Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
कोलकाता, 27 दिसंबर (हि. स.)। पश्चिम बंगाल के बहुचर्चित प्राथमिक शिक्षक भर्ती घोटाले में ईडी द्वारा 50 करोड़ रुपये की नकदी बरामदगी के बाद अर्पिता मुखर्जी ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) से सवाल किया है, मेरे घर में पैसा आया कहां से? अर्पिता के वकील ने अदालत में तर्क देते हुए कहा कि उनके मुवक्किल के खिलाफ कोई ठोस सबूत नहीं है।
ईडी ने प्राथमिक शिक्षक भर्ती घोटाले में 54 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है, जिसमें पश्चिम बंगाल के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी, अर्पिता मुखर्जी और तृणमूल विधायक मानिक भट्टाचार्य प्रमुख आरोपित हैं। इन आरोपितों में से 11 ने ईडी के मामले से राहत पाने के लिए अदालत में अर्जी दी है।
अर्पिता के वकील ने अदालत में कहा कि एफआईआर में अर्पिता का नाम नहीं है और सीबीआई की जांच में भी उनके खिलाफ कोई ठोस आरोप सामने नहीं आया है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि ईडी ढाई साल की जांच के बाद भी कोई प्रमाण नहीं जुटा पाई। वकील ने कहा कि मेरे मुवक्किल का नाम केवल पार्थ चटर्जी से संबंधों के आधार पर घसीटा गया। अर्पिता एक अभिनेत्री और इवेंट कंपनी की निदेशक हैं, और उनके पास आय के वैध स्रोत हैं।
-------
मानिक भट्टाचार्य का चैलेंज
तृणमूल विधायक मानिक भट्टाचार्य ने भी अदालत में ईडी की जांच पर सवाल उठाते हुए खुद ही अपनी पैरवी की। उन्होंने कहा कि यदि ईडी किसी एक व्यक्ति को पेश कर दे, जिसने नौकरी के बदले उन्हें पैसा दिया हो, तो वे फिर से जेल जाने को तैयार हैं। मानिक ने कहा कि ईडी ने केवल गवाहों के बयान और बिना आधार के दस्तावेजों के आधार पर उन्हें गिरफ्तार किया।
मानिक ने यह भी आरोप लगाया कि उनके बेटे और पत्नी के बैंक खातों को भी जब्त कर लिया गया, जबकि उनके खातों में 2016 के बाद से कोई लेनदेन नहीं हुआ। उन्होंने कहा, मेरे बेटे की नौकरी छिन गई, और मेरा पूरा जीवन तबाह हो गया। ईडी के पास मेरे खिलाफ कोई ठोस सबूत नहीं है।
------
ईडी पर साजिश का आरोप
अर्पिता और मानिक दोनों ने आरोप लगाया कि ईडी केवल आरोप लगाकर उन्हें जेल में डाल रही है। अर्पिता ने कहा कि ईडी को यह स्पष्ट करना चाहिए कि उनके घर में इतनी बड़ी रकम कहां से आई। वहीं, मानिक ने दावा किया कि उनके खिलाफ गवाह के बयान झूठे हैं और ईडी ने कोई ठोस जांच नहीं की।
अदालत में इस मामले की सुनवाई जारी है, और सभी आरोपितों ने ईडी के मामलों से राहत की मांग की है।
हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर