डॉ. अभिजीत जसरोटिया ने वीर बल दिवस पर गुरु गोबिंद सिंह जी के बेटों के सर्वाेच्च बलिदान पर प्रकाश डाला
जम्मू, 27 दिसंबर, हि.स.। वीर बल दिवस के समापन पर भाजपा पार्टी कार्यालय में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में वरिष्ठ नेता डॉ. अभिजीत जसरोटिया ने धर्म के नाम पर गुरु गोबिंद सिंह जी के चार बेटों साहिबजादों के अद्वितीय बलिदान पर जोर दिया। राष्ट्रीय दिवस के
डॉ. अभिजीत जसरोटिया ने वीर बल दिवस पर गुरु गोबिंद सिंह जी के बेटों के सर्वाेच्च बलिदान पर प्रकाश डाला


जम्मू, 27 दिसंबर, हि.स.। वीर बल दिवस के समापन पर भाजपा पार्टी कार्यालय में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में वरिष्ठ नेता डॉ. अभिजीत जसरोटिया ने धर्म के नाम पर गुरु गोबिंद सिंह जी के चार बेटों साहिबजादों के अद्वितीय बलिदान पर जोर दिया। राष्ट्रीय दिवस के रूप में मनाए जाने वाले इस सप्ताह में बाबा फतेह सिंह जी उम्र 6 वर्ष और बाबा जोरावर सिंह जी उम्र 9 वर्ष की असाधारण वीरता को श्रद्धांजलि दी गई जिन्हें मुगल शासक औरंगजेब के अधीन जबरन धर्म परिवर्तन से इनकार करने पर सरहिंद में जिंदा ईंटों से चिनवा दिया गया था।

डॉ. जसरोटिया ने इस बात पर प्रकाश डाला कि गुरु गोबिंद सिंह जी का बलिदान जिन्होंने मानवता और धार्मिकता के लिए अपने चारों बेटों को बलिदान कर दिया इतिहास में बेमिसाल है।

उन्होंने कहा कि ऐसा कोई दूसरा उदाहरण नहीं है जहां एक पिता दूसरों की गरिमा और आस्था को बनाए रखने के लिए अपने पूरे वंश का बलिदान कर देता है।

भाजपा प्रवक्ता एडवोकेट पूर्णिमा शर्मा ने कहा कि साहिबजादों की दादी माता गुजरी का योगदान भी समान रूप से सम्मान का पात्र है। उन्होंने कहा कि पत्नी, मां और दादी के रूप में उनका बलिदान धर्म के प्रति दृढ़ता और समर्पण का प्रतीक है।

गुरु तेग बहादुर और उनके पोतों के साथ उनकी विरासत औरंगजेब के अत्याचार के खिलाफ मजबूती से खड़ी है।

डॉ. जसरोटिया ने धर्म की रक्षा में सिख धर्म की अभिन्न भूमिका के बारे में भी विस्तार से बताया और यह भी कहा कि कैसे हिंदू परिवारों के सबसे बड़े बेटे अक्सर धार्मिकता की रक्षा के लिए अपनी प्रतिबद्धता के प्रतीक के रूप में सिख धर्म को समर्पित होते थे। सप्ताह भर चलने वाले इस उत्सव में देश भर में शैक्षिक और सांस्कृतिक पहल की गई। साहिबजादों की शहादत को याद करने वाले कार्यक्रमों में 15 लाख से अधिक स्कूलों, 97 लाख शिक्षकों, 26.44 करोड़ छात्रों और 44,000 कॉलेजों और विश्वविद्यालयों ने भाग लिया। दुनिया भर के 137 हवाई अड्डों, सात रेलवे स्टेशनों, 67 पेट्रोल पंपों और भारतीय दूतावासों में उनके साहस और बलिदान को प्रदर्शित करने वाली प्रदर्शनियाँ भी प्रदर्शित की गईं।

डॉ. अभिजीत जसरोटिया ने कहा कि भाजपा सरकार की यह पहल साहिबजादों के मानवता के लिए निस्वार्थता और बलिदान के संदेश का वैश्विक प्रसार सुनिश्चित करती है। वरिष्ठ नेता एच.एस. पम्मी और भाजपा अल्पसंख्यक उपाध्यक्ष एडवोकेट जसमीत कौर पांडे भी प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल हुए।

नेताओं ने आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा के स्रोत के रूप में साहिबजादों की विरासत को संरक्षित करने और बढ़ावा देने के लिए भाजपा की प्रतिबद्धता दोहराई। वीर बल दिवस जो अब विश्व स्तर पर मनाया जाता है साहिबजादों द्वारा दर्शाए गए साहस, विश्वास और निस्वार्थता के मूल्यों को प्रतिबिंबित करने का एक मंच बन गया है यह सुनिश्चित करता है कि उनका सर्वाेच्च बलिदान इतिहास के पन्नों में अंकित रहे।

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हिन्दुस्थान समाचार / राधा पंडिता