भोपाल समेत मध्य प्रदेश में कई जिलों में हुई बारिश, कई जगह गिरे ओले
- रविवार को जबलपुर-रीवा समेत कई जिलों में बारिश-ओलावृष्टि का अलर्ट भोपाल, 28 दिसंबर (हि.स.)। मध्य प्रदेश में बीते दो दिन से मौसम का मिजाज बिगड़ा हुआ है। प्रदेश के अधिकतर जिलों में शुक्रवार के बाद लगातार दूसरे शनिवार को भी भोपाल, इंदौर, जबलपुर, सागर,
जबलपुर में हुई बारिश की तस्वीर


- रविवार को जबलपुर-रीवा समेत कई जिलों में बारिश-ओलावृष्टि का अलर्ट

भोपाल, 28 दिसंबर (हि.स.)। मध्य प्रदेश में बीते दो दिन से मौसम का मिजाज बिगड़ा हुआ है। प्रदेश के अधिकतर जिलों में शुक्रवार के बाद लगातार दूसरे शनिवार को भी भोपाल, इंदौर, जबलपुर, सागर, नर्मदापुरम और रीवा संभाग के कई जिलों में झमाझम बारिश हुई। मावठा की जोरदार बौछारें पड़ने से किसानों के चेहरे खिल उठे। इस दौरान कहीं-कहीं ओले भी गिरे, लेकिन उनकी वजह से विशेष नुकसान की आशंका नहीं है। बारिश के चलते जबलपुर, रीवा, रायसेन, खंडवा और उमरिया समेत कई शहरों की मंडियों में रखे अनाज भीग गए।

इधर, मौसम विभाग का कहना है कि रविवार को अधिकतर शहरों में कोहरा बना रहने के आसार हैं। जबलपुर, रीवा, शहडोल संभाग के जिलों में कई स्थानों पर एवं नर्मदापुरम संभाग के जिलों में कहीं-कहीं बारिश हो सकती है। भोपाल, इंदौर, उज्जैन, सागर, ग्वालियर, चंबल संभाग के जिलों में रात के तापमान में कुछ गिरावट होने की संभावना है। तीन जनवरी से एक नए पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में पहुंचने की संभावना है। इसका मध्य प्रदेश में भी असर दिखेगा।

शनिवार को रीवा में सबसे ज्यादा 9 घंटे में 4.2 इंच बारिश दर्ज की गई, जबकि उमरिया में 2.2 इंच, नर्मदापुरम में 1.7 इंच, बैतूल व जबलपुर में 1.2 इंच और नरसिंहपुर में 1.1 इंच पानी गिरा। इसके अलावा भोपाल, खजुराहो, नौगांव, रीवा, सतना, टीकमगढ़, दमोह, सीधी, खंडवा, पचमढ़ी, सागर, रायसेन, धार, इंदौर, मंडला में भी बारिश हुई। बरसात की वजह से दिन के तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई। प्रदेश में दिन का सबसे कम 19 डिग्री सेल्सियस तापमान रीवा में दर्ज किया गया।

भोपाल के मौसम विज्ञान केन्द्र से मिली जानकारी के मुताबिक, वर्तमान में एक प्रभावी पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पाकिस्तान एवं उससे लगे जम्मू-कश्मीर पर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में बना हुआ है। इससे एक द्रोणिका भी संबद्ध है। एक प्रेरित चक्रवात दक्षिणी हरियाणा पर सक्रिय है। गुजरात से लेकर पंजाब तक एक द्रोणिका बनी हुई है, जो दक्षिणी हरियाणा पर बने प्रेरित चक्रवात से होकर गुजर रही है। वरिष्ठ मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने बताया कि अलग-अलग स्थानों पर बनी इन मौसम प्रणालियों के असर से मध्य प्रदेश में पूर्वी एवं पश्चिमी हवाओं का सम्मिलन होने से शुक्रवार से प्रदेश के अधिकतर शहरों में बारिश का सिलसिला शुरू हुआ, जो रुक-रुककर शनिवार को भी बना रहा। रविवार को भी जबलपुर, रीवा, शहडोल संभाग के जिलों में कई स्थानों पर एवं नर्मदापुरम संभाग के जिलों में कहीं-कहीं बारिश होने के आसार हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर