अजमेर जिले के काबरा ने रचा इतिहास
-इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स की सेंट्रल कौंसिल के सदस्य बने अजमेर, 27 दिसम्बर(हि.स)। सबसे कम उम्र में डब्ल्यूआईआरसी के पूर्व चेयरमैन सीए अर्पित काबरा ने प्रथम प्रयास में ही इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स की सेंट्रल कौंसिल के सदस्य का
अजमेर जिले के काबरा ने रचा इतिहास


-इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स की सेंट्रल कौंसिल के सदस्य बने

अजमेर, 27 दिसम्बर(हि.स)। सबसे कम उम्र में डब्ल्यूआईआरसी के पूर्व चेयरमैन सीए अर्पित काबरा ने प्रथम प्रयास में ही इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स की सेंट्रल कौंसिल के सदस्य का चुनाव में ऐतिहासिक विजय प्राप्त की है। इंस्टीट्यूट की स्थापना के बाद 75 वर्ष के इतिहास में अजमेर जिले के काबरा प्रथम व्यक्ति है जिन्होंने चुनाव में भारी मतों से जीत हासिल की है।

अर्पित काबरा ने महाराष्ट्र, गुजरात और गोवा क्षेत्र से इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट की सेंट्रल कौंसिल के चुनाव लड़ा था। इस क्षेत्र से निर्वाचित 12 सदस्यों में अर्पित काबरा भी शामिल हैं। देश में चार्टेड अकाउंटेंट के लिए पांच रीजन है। इन पांचों रीजन में कुल 32 सदस्य सेंट्रल कौंसिल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष का निर्वाचन करेंगे। निर्वाचित उपाध्यक्ष ही अगले वर्ष अध्यक्ष के पद पर आसीन होता है। इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट के अध्यक्ष एवं टीम का सीधा संवाद देश के वित्त मंत्री के साथ होता है।

देश की आर्थिक वित्तीय नीति निर्धारण करने में इस संस्था की महत्वपूर्ण भूमिका होती है।

सीए अर्पित काबरा स्व. दिलसुखराय काबरा के पौत्र एंव सीए जगदीश काबरा के पुत्र हैं जो मूलतय अजमेर जिले के श्रीनगर गांव के रहने वाले है। जिनके

उल्लेखनीय है कि फोरेंसिक ऑडिटिंग के क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर पर अर्पित काबरा का विशेष योगदान रहा है। अर्पित काबरा विदेशों में आयोजित सेमिनार में भी इस विषय पर व्याख्यान देते हैं। हाल जुलाई 2024 में ही फॉरेंसिक अंकेक्षण में योगदान के लिए ब्रिटिश संसद मे अर्पित काबरा को अंतर्राष्ट्रीय उत्कृष्टता पुरस्कार - 2024 एंव वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड से सम्मानित किया गया था।

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हिन्दुस्थान समाचार / संतोष