सड़क सुरक्षा सामूहिक जिम्मेदारी : मुख्यमंत्री भजनलाल
जयपुर, 26 दिसंबर (हि.स.)। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि सड़क सुरक्षा एक सामूहिक जिम्मेदारी है। इसमें सरकार, प्रशासन और जनता सभी का योगदान आवश्यक है। उन्होंने सभी विभागों को निर्देश दिए कि वे सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए मिशन मोड पर काम करें
सड़क सुरक्षा की समीक्षा बैठक


सड़क सुरक्षा की समीक्षा बैठक


जयपुर, 26 दिसंबर (हि.स.)। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि सड़क सुरक्षा एक सामूहिक जिम्मेदारी है। इसमें सरकार, प्रशासन और जनता सभी का योगदान आवश्यक है। उन्होंने सभी विभागों को निर्देश दिए कि वे सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए मिशन मोड पर काम करें। साथ ही कहा कि दुर्घटना संभावित स्थानों को चिह्नित कर उनका शीघ्र सुधार किया जाए तथा प्रदेशभर में चिह्नित ब्लैक स्पॉट्स को प्राथमिकता के आधार पर ठीक किया जाए।

भजनलाल शर्मा गुरुवार को मुख्यमंत्री निवास पर आयोजित सड़क सुरक्षा की समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जनवरी से सड़क सुरक्षा के प्रति लोगों में जागरुकता बढ़ाने के लिए विशेष अभियान चलाए जाएं। इसके अन्तर्गत स्कूलों, कॉलेजों और कार्यस्थलों पर जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएं। मुख्यमंत्री ने सड़क दुर्घटनाओं पर नियंत्रण एवं प्रभावितों की बेहतर देखरेख के लिए राज्य में 6 ई (एजुकेशन, इंजीनियरिंग, एनफोर्समेंट, इमरजेंसी केयर, इवेल्यूएशन, एन्गेजमेंट) आधारित रणनीति के तहत काम करने के निर्देश दिए।

भजनलाल ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि दुर्घटना संभावित क्षेत्रों में बैरिकेडिंग, साइन बोर्ड और स्पीड ब्रेकर सहित तमाम प्रबंध सुनिश्चित किया जाए, जिससे दुर्घटनाओं की रोकथाम की जा सके। उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं के रोकथाम के लिए आधुनिक तकनीक का उपयोग करते हुए सीसीटीवी स्थापित किए जाएं एवं स्पीड मॉनिटरिंग उपकरण व ऑटोमेटेड चालान प्रणाली लागू की जाए। उन्होंने कहा कि परिवहन विभाग यह सुनिश्चित करे कि बिना परमिट के वाहनों की सड़कों पर आवाजाही ना हो तथा उल्लंघन करने वालों पर सख्ती से कार्रवाई की जाए। साथ ही ट्रामा केयर सुदृढ़ीकरण करने, गैर मोटर चलित वाहनों पर रिफ्लेक्टिव टेप अभियान चलाने एवं जिलों में सड़क सुरक्षा समितियों के माध्यम से एंबुलेंसों की प्री-पोजिशनिंग के भी निर्देश दिए।

सड़कों की सुरक्षा व्यवस्था का मूल्यांकन समय-समय पर करें

मुख्यमंत्री ने सभी अवैध कट्स को बंद करने, सड़कों को अतिक्रमण मुक्त करने, मानकों के अनुरूप रोड फर्नीचर की सुनिश्चितता एवं उनका रख-रखाव करने, सड़कों पर आवारा जानवरों की रोकथाम करने, वाहनों की फिटनेस नियमानुसार सुनिश्चित करने, ओवरलोडिंग, ओवरहैंगिंग, ओवरक्राउडिंग आदि के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सुरक्षा व्यवस्था का मूल्यांकन समय-समय पर करें तथा सड़क दुर्घटनाओं का सही कारण जानकर उसका विश्लेषण भी करें ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।

शर्मा ने कहा कि ब्लैक स्पॉट को तुरंत सुधारने के लिए विशेष योजना बनाएं। इन कार्यों में गुणवत्ता का पूरा ध्यान रखा जाए। उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटना में जिम्मेदारी तय कर संबंधित विभाग सख्त कार्रवाई करें। साथ ही किसी भी स्थान पर सड़क निर्माण समयबद्ध नहीं हो रहा है तो कॉन्ट्रैक्टर के साथ विभाग की भी जिम्मेदारी सुनिश्चित हो। उन्होंने कहा कि परिवहन विभाग एवं पुलिस विभाग हाइवे पर पार्किंग की व्यवस्था सुनिश्चित करें तथा सड़क पर किसी भी वाहन की अवैध रूप से पार्किंग नहीं हो।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा सड़क सुरक्षा को लेकर समुचित प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि संभाग स्तरीय सड़क सुरक्षा टास्क फोर्स का गठन तथा इमरजेंसी रिस्पॉन्स सपोर्ट सिस्टम के अन्तर्गत समस्त आपातकालीन सेवाओं का एकीकरण भी किया गया है। उन्होंने निर्देश दिए कि सड़क सुरक्षा में कार्य करने वाले व्यक्ति एवं संस्थाओं को विशेष आयोजनों पर सम्मानित किया जाए, जिससे दुर्घटना में मदद करने वाले लोग प्रोत्साहित हो।

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हिन्दुस्थान समाचार / ईश्वर