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कई जिलों में बरसात से फायदा, कई जिले आए ओलावृष्टि की चपेट में
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार 29 के बाद शुष्क होगा मौसम
हिसार, 27 दिसंबर (हि.स.)। राज्य में शुक्रवार को रूक-रूक कर पूरा दिन बरसात
हुई। बरसात को देखकर किसानों के चेहरे खिले दिखाई दिए वहीं कई जिलों में हुई ओलावृष्टि
ने उनकी चिंता बढ़ा दी है। दिनभर चली बरसात के दौरान आम जनजीवन अस्त—व्यस्त हो गया और लोगों
को आने-जाने में परेशानी झेलनी पड़ी। इसी तरह बरसात के दौरान निचले क्षेत्रों में जनभराव
तक हो गया।
राज्यभर में शुक्रवार तड़के ही बरसात शुरू हुई जो रूक-रूक कर देर सायं तक जारी
रही। बताया जा रहा है कि प्रदेश के 11 जिलों में अच्छी बरसात हुई है। इनमें जींद, हिसार,
भिवानी, रोहतक, रेवाड़ी, महेंद्रगढ़, सिरसा, फतेहाबाद, झज्जर, पानीपत और सोनीपत शामिल
हैं। बरसात के अलावा हिसार, फतेहाबाद, सिरसा, भिवानी और कैथल में जमकर ओले गिरे हैं।
फतेहाबाद के मिनी सचिवालय के भीतर भी ओले गिरे। मौसम विभाग ने यमुनानगर, कुरूक्षेत्र,
अंबाला, पंचकूला में भी ओले गिरने की चेतावनी जारी की है। लगातार बारिश से सड़कों पर पानी जमा हो गया है। नारनौल में शनि मंदिर के पास
पूरा मोहल्ला ही पानी में डूब गया। करीब छह साल से बन रहे छलक नाले के कारण ये समस्या
पैदा हुई। करीब 20 घरों में पानी घुसा। बारिश के कारण ठिठुरन बढ़ गई है। मौसम विभाग
ने प्रदेश के 18 जिलों में ऑरेंज और 4 जिलों में यलो अलर्ट जारी किया है। कल भी इसी
तरह बारिश रहने के आसार हैं।
बारिश और तेज हवा के बीच ओलावृष्टि से रबी की फसलों को भारी नुकसान हुआ है।
खासकर सरसों की फसल को काफी नुकसान हुआ है। गेहूं की पौध को भी नुकसान पहुंचा है। सब्जियों
में आलू, मेथी, गोभी और टमाटर की फसल खराब हुई है। हिसार जिले के हांसी व नारनौंद क्षेत्र में ओले गिरे। इस दौरान पानी के साथ
ओलों की पूरी परत बहती दिखी। नारनौंद के लगभग एक दर्जन गांवों में ओलावृष्टि हुई है।
फतेहाबाद में लघु सचिवालय, धांगड़, बड़ोपल, सालम खेड़ा और भिरड़ाना में ओले गिरे हैं। फतेहाबाद
में धारनिया से ढांड की ओर जाने वाली सड़क पर जमकर ओलावृष्टि हुई।
भिवानी जिले के के
गिरावड़ गांव में शुक्रवार दोपहर को बारिश के साथ ओले गिरे हैं। मौसम विभाग के अनुसार
नारनौल में अब तक सबसे ज्यादा 24 एमएम बारिश दर्ज की गई है। नारनौल में बारिश के बाद
घरों में पानी भर गया। मार्केट में भी करीब डेढ़ से दो फीट पानी जमा हो गया। इसी तरह
जींद 15.2, हिसार में 16.2, रोहतक 7.8, भिवानी 5.3, सिरसा 3, गुरुग्राम 3.5, कुरुक्षेत्र
2.5, पानीपत 2 और सोनीपत में 8.5 एमएम बारिश हो चुकी है। इसी तरह सोनीपत, महेंद्रगढ़
और चरखी दादरी समेत अन्य जगहों पर भी बारिश रूक-रूक कर जारी है। सड़कों पर पानी भर गया है।
राज्य के भिवानी में हुई बारिश के बाद स्कूल के बच्चे दीवार फांदकर घर जाते
हुए दिखाई दिए। घटना बवानीखेड़ा के ढ़ाणी यादव स्थित राजकीय मॉडल संस्कृति प्राथमिक स्कूल
की है। यहां पर बारिश के कारण स्कूल के सामने स्थित गली में पानी जमा हो गया, जिसकी
वजह से बच्चे वहां से नहीं निकल पाए और उन्हें मजबूर होकर दीवार फांदकर जाना पड़ा।
-किसान सभा ने 40 हजार प्रति एकड़ मुआवजा मांगा-
अखिल भारतीय किसान सभा के हिसार जिला प्रधान और राज्य उपप्रधान शमशेर सिंह
नंबरदार ने बताया कि जहां-जहां ओले गिरे हैं, वहां फसलों को भारी नुकसान हुआ है। किसान
नेताओं ने बताया कि जहां भी ओला गिरता है वो फसल को नष्ट कर देता है। ऐसे में जमीन
गीली रहने से दोबारा बिजाई भी नहीं हो सकती। किसानों पर भारी मार पड़ी है। मेरी सरकार
से मांग है कि जहां ओलावृष्टि से फसल खराब हुई है, वहां 40 हजार रुपए प्रति एकड़ तक
मुआवजा दिया जाना चाहिए।
-बरसात के चलते खंभे में आए करंट की चपेट में आने से गाय की मौत-
बरसात के दौरान हांसी में नगर परिषद कार्यालय के समक्ष बिजली के खंभे के उपर
लगी नंगी तारों की वजह एक पेड़ में आए करंट की चपेट में आने से एक गाय की दर्दनाक मौत
हो गई। पेड़ में करंट होने की जानकारी मिलते ही लोगों ने बिजली निगम कार्यालय फोन कर
बिजली सप्लाई बंद करवाई लेकिन तब तक गाय की मौत हो चुकी थी। करंट लगने की वजह से गाय
की मौत होने की सूचना मिलने पर गो रक्षक दल के सदस्य मौके पर पहुंचे और गाय को वहां
से हटाया तथा लापरवाह बिजली कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग। गो रक्षक
व शहर वासियों ने बिजली निगम के अधिकारियों से पेड़ों के बीच गुजर रही बिजली की तारों
को हटाने तथा खुली व नंगी तारों पर टेप लगाने की मांग की है।
-दो दिन रहेगा मौसम में बदलाव : खीचड़-
हिसार स्थित हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में कृषि मौसम विज्ञान विभाग के अध्यक्ष
डॉ. मदन खीचड़ का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव के कारण हरियाणा के मौसम
में बदलाव रहेगा। 27 व 28 दिसंबर को प्रदेश में मौसम आमतौर पर परिवर्तनशील रहेगा। उत्तरी
और दक्षिण-पश्चिमी क्षेत्रों में कहीं-कहीं बूंदाबांदी की भी संभावना है। इसके बााद
29 दिसंबर से मौसम शुष्क रहेगा।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर