हरिद्वार में हाेगा अंतरराष्ट्रीय साहित्य महोत्सव का आगाज, जुटेंगे देश-विदेश के साहित्यकार, जमाएंगे रंग 
- चार से छह दिसंबर तक चलेगा महाेत्सव, शिवायन सहित एक दर्जन पुस्तकों का हाेगा लोकार्पण - सनातन धर्मरक्षार्थ प्राचीन वेद ग्रंथों को सरल व सहज काव्य रूप में जन-जन तक पहुंचाएगा शिवायन - राष्ट्रचेतना-भारतीय सभ्यता, साहित्य, संस्कृति और संस्कारों के पु
हिन्दुस्थान समाचार।


- चार से छह दिसंबर तक चलेगा महाेत्सव, शिवायन सहित एक दर्जन पुस्तकों का हाेगा लोकार्पण

- सनातन धर्मरक्षार्थ प्राचीन वेद ग्रंथों को सरल व सहज काव्य रूप में जन-जन तक पहुंचाएगा शिवायन

- राष्ट्रचेतना-भारतीय सभ्यता, साहित्य, संस्कृति और संस्कारों के पुनरुत्थान के लिए कृतसंकल्पित है साहित्योदय

हरिद्वार, 03 दिसंबर (हि.स.)। अंतरराष्ट्रीय साहित्य कला संस्कृति न्यास साहित्योदय के बैनर तले तीन दिवसीय शिवायन अंतरराष्ट्रीय साहित्य महोत्सव चार दिसंबर से शुरू होगा। छह दिसंबर तक चलने वाले इस साहित्य महोत्सव में देश-विदेश के सैकड़ों साहित्यकार और कलाकार शामिल होंगे। कार्यक्रम का उद्घाटन नगर विधायक मदन कौशिक करेंगे। जबकि बतौर मुख्य अतिथि शाकम्भरी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. हृदय शंकर सिंह उपस्थित रहेंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रख्यात साहित्यकार डॉ. बुद्धिनाथ मिश्र और आचार्य देवेंद्र कुमार देव करेंगे। इसके अलावा कई अन्य गणमान्य अतिथियों के आने की संभावना है। कार्यक्रम में शिवायन सहित एक दर्जन पुस्तकों का लोकार्पण किया जाएगा।

मुख्य आयोजक साहित्योदय के संस्थापक अध्यक्ष पंकज प्रियम ने मंगलवार काे प्रेस क्लब में मीडिया काे बताया कि कार्यक्रम में शिवायन महाकाव्य, सत्य साधना, गङ्गा, महक माटी की, लफ्ज मुसाफिर, अंगूठे की मौत, कथामाल्य, मन के अंगना में, दोहा दर्पण समेत कई पुस्तकों का विमोचन होगा। काव्याभिषेक में प्रख्यात कवि अजय अंजाम, बेबाक जौनपुरी, वीणा शर्मा सागर, सुनील साहिल समेत सैकड़ों लब्धप्रतिष्ठ साहित्यकार काव्यपाठ करेंगे।

उन्होंने बताया कि राष्ट्रचेतना, भारतीय सभ्यता, साहित्य, संस्कृति और संस्कारों के पुनरुत्थान के लिए साहित्योदय अपनी स्थापना काल से ही कृतसंकल्पित है। सनातन धर्मरक्षार्थ प्राचीन वेद ग्रंथों को सरल-सहज काव्य रूप में जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से बाबा बैद्यनाथ धाम में काव्याभिषेक, अयोध्या में जन रामायण, वृंदावन में कृष्णायण के पश्चात अब हरिद्वार में शिवायन महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। जन रामायण और कृष्णायण की भांति शिवायन भी स्वयं में अद्भुत और अनूठा महाकाव्य ग्रंथ बनकर तैयार हुआ है, जिसमें देश-विदेश के 151 रचनाकारों ने शिव महापुराण के विभिन्न प्रसंगों पर मौलिक काव्यसृजन किया है। शिवायन दो खंडों में प्रकाशित हो रही है। शिवायन सहित सारी पुस्तकें अमेजन, फ्लिपकार्ट समेत तमाम ऑनलाइन प्लेटफार्म पर उपलब्ध रहेंगी।

साहित्योदय नवोदित साहित्य प्रतिभाओं को दे रहा वैश्विक मंच

मीडिया प्रभारी दर्द गढ़वाली ने बताया कि साहित्योदय नवोदित साहित्य प्रतिभाओं को वैश्विक मंच देने का काम कर रहा है और अब तक तीन हजार से अधिक लोगों को मंच प्रदान किया जा चुका है। दो हजार से अधिक ऑनलाइन आयोजन और दो दर्जन से अधिक पुस्तकों का प्रकाशन हो चुका है। पत्रकार वार्ता में संस्था की प्रदेश अध्यक्ष शोभा पाराशर, कोषाध्यक्ष निशा अतुल्य, सुनील पाराशर मौजूद थे।

हिन्दुस्थान समाचार / डॉ.रजनीकांत शुक्ला