Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
कोलकाता, 29 दिसंबर (हि. स.)। नदिया जिले के सीमावर्ती इलाकों में फसल चोरी की घटनाएं बढ़ रही हैं। ताजा मामला तेहट थाना क्षेत्र के साहापुर इलाके का है, जहां भारतीय सीमा के अंदर से फसलों की कटाई कर उन्हें चुराने का आरोप बांग्लादेशी लुटेरों पर लगाया गया है।
किसानों का कहना है कि कई दिनों से रात के अंधेरे में उनकी फसलों को काटकर चोरी किया जा रहा है।
स्थानीय किसानों ने बताया कि गेहूं, सरसों और अन्य फसलों को लुटेरे रात में काटकर ले जा रहे हैं। दिन के उजाले में भी सीमावर्ती खेतों से फसल चोरी की घटनाएं हो रही हैं। सीमा पर कड़ी निगरानी और तारबंदी के बावजूद फसल चोरी को रोकने में असफलता किसानों के लिए बड़ी समस्या बन गई है।
किसानों ने बताया कि अब खेतों में काम करने के लिए भी उन्हें सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) को पहचान पत्र जमा करना पड़ता है और तय समय सीमा में वापस लौटना अनिवार्य होता है। बार-बार सीमा क्षेत्र में जाने की अनुमति नहीं दी जाती, जिसके चलते फसलों की निगरानी करना मुश्किल हो गया है।
--------
बीएसएफ की कड़ी कार्रवाई की मांग
किसानों ने बीएसएफ से जल्द से जल्द ठोस कदम उठाने की अपील की है। उनका कहना है कि यदि फसल चोरी पर लगाम नहीं लगाई गई तो उन्हें भारी आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ेगा। कई सीमावर्ती इलाकों में कंटीले तारों की बाड़ नहीं होने के कारण घुसपैठ और फसल चोरी जैसी घटनाओं का खतरा और बढ़ गया है।
बीएसएफ अधिकारियों ने बताया कि सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। नाइट विजन कैमरे और आधुनिक तकनीक का उपयोग करके निगरानी तेज की जा रही है। नदिया के साहापुर समेत अन्य प्रभावित इलाकों में नो मैन्स लैंड में काम करने वाले किसानों की 100 प्रतिशत सुरक्षा सुनिश्चित करने का प्रयास किया जा रहा है।
--------
बीएसएफ और बीजीबी के बीच बैठक की तैयारी
बीएसएफ ने बताया कि इस मुद्दे पर बांग्लादेश बॉर्डर गार्ड (बीजीबी) के साथ फ्लैग मीटिंग कर उचित कार्रवाई की जाएगी। अधिकारियों का कहना है कि सीमावर्ती सुरक्षा को और मजबूत किया जा रहा है ताकि इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।
हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर