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जयपुर, 3 दिसंबर (हि.स.)। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने आंगनबाड़ी केन्द्रों पर सुविधाओं का उन्नयन करते हुए पारदर्शिता एवं जवाबदेही के साथ केन्द्रों का संचालन करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अधिकारी महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य, पोषण एवं सशक्तीकरण की योजनाओं का लाभ प्रत्येक महिला, बच्चे और परिवार तक पहुंचाना सुनिश्चित करें ताकि कोई भी व्यक्ति योजनाओं से वंचित नहीं रहे। उन्होंने बजट घोषणाओं का समयबद्ध क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया।
मुख्यमंत्री शर्मा मंगलवार को मुख्यमंत्री कार्यालय में महिला एवं बाल विकास विभाग की समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश के कुछ क्षेत्रों विशेषकर जनजातीय में कुपोषण के समूल उन्मूलन के लिए हमें दीर्घ अवधि की कार्ययोजना पर कार्य करने की आवश्यकता है। इसी क्रम में आंगनबाड़ी केन्द्रों पर दिए जा रहे पोषण आहार की निरन्तर समीक्षा करते हुए आवश्यक सुधार किए जाए। उन्होंने विभाग के अधिकारियों को वार्षिक कैलेण्डर बनाकर आंगनबाड़ी केन्द्रों का सघन निरीक्षण करने और आवश्यक व्यवस्थाएं दुरूस्त करने के लिए निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने आंगनबाड़ी केन्द्रों पर पारदर्शिता एवं जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगवाने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने शिक्षा सेतु योजना की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को ड्रॉप आउट बालिकाओं एवं महिलाओं को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने वाले व्यक्तियों एवं संस्थाओं को प्रोत्साहित एवं पुरस्कृत करने के निर्देश दिए।
लाडो प्रोत्साहन योजना से मिल रहा बालिकाओं को संबल
मुख्यमंत्री ने कहा कि बालिकाओं को समुचित शिक्षा और सम्बल प्रदान करने के लिए ‘लाडो प्रोत्साहन योजना’ अहम है, जिसके तहत हमारी सरकार बेटी के जन्म से लेकर स्नातक शिक्षा पूरी करने तक एक लाख रुपये की राशि दे रही है। राज्य सरकार शीघ्र ही इसके अन्तर्गत 1 साथ 1 लाख लाभार्थियों के खातों में प्रति लाभार्थी 2500 रुपये की किस्त हस्तांतरित करेगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार जल्द ही ‘प्रधानमंत्री मातृ वंदन योजना’ के अन्तर्गत एक साथ लगभग 70 हजार लाभार्थियों को बढ़ी हुई 1500 रुपये की अतिरिक्त राशि देने जा रही है।
आंगनबाड़ी के बच्चों को सप्ताह में मिलेगा 3 दिन दूध
शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री अमृत आहार (आंगनबाड़ी दुग्ध वितरण योजना) योजना का भी शीघ्र शुभारंभ किया जाएगा। इसके अन्तर्गत आंगनबाड़ी केन्द्रों पर बच्चों पर सप्ताह में तीन दिन दूध उपलब्ध करवाया जाएगा। इसके लिए राज्य सरकार 200 करोड़ रूपये व्यय करेगी। साथ ही, उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रत्येक ब्लॉक में एक मॉडल आंगनबाड़ी केन्द्र का भी शीघ्र शुभारंभ करेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार पंडित दीनदयाल उपाध्याय के एकात्म मानववाद एवं अन्त्योदय की परिकल्पना को साकार करने के लिए नीति एवं कार्यक्रमों के माध्यमों से प्रभावी कदम उठा रही है। महिला एवं बच्चे समाज के प्रमुख अंग है, जिनके उत्थान के लिए हम कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।
बैठक में उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी, महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री डॉ. मंजू बाघमार, मुख्य सचिव सुधांश पंत, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त मुख्य सचिव शिखर अग्रवाल एवं प्रमुख सचिव आलोक गुप्ता, शासन सचिव महिला एवं बाल विकास महेन्द्र सोनी सहित विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
हिन्दुस्थान समाचार / ईश्वर