भारतीय खेल प्रतिभाओं को बढ़ावा देने के उद्देश्य से बेंगलुरु में बनेगा एचएएल-साई हाई-परफॉरमेंस सेंटर
बेंगलुरु, 7 दिसंबर (हि.स.)। हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल), ने अपनी कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी (सीएसआर) पहल के तहत बेंगलुरु में एक अत्याधुनिक एचएएल-एसएआई उच्च प्रदर्शन केंद्र की स्थापना के लिए शुक्रवार को राष्ट्रीय खेल विकास निधि (एनएसडीएफ)
एचएएल ने एनएसडीएफ और साई के साथ समझौता ज्ञापन पर किया हस्ताक्षर


बेंगलुरु, 7 दिसंबर (हि.स.)। हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल), ने अपनी कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी (सीएसआर) पहल के तहत बेंगलुरु में एक अत्याधुनिक एचएएल-एसएआई उच्च प्रदर्शन केंद्र की स्थापना के लिए शुक्रवार को राष्ट्रीय खेल विकास निधि (एनएसडीएफ) और भारतीय खेल प्राधिकरण (एसएआई) के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।

इस सहयोगात्मक प्रयास का उद्देश्य भारत की खेल प्रतिभा को बढ़ाना है।

इस अवसर पर एचएएल के सीएमडी डीके सुनील, स्वतंत्र निदेशक दिव्या गुप्ता, एचएएल के निदेशक (एचआर) एबी प्रधान, टॉप्स के संयुक्त सीईओ कर्नल राकेश यादव, साई के क्षेत्रीय निदेशक विष्णु सुधाकरन, युवा मामले और खेल मंत्रालय (एमवाईएएस) के अवर सचिव कामखान सिंह और वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।

एचएएल भारतीय खेल प्राधिकरण के साथ साझेदारी में खेलों को विश्व स्तरीय सुविधाएं प्रदान करने और भारत के प्रतिभाशाली खिलाड़ियों के लिए एक मंच बनाने के लिए समर्थन दे रहा है। अपनी सीएसआर पहल के तहत, एचएएल ने अब साई, बेंगलुरु में एचएएल-साई हाई परफॉरमेंस सेंटर की स्थापना के लिए प्रतिबद्धता जताई है।

यह केंद्र एथलीटों के प्रदर्शन को बेहतर बनाने के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी का लाभ उठाएगा। इस केंद्र में एंथ्रोपोमेट्री, बायोमैकेनिक्स, एक्सरसाइज बायोकेमिस्ट्री, पोषण, खेल और व्यायाम, फिजियोलॉजी, मनोविज्ञान, स्ट्रेंथ और कंडीशनिंग, स्पोर्ट्स मेडिसिन, फिजियोथेरेपी आदि क्षेत्रों में सुविधाएं होंगी।

एचएएल हमेशा से ही देश में खेलों के विकास में सबसे आगे रहा है। सीएसआर के हिस्से के रूप में, एचएएल ने पहले ही भारतीय खेल प्राधिकरण के साथ कोरापुट (ओडिशा) में एचएएल-एसएआई खेल प्रशिक्षण केंद्र चलाने के लिए भागीदारी की है, ताकि आदिवासी युवाओं को तीरंदाजी, फुटबॉल और एथलेटिक्स में प्रशिक्षण दिया जा सके। कंपनी द्वारा उठाया गया एक और महत्वपूर्ण कदम युवा प्रतिभाओं की पहचान करने और उन्हें प्रशिक्षित करने के लिए फीफा मानक फुटबॉल मैदानों के साथ बेंगलुरु में फुटबॉल अकादमी की स्थापना करना है।

यह एचएएल-साई हाई-परफॉरमेंस सेंटर भारत की खेल क्षमता को उजागर करने की एचएएल की यात्रा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। इस अत्याधुनिक सुविधा के साथ, एथलीटों के पास ओलंपिक सहित अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सफल होने और राष्ट्रीय गौरव बढ़ाने के सर्वोत्तम अवसर होंगे।

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हिन्दुस्थान समाचार / सुनील दुबे