असम में बराक घाटी के होटल बांग्लादेशी नागरिकों को नहीं देंगे प्रवेश, हिंदुओं पर हमले को लेकर लिया फैसला
गुवाहाटी, 07 दिसंबर (हि.स.)। असम के बराक घाटी के होटलों ने घोषणा की है कि पड़ोसी देश में हिंदुओं पर हमले बंद होने तक किसी भी बांग्लादेशी नागरिक को होटल में नहीं रखेंगे। बराक घाटी में कछार, श्रीभूमि (पूर्व में करीमगंज) और हैलाकांदी समेत तीन जिले शामिल
असम में बराक घाटी के होटल बांग्लादेशी नागरिकों को नहीं देंगे प्रवेश, हिंदुओं पर हमले को लेकर लिया फैसला


गुवाहाटी, 07 दिसंबर (हि.स.)। असम के बराक घाटी के होटलों ने घोषणा की है कि पड़ोसी देश में हिंदुओं पर हमले बंद होने तक किसी भी बांग्लादेशी नागरिक को होटल में नहीं रखेंगे। बराक घाटी में कछार, श्रीभूमि (पूर्व में करीमगंज) और हैलाकांदी समेत तीन जिले शामिल हैं।

बराक घाटी होटल और रेस्तरां एसोसिएशन के अध्यक्ष बाबुल राय ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों की स्थिति चिंताजनक है। हम इसे किसी भी तरह से स्वीकार नहीं कर सकते। हमने तय किया है कि जब तक स्थिति में सुधार नहीं होता और हिंदुओं पर अत्याचार बंद नहीं हो जाते तब तक हम बराक घाटी के तीनों जिलों में बांग्लादेश के किसी भी नागरिक को नहीं रखेंगे। यह हमारा विरोध है। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश के लोगों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि देश में स्थिरता लौट आए। स्थिति में सुधार होने पर ही हम अपने फैसले पर पुनर्विचार कर सकते हैं।

कुछ दिन पहले श्रीभूमि जिला होटल एसोसिएशन ने बांग्लादेश में हिन्दुओं के उत्पीड़न की हालिया घटनाओं का हवाला देते हुए बांग्लादेशी नागरिकों को अपने होटलों में प्रवेश करने पर प्रतिबंधित लगा दिया था।

बांग्लादेश में हिन्दुओं पर अत्याचार और इस्कॉन के सदस्य चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी के खिलाफ बराक घाटी के तीनों जिलों में व्यापक विरोध प्रदर्शन हुए हैं।

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हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश