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धमतरी, 27 दिसंबर (हि.स.)। ठंड के मौसम में शुक्रवार सुबह नौ बजे तक कोहरा पूरी तरह से छंट नहीं पाया था। ऐसे में लोगों को आवाजाही करने में परेशानी हुई। कई वाहन चालक दिन के उजाले में भी लाइट जलाकर आते-जाते दिखे।
धमतरी जिले में सप्ताहभर से मौसम बदला हुआ है, इसके चलते लोगों की दिनचर्या प्रभावित हो रही है। कई दिनों तक आसमान में बादल छाए रहने से ठंड बढ़ी हुई है। शुक्रवार अलसुबह से वातावरण में घना कोहरा छाया रहा। मौसम खुलते ही एक बार फिर से ठंड बढ़ गई है। मौसम खुलने के बाद भी शहर में दिनभर ठंड का अहसास होता रहा। शुक्रवार को दिन का अधिकतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम 19 डिग्री सेल्सियस रहा है। अंचल में मौसम खुलने के बाद मौसम ठंडा हो चला है। कोहरा भी छाया हुआ है। रात होते-होते ठंड बढ़ जाती है। इन दिनों लोग दिन भर गर्म कपड़े पहने हुए देखे जा सकते हैं। ठंड से बचाव के लिए कुछ लोग अलाव के सामने डटे हुए हैं। मौसम विभाग के अनुसार ऐसा मौसम आने वाले दिनों तक बना रहेगा। चिकित्सकों ने लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है। सुबह के समय कोहरे के कारण लोगों ने काफी संभलकर वाहन चलाया, क्योंकि कोहरे के कारण 10 से 15 मीटर की दूरी पर कौन है, यह पता ही नहीं चल पा रहा था। उजाले में भी लोग अपने वाहनों की लाइट चालू कर आते- जाते दिखे। कोहरे का प्रभाव ज्यादा रहने से वाहनों के आवागमन में परेशानी होती है। कोहरे के कारण हमेशा दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। वाहन चालक तिलक साहू, चैतू निषाद, पवन साहू का कहना है कि कोहरा छाया रहने की स्थिति में हमेशा वाहन की लाइट को जलाकर ही वाहन चलाना चाहिए। ज्यादा घना काेहरा हो तो वाहन न चलाएं। मालूम हो कि धमतरी जिले में कोहरे के कारण पूर्व के वर्षाें में कई बड़ी दुर्घटनाएं हो चुकी हैं।
ऐसे बनता है कोहरा : गर्म हवा की अपेक्षा ठंडी हवा अधिक नमी लेने में सक्षम होती है और वाष्पन के द्वारा यह नमी ग्रहण करती है। ये वह बादल होता है जो भूमि के निकट बनता है। यानि एक बादल का वह भाग जो भूमि के ऊपर हवा में ठहरा हुआ हो, कोहरा नहीं होता बल्कि बादल का वह भाग जो ऊपरी भूमि के संपर्क में आता है, कोहरा कहलाता है।
हिन्दुस्थान समाचार / रोशन सिन्हा