समुत्कर्ष महाशिविर की तैयारी बैठक संपन्न
गुवाहाटी, 30 दिसंबर (हि.स.)। आगामी 29 से 31 जनवरी तक तीन दिवसीय भव्य समुत्कर्ष महाशिविर का आयोजन विद्या भारती पूर्वोत्तर क्षेत्र की पहल पर किया जाएगा। इस आयोजन की तैयारियां जोरों पर हैं। आज दोपहर 2 बजे सरुसजाई स्थित इंदिरा गांधी खेल परिसर के सभागार म
Image of the preparatory Meeting for Samutkarsha Mahashibir Held.


Image of the preparatory Meeting for Samutkarsha Mahashibir Held.


गुवाहाटी, 30 दिसंबर (हि.स.)। आगामी 29 से 31 जनवरी तक तीन दिवसीय भव्य समुत्कर्ष महाशिविर का आयोजन विद्या भारती पूर्वोत्तर क्षेत्र की पहल पर किया जाएगा। इस आयोजन की तैयारियां जोरों पर हैं। आज दोपहर 2 बजे सरुसजाई स्थित इंदिरा गांधी खेल परिसर के सभागार में एक महत्वपूर्ण तैयारी बैठक आयोजित की गई।

बैठक की अध्यक्षता समुत्कर्ष महाशिविर के आयोजन समिति के अध्यक्ष और भारतीय सेना के सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल राणा प्रताप कलिता ने की। इस दौरान विद्या भारती पूर्वोत्तर क्षेत्र के संगठन सचिव डॉ. पवन तिवारी ने समुत्कर्ष महाशिविर के उद्देश्यों को विस्तार से समझाया। पूर्वोत्तर क्षेत्र के सचिव डॉ. जगदींद्र राय चौधरी ने उपस्थित कार्यकर्ताओं के बीच कार्य विभाजन किया।

शिशु शिक्षा समिति, असम के संगठन सचिव, नीरव घेलानी ने कार्यकर्ताओं को अपने-अपने क्षेत्रों में योजनाबद्ध तरीके से कार्य करने के लिए प्रेरित किया। बैठक के दौरान समुत्कर्ष महाशिविर का लोगों और आधिकारिक वीडियो भी जारी किया गया।

शिशु शिक्षा समिति, असम के प्रचार प्रमुख मुकुटेश्वर गोस्वामी ने बताया कि इस महाशिविर में पूरे पूर्वोत्तर भारत के लगभग पांच हजार छात्र घोष वादन में भाग लेंगे। साथ ही इसमें प्रदर्शनी, शारीरिक प्रदर्शन, पंचपदी शिक्षा पद्धति, बाल मेला और कई अन्य रोचक गतिविधियां शामिल होंगी।

विशेष रूप से, 31 जनवरी को होने वाले समापन समारोह के लिए असम और अन्य सात राज्यों के राज्यपालों, मुख्यमंत्रियों, शिक्षा मंत्रियों और अन्य सरकारी अधिकारियों को आमंत्रित किया गया है। इस समापन समारोह में करीब 30 हजार दर्शकों के शामिल होने की संभावना है।

बैठक में असम प्रकाशन भारती के संपादक दीपांकर बोरा, शिशु शिक्षा समिति उत्तर असम प्रांत के अध्यक्ष कुलेंद्र कुमार भगवती, महासचिव जगन्नाथ राजवंशी, विद्या भारती के अन्य पदाधिकारियों और बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं की उपस्थिति रही।

हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश