नौ जिलों और तीन संभागों को खत्म करने के फैसले के विरोध में राजस्थान कांग्रेस करेगी आंदोलन
जयपुर, 28 दिसंबर (हि.स.)। भजनलाल सरकार द्वारा नौ जिलों और तीन संभागों को खत्म करने के फैसले के बाद राजस्थान का राजनीतिक माहौल गरमा गया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने इस निर्णय को अलोकतांत्रिक, विवेकहीन और जनता के हितों पर कुठाराघा
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जयपुर, 28 दिसंबर (हि.स.)। भजनलाल सरकार द्वारा नौ जिलों और तीन संभागों को खत्म करने के फैसले के बाद राजस्थान का राजनीतिक माहौल गरमा गया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने इस निर्णय को अलोकतांत्रिक, विवेकहीन और जनता के हितों पर कुठाराघात बताया है। डोटासरा ने कहा कि यह निर्णय पर्ची पर लिया गया है और भाजपा सरकार ने जनता की उम्मीदों को एक झटके में खत्म कर दिया है।

डोटासरा ने कहा कि जब देश और दुनिया भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को भावभीनी विदाई दे रही है, ऐसे समय में भाजपा सरकार ने इस जन विरोधी निर्णय को लागू कर दिया। उन्होंने इसे अनैतिक और असंवेदनशील करार दिया।

डोटासरा ने शनिवार काे पत्रकार वार्ता कर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के इस निर्णय को जन विरोधी बताते हुए कहा कि कांग्रेस और आम जनता इसके खिलाफ आंदोलन करेगी और जरूरत पड़ी तो कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया जाएगा।

आगामी विधानसभा सत्र में इस जनविरोधी निर्णय के विरूद्ध भाजपा सरकार को

घेरने का कार्य किया जाएगा तथा कांग्रेस पार्टी सड़क से लेकर सदन तक जिलों

एवं संभागों को निरस्त करने के निर्णय के विरूद्ध जन आंदोलन करेगी।

पत्रकारों से बातचीत में डोटासरा ने कहा कि डबल इंजन सरकार ने ऐसा जन विरोधी निर्णय किया है जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती। बारह महीनों में भाजपा सरकार ने कोई बड़ा निर्णय नहीं किया, केवल कांग्रेस सरकार को गाली देने का काम किया है।

डोटासरा ने घोषणा की कि कांग्रेस इस निर्णय के खिलाफ जन आंदोलन करेगी। भाजपा सरकार ने जनगणना के बीच और अदालत की छुट्टियों के दौरान यह निर्णय किया ताकि लोग इसके खिलाफ कोर्ट में याचिका न दायर कर सकें। कांग्रेस इस निर्णय को वापस लेने के लिए हर संभव प्रयास करेगी। उन्होंने कहा कि यह फैसला जनता के हितों के खिलाफ है और कांग्रेस इसे बर्दाश्त नहीं करेगी।

अगले वर्ष जनगणना प्रारम्भ होनी है, केवल 31 दिसम्बर तक जिलों की सीमाओं के सीमांकन की छूट प्रदेश सरकार को मिली थी और न्यायालय में शीतकालीन अवकाश चल रहा है, इसलिए आनन-फानन में प्रदेश सरकार ने यह निर्णय किया है ताकि कोई कोर्ट में जाकर जनहित याचिका नहीं लगा सके और एक जनवरी 2025 से सीमांकन पर प्रशासनिक रोक लग जाएगी। जिलों एवं संभागों को समाप्त करने जैसा गलत निर्णय आज तक प्रदेश में किसी सरकार ने नहीं लिया है। कांग्रेस पार्टी जनता के साथ कंधे से कंधा मिलाकर इस अलोकतांत्रिक, विवेकहीन, पर्ची से लिए गए निर्णय के खिलाफ जन-आंदोलन चलाएगी और आवश्यकता हुई तो न्यायालय की शरण भी ली जाएगी।

उन्हाेंने कहा कि एक जनवरी तक राजकीय शोक है उसके बाद कांग्रेस पार्टी प्रदेश में जनता के साथ कंधे से कंधा मिलाकर भाजपा सरकार के विरूद्ध जन-आंदोलन खड़ा करेगी। भाजपा की सरकार को इस निर्णय को बदलने के लिए मजबूर किया जाएगा।

नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि भाजपा नेता आज कह रहे हैं कि जिले छोटे हैं किन्तु छोटे जिले बनने से आमजन को सहूलियत मिलती है और त्वरित न्याय मिलता है, योजनाओं की मॉनिटरिंग अच्छे से होती है। इस पर भाजपा सरकार ने कोई ध्यान नहीं दिया केवल राजनीतिक द्वेषता के कारण जिले समाप्त करने का जनविरोधी निर्णय किया। प्रदेश में भौगोलिक दृष्टि के अनुसार पांच-सात नए जिले गठित किए जा सकते है। उन्होंने कहा कि आगामी विधानसभा सत्र में इस जनविरोधी निर्णय के विरूद्ध भाजपा सरकार को घेरने का कार्य किया जाएगा तथा कांग्रेस पार्टी सड़क से लेकर सदन तक जिलों एवं संभागों को निरस्त करने के निर्णय के विरूद्ध जन-आंदोलन करेगी।

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हिन्दुस्थान समाचार / रोहित