आईआईएम जम्मू और यस बैंक ने जम्मू और कश्मीर में नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए साझेदारी की
जम्मू , 28 दिसंबर (हि.स.)। भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) जम्मू ने निदेशक प्रोफेसर बी.एस. सहाय के नेतृत्व में यस बैंक के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर करके एक रणनीतिक साझेदारी की है। इस सहयोग का उद्देश्य नवाचार और उद्यमिता के लिए एक जीवंत प
आईआईएम जम्मू और यस बैंक ने जम्मू और कश्मीर में नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए साझेदारी की


जम्मू , 28 दिसंबर (हि.स.)। भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) जम्मू ने निदेशक प्रोफेसर बी.एस. सहाय के नेतृत्व में यस बैंक के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर करके एक रणनीतिक साझेदारी की है। इस सहयोग का उद्देश्य नवाचार और उद्यमिता के लिए एक जीवंत पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देना है जिसमें कृषि व्यवसाय, आईटी/आईटीईएस, स्थिरता और शहरी प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों पर जोर दिया जाएगा।

दोनों संगठनों के प्रमुख प्रतिनिधियों की उपस्थिति में समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए यह समझौता आईआईएम जम्मू में इनक्यूबेट किए गए स्टार्टअप के लिए उद्यमशीलता गतिविधियों, ज्ञान के आदान-प्रदान और क्यूरेटेड बैंकिंग समाधानों को बढ़ावा देने पर केंद्रित है। साझेदारी संभावित उपयोग के मामलों और नवीन विचारों और प्रौद्योगिकियों के लिए बाजार संबंधों को मान्य करने में सहायता करके पारिस्थितिकी तंत्र से जुड़ने और पहुंच पर जोर देती है। इसमें नवाचार पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने के लिए पारस्परिक रूप से सहमत विषयों पर ज्ञान सत्रों का आयोजन भी शामिल है।

समझौता ज्ञापन में क्यूरेटेड बैंकिंग और डिजिटल उत्पाद पेशकशों की रूपरेखा भी दी गई है जिससे यस बैंक लेनदेन और डिजिटल बैंकिंग उत्पादों के साथ स्टार्टअप्स का मूल्यांकन और समर्थन करने, उनकी वित्तीय क्षमताओं को बढ़ाने और विकास को बढ़ावा देने में सक्षम होगा। यह साझेदारी जम्मू और कश्मीर में नवाचार को बढ़ावा देने और एक स्थायी उद्यमशीलता पारिस्थितिकी तंत्र बनाने के लिए एक संयुक्त प्रयास है।

हिन्दुस्थान समाचार / राहुल शर्मा