चुनाव से जुड़ी सामग्री की सुगम खरीददारी को 'जेम' से आसान बना रहा आयोग
नई दिल्ली, 01 मई (हि.स.)। भारत में लोकसभा चुनाव लोकतंत्र का एक महापर्व जैसा होता है। इसके लिए बहुत स
जेम चुनाव आयोग


नई दिल्ली, 01 मई (हि.स.)। भारत में लोकसभा चुनाव लोकतंत्र का एक महापर्व जैसा होता है। इसके लिए बहुत सारे संसाधनों की आवश्यकता पड़ती है। चुनाव आयोग भी बहुत पहले से ही इसकी तैयारियों में जुट जाता है। चुनाव आयोग न केवल चुनावी प्रक्रिया की योजना बनाता है और उसके लिए सुरक्षा व्यवस्था करता है बल्कि चुनाव के दौरान प्रयोग की जाने वाली सब तरह की सामग्री भी उपलब्ध कराना उसकी जिम्मेदारी होती है। यह सब सामग्री सुगमता से और उचित मूल्य पर अंतिम मतदान केन्द्र तक पहुंच जाए, इसके लिए चुनाव आयोग ने इस बार गवर्नमेंट ई मार्केटप्लेस (जेम) का उपयोग किया है, जो काफी कारगर साबित हो रहा है।

दरअसल चुनाव के दौरान ईवीएम मशीनों के साथ ही बहुत सारी सामग्री की आवश्यकता पड़ती है। मसलन वीवीपैट से निकलने वाली पर्ची हो या हाथ में लगाने वाली स्याही, या फिर मशीनों को पैक करने के लिए कपड़ की आवश्यकता हो या फिर सामान्य सा पेन ही ... यह सारी सामग्री बाजार से खरीदना, उसकी बिलिंग में झोल आदि बहुत समस्या आती है। इसके लिए विभिन्न राज्यों के चुनाव आयोगों के साथ परामर्श कर चुनाव आयोग ने उन उत्पादों और सेवाओं का एक समूह तैयार किया है, जो आमतौर पर ज़मीनी स्तर पर चुनावी गतिविधियों को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए आवश्यक होते हैं। इन सभी आवश्यकताओं को बिना किसी रुकावट के खरीददारी के लिए, गवर्नमेंट ई मार्केटप्लेस (जेम) ने वन-स्टॉप-शॉप के तहत समर्पित स्टोर तैयार किया है। इससे विभिन्न प्रदेशों के चुनाव आयोगों को सरकारी खरीददारी करने में समय और संसाधनों की महत्वपूर्ण बचत होती है।

जेम के मुख्य कार्यकारी अधिकारी पी.के. सिंह का कहना है कि यह स्टोर न केवल खरीददारों के बीच सभी आवश्यक वस्तुओं को एक प्लेटफार्म पर उपलब्ध कराने में सफल रहा है बल्कि उसे बहुत आसान बनाने का भी काम कर रहा है। भौगोलिक बाधाओं के बावजूद यह स्टोर प्रत्येक श्रेणी के तहत सूचीबद्ध देश भर के छोटे व्यवसायों को सभी सरकारी संस्थाओं से जोड़ने के अद्वितीय तरीके के रूप में कार्य कर रहा है।

जेम के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रकाश मीरानी का कहना है कि कई उत्पादों और विक्रेताओं के माध्यम से आवश्यक सामानों की खरीदारी को लेकर परेशान होने के बजाय, चुनाव अधिकारी अब आसानी से जेम पोर्टल पर चुनाव से संबंधित सभी उत्पादों और सेवाओं को खरीद सकते हैं, कीमतों की आसानी से तुलना कर सकते हैं और तेजी से निर्णय ले सकते हैं। इससे समय और संसाधनों की महत्वपूर्ण बचत होती है, जिसे चुनाव प्रबंधन के अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं में इस्तेमाल किया जा सकता है।

वर्तमान में जेम पोर्टल पर 12,000 से अधिक उत्पाद श्रेणियां और 320 से अधिक सेवा श्रेणियां मौजूद हैं। सरकारी एजेंसियों की ज़रूरतों को पूरा करने के लिए ठोस प्रयासों के तहत विशेष रूप से विभिन्न क्षेत्रों की अलग और विशिष्ट श्रेणियां तैयार की गई हैं। स्वास्थ्य से लेकर चुनावों तक जेम ने हितधारकों को आवश्यक उत्पादों और सेवाओं को आसानी से सूचीबद्ध करने और प्लेटफार्म पर उन्हें पाने और खरीद प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करने और प्रशासनिक बोझ को कम करने में सक्षम बनाया है।

हिन्दुस्थान समाचार/ सुशील/जितेन्द्र