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नई दिल्ली, 30 दिसंबर (हि.स.)।
तेज शीतलहर की मार झेल रहे उत्तर भारत के कई राज्यों को आगामी 4 जनवरी से एक बार फिर बारिश का सामना करना पड़ सकता है। वहीं पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में बर्फबारी व बारिश की भविष्यवाणी करते हुए भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने मैदानी इलाकों में ठिठुरन बढ़ने की संभावना व्यक्त की है। मौसम विभाग का कहना है कि पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, दिल्ली व उत्तर प्रदेश को तेज शीतलहर के साथ घने कोहरे की मार के लिए भी तैयार रहना होगा। इन राज्यों के अलग-अलग हिस्सों में इस दौरान बहुत घना कोहरा होगा और दृश्यता घटकर 50 मीटर तक भी दर्ज की जा सकती है। सोमवार को कोहरे के कारण 15 ट्रेन देर से चलीं।
सोमवार को कश्मीर में न्यूनतम तापमान शून्य से 6 डिग्री नीचे दर्ज किया गया लेकिन कई इलाकों जैसे गुलमर्ग में न्यूनतम तापमान शून्य से 10 डिग्री, पहलगाम में 9.2 व सोनमर्ग में 9.9 डिग्री नीचे चला गया, जिससे लोगों को तीव्र ठंड का सामना करना पड़ा। कश्मीर घाटी इस समय ‘चिल्ला-कलां’ (सर्वाधिक ठंड की अवधि) की चपेट में है। इसे सर्दियों का सबसे कठिन समय माना जाता है, जो 21 दिसंबर से शुरू हुआ था। जम्मू क्षेत्र में भी कुछ जगहों पर न्यूनतम तापमान शून्य से 0.2 डिग्री तक चला गया।
मौसम विभाग ने हरियाणा व पंजाब के कई हिस्सों के लिए ‘गंभीर शीत दिवस’ की चेतावनी जारी की है। दोनों ही राज्यों में आगामी दो दिन के लिए ‘पीली चेतावनी’ जारी की गई है, साथ ही घने कोहरे की संभावना जताई गई है।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सोमवार को अधिकतम तापमान सामान्य से 5.4 कम 15.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि न्यूनतम तापमान में 3.5 डिग्री का इजाफा देखने को मिला। न्यूनतम तापमान यहां 10.3 दर्ज किया गया। पूसा, पालम व नजफगढ़ ऐसे इलाके रहे जहां अधिकतम तापमान सामान्य से 7 डिग्री कम दर्ज किया गया। राजधानी में चलने वाली 14-16 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से उत्तर-पश्चिमी हवाओं ने ठिठुरन को बढ़ा दिया। मौसम विभाग के अनुसार 31 दिसंबर को दिल्ली का न्यूनतम तापमान आठ डिग्री तक जा सकता है और घना कोहरा रहने की संभावना है।
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हिन्दुस्थान समाचार / विजयालक्ष्मी