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- अगले 48 घंटों में 35 जिलों में बारिश और ओलावृष्टि का अलर्ट
भोपाल, 27 दिसंबर (हि.स.)। मध्य प्रदेश में बीते तीन दिनों से आसमान में बादल छाए रहने के कारण ठंड का असर तो कम हुआ है, लेकिन शुक्रवार को अचानक मौसम बिगड़ गया और इंदौर, उज्जैन, मंदसौर, रतलाम, बड़वानी सहित कई जिलों में बारिश हुई और कुछ स्थानों पर ओले भी गिरे। साथ ही प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में बादल छाए रहे। मौसम विभाग ने शनिवार को भी प्रदेश के अधिकतर जिलों में ओलावृष्टि और बिजली गिरने की चेतावनी जारी की है।
पश्चिम विक्षोभ की गतिविधियों के कारण बीते तीन दिनों से मध्य प्रदेश में मौसम का मिजाज बदला हुआ है। शुक्रवार को इंदौर, उज्जैन समेत प्रदेश के 10 से ज्यादा जिलों बारिश हुई और ओले गिरे। रतलाम, मंदसौर, नीमच, झाबुआ, आलीराजपुर, खरगोन, खंडवा, बड़वानी, बुरहानपुर, बैतूल जिले में भी बारिश हुई। रतलाम के मलवासा गांव और आसपास के क्षेत्र में तो छोटे-छोटे ओले भी गिरे हैं।
मंदसौर में करीब 20 मिनट तक तेज बारिश हुई, जिससे कृषि मंडी में रखी लहसुन समेत अन्य उपज भीग गई। बुरहानपुर के नेपानगर में तेज हवाओं के साथ बारिश हुई। इस दौरान एक पड़े गिर गया। उज्जैन के बड़नगर और रतलाम के आलोट में भी शाम को तेज बारिश के साथ ओले गिरे। इसके अलावा धार, मुरैना, श्योपुर, आगर-मालवा, इंदौर, भिंड, ग्वालियर, शिवपुरी, महेश्वर, शाजापुर, बैतूल, देवास, नर्मदापुरम, खंडवा आदि जिलों में भी गरज-चमक और आंधी चली।
भोपाल मौसम विज्ञान केन्द्र से मिली जानकारी के अनुसार, शनिवार को भोपाल, इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम संभाग के जिलों में गरज-चमक के साथ बारिश होने की संभावना है। इस दौरान कहीं-कहीं ओले भी गिर सकते हैं। रविवार के बाद मौसम साफ होने से एक बार फिर रात के तापमान में गिरावट दर्ज हो सकती है।
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि हवाओं के साथ लगातार आ रही नमी के कारण प्रदेश में बादल बने हुए हैं। इससे रात का तापमान बढ़ा हुआ है। शनिवार को भी बादल छाए रहेंगे। साथ ही ग्वालियर, चंबल, रीवा, सागर, जबलपुर, नर्मदापुरम संभाग के जिलों में गरज-चमक के साथ वर्षा होने की संभावना है। इस दौरान जबलपुर एवं नर्मदापुरम संभाग में कहीं-कहीं ओले भी गिर सकते हैं। सुबह के समय हल्के से मध्यम स्तर का कोहरा भी बना रह सकता है। सोमवार से बादल छंटने के कारण न्यूनतम तापमान में गिरावट भी हो सकती है। उधर, शुक्रवार को प्रदेश में रात का सबसे कम 11 डिग्री सेल्सियस तापमान मंडला में रिकार्ड किया गया।
मौसम विज्ञान केंद्र के मौसम विज्ञानी पीके रायकवार ने बताया कि वर्तमान में उत्तर-पश्चिम भारत के ऊपर जेट स्ट्रीम बना हुआ है। बंगाल की खाड़ी में हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बना हुआ है। एक शक्तिशाली पश्चिमी विक्षोभ पाकिस्तान के आसपास मौजूद है। दक्षिण-पश्चिम राजस्थान पर एक प्रेरित चक्रवात बना हुआ है। पंजाब से लेकर अरब सागर तक एक द्रोणिका बनी हुई है, जो राजस्थान पर बने प्रेरित चक्रवात से होकर गुजर रही है। अलग-अलग स्थानों पर बनी इन मौसम प्रणालियों के प्रभाव से हवाओं के साथ लगातार आ रही नमी के कारण प्रदेश के अधिकतर शहरों में बादल बने हुए हैं। साथ ही कहीं-कहीं वर्षा हो रही है।
उन्होंने बताया कि शनिवार को भी बादल छाए रहेंगे। साथ ही ग्वालियर, चंबल, रीवा, सागर, जबलपुर, नर्मदापुरम संभाग के जिलों में गरज-चमक के साथ वर्षा होने की संभावना है। इस दौरान जबलपुर एवं नर्मदापुरम संभाग में कहीं-कहीं तेज रफ्तार से हवाएं चलने के साथ ओलावृष्टि भी हो सकती है। सोमवार से मौसम साफ होने लगेगा। बादल छंटने पर एक बार फिर रात के तापमान में गिरावट होने के आसार हैं।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर