शन कर वह पुण्य के भागी बने हैं। यहां से गंगा जल का प्रसाद ले जाकर वह अपने देश और परिजनों को बाटेंगे। उन्होंने यहां आने और दर्शन करने तक की व्यवस्था की जमकर तारीफ की है। बहरहाल, देश ही नहीं बल्कि विदेशों से भी चारधाम यात्रा पर पहुंच रहे तीर्थयात्रियों ने न केवल देवभूमि की दिव्यता बल्कि चारधाम यात्रा व्यवस्थाओं की भी खुले मन से तारीफ कर रहे हैं। गंगोत्री यात्रा पर आए इन विदेशी श्रद्धालुओं के अलावा अन्य भी देवभूमि की दिव्यता के कायल दिख रहे हैं।

अबतक 75139 तीर्थयात्रियों ने किए श्रीकेदारनाथ के दर्शन

चारधाम यात्रा शुरू होने के साथ 10 मई से श्रीकेदारनाथ धाम के कपाट खुल गए हैं, तब से लेकर अब तक यात्रा कंट्रोल रूम रुद्रप्रयाग के अनुसार 75139 तीर्थयात्री बाबा केदार के दर्शन कर चुके हैं।

चारधाम यात्रा के लिए पंजीकरण 25 लाख पार

चारधाम यात्रा के लिए अब तक कुल 25 लाख 30 हजार 113 तीर्थयात्रियों ने पंजीकरण कराया है। यमुनोत्री के लिए 397232, गंगोत्री के लिए 452689, श्रीकेदारनाथ के लिए 858979 व श्रीबद्रीनाथ धाम के लिए 765950 तो हेमकुंड साहिब के लिए 55263 यात्री पंजीकरण कराए हैं।

एक छत के नीचे सभी सुविधा

ऋषिकेश स्थित पंजीकरण कार्यालय एवं ट्रांजिट कैम्प में तीर्थयात्रियों के लिए एक छत के नीचे सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं। यहां ऑफलाइन पंजीकरण व टोकन सुविधा, स्वास्थ्य जांच व अस्पताल, निशुल्क दवाएं मिल रही हैं। बैठने के लिए वातानुकूलित हॉल, कूलर, पंखों की सुविधा, मनोरंजन के लिए टीवी, यात्रियों के आराम करने के लिए डोरमेट्री, स्नान घर व शौचालयों, कैंटीन, शुद्ध व शीतल जल की व्यवस्था है।

हिन्दुस्थान समाचार/कमलेश्वर शरण /प्रभात