नेपाल में ब्रिटिश राजदूत ने जनकपुर के जानकी मंदिर में मिथिला परंपरा से मनाई वैवाहिक वर्षगांठ
काठमांडू, 28 दिसंबर (हि.स.)। नेपाल के काठमांडू में पदस्थ ब्रिटिश राजदूत रब फेन ने शनिवार को अपना वैवाहिक वर्षगांठ अपनी पत्नी के साथ जनकपुर के जानकी मंदिर में पूरे हिन्दू रीति-रिवाज के साथ मनाया। मंदिर परिसर में धार्मिक आयोजन के दौरान धोती-कुर्ता पहने
नेपाल में ब्रिटेन के राजदूत और उनकी पत्नी


काठमांडू, 28 दिसंबर (हि.स.)। नेपाल के काठमांडू में पदस्थ ब्रिटिश राजदूत रब फेन ने शनिवार को अपना वैवाहिक वर्षगांठ अपनी पत्नी के साथ जनकपुर के जानकी मंदिर में पूरे हिन्दू रीति-रिवाज के साथ मनाया। मंदिर परिसर में धार्मिक आयोजन के दौरान धोती-कुर्ता पहने हुए फेन पूरे धार्मिक परंपराओं का निर्वाह करते नजर आए। उनकी पत्नी लाल साड़ी पहने हुई थीं।

जानकी मंदिर पहुंचने पर मिथिला परंपरा के मुताबिक ब्रिटिश दंपति को विवाह के समय दूल्हे को पहनाया जाने वाला पाग और मउर पहनाया गया। फेन की पत्नी के साड़ी की पल्लू से उनका पीला शाल भी बांधा गया। जानकी मंदिर के पुजारी ने पूरे रीति-रिवाज और परंपरा के हिसाब से मंत्रोच्चार करते हुए विवाह के समय होने वाले सभी रश्मों को कराया। बाद में ब्रिटिश दंपति ने सात फेरे भी लगाए और जानकी मंदिर में विधिपूर्वक पूजा भी की।

ब्रिटिश राजदूत के इस वैवाहिक वर्षगांठ समारोह के अवसर पर मधेश प्रदेश सभा के स्पीकर रामचंद्र मंडल, प्रदेश के मंत्री रही रानी शर्मा, जनकपुर के मेयर मनोज साह सहित दर्जनों लोग उपस्थित रहे। इस समारोह के बाद ब्रिटिश राजदूत ने कहा कि ब्रिटेन में रहते हुए ही वो हिंदू धर्म के प्रति आकर्षित हुए। बाद में वे मंदिर भी जाने लगे और हिंदुओं के पर्व त्योहारों को अपने घर में परिवार और दोस्तों के साथ मनाते रहे। उन्होंने बताया कि यह उनका सौभाग्य है कि उनकी पोस्टिंग देवभूमि नेपाल में हुई। वो बराबर काठमांडू के पशुपतिनाथ मंदिर भी दर्शन करने जाते हैं।

ब्रिटिश राजदूत फेन पिछली बार छठ महापर्व के समय भी जनकपुर आए थे और उस दिन दोनों पति पत्नी ने उपवास रखा था। राजदूत की पत्नी ने बताया कि छठ पर्व में दिन भर उपवास रख कर शाम को तालाब में खड़े होकर सूर्य को अर्घ्य भी दिया था।

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हिन्दुस्थान समाचार / पंकज दास