मंडी के हटगढ़ सरस्वती विद्या मंदिर में जयराम ठाकुर ने मनाया वीर बाल दिवस
साहबजादों की कुर्बानी आने वाली पीढिय़ों को हमेशा प्रेरित करती रहेगी: जयराम ठाकुर
Jai ram thakur


मंडी, 26 दिसंबर (हि.स.)। पूर्व मुख्यमंत्री नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने आज मंडी में कहा कि गुरु गोविंद सिंह के साहबज़ाादों की कुर्बानी हमेशा आने वाली पीढिय़ों को प्रेरित करती रहेगी। उनकी कुर्बानी हमेशा यह संदेश देती रहेगी की किसी भी पाशविक बर्बरता से कोई मानवता और दृढ़ संकल्प को कभी भी नहीं हरा सकता। जिस समय मुगलिया बर्बरता के सामने न झुकते हुए दोनों साहबजादों ने अपनी कुर्बानी दी थी। उस समय उनकी उम्र मात्र 6 साल और 9 साल थी। मनुष्यता के इतिहास में अबोध बालकों के साथ इस तरीके की बर्बरता की मिसाल कहीं और नहीं मिलती है। धर्म परिवर्तन के नाम पर मासूम बच्चों को दीवारों में चुनवाने वाली बर्बरता के सामनेन झुकने वाला बलिदान भी दुनिया के इतिहास में बिरले ही देखने को मिलता है। खिलौनों से खेलने की उम्र में साहिबजादे 9 साल के जोरावर सिंह और 6 साल के फ तेह सिंह का अपने धर्म और संस्कृति की रक्षा के लिए दिए गए बलिदान के प्रति आज सारा देश कृतज्ञ हैं। साहबजादों द्वारा दिखाई गई राह हमारे भविष्य का पथ भी प्रशस्त करती रहेगी।

जयराम ठाकुर ने कहा कि मैं समूचे देश की तरफ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी धन्यवाद देना चाहता हूं कि उन्होंने साहबज़ाादों की शहादत के दिन को वीर बाल दिवस के रूप में मनाने का निश्चय किया। जिस देश के लोग जान सके की किस तरह की पाशविकता और बर्बरता निकल कर हम बाहर आए हैं और आज जो दिन हम देख रहे हैं उसके लिए हमारे पूर्वजों ने कितनी यातनाएं सही हैं और कितनी कुर्बानियां दी हैं। बलिदान की गाथा गुरु अर्जन देव के बलिदान से ही शुरू हुई थी। गुरु तेग बहादुर जी को डराने और धर्म परिवर्तन के लिए उनके सामने ही उनके भाई मतिदास जी को आरे से चीरा गया। मतिदास जी के बाद भाई दयाला जी को उबलते पानी में फेंक दिया गया और फिर भाई सतीदास जी को जिंदा जला दिया गया।

जयराम ठाकुर ने कहा कि गुरु तेग बहादुर फिर भी इस्लाम अपनाने को राजी नहीं हुए तो औरंगजेब के आदेश पर गुरुजी को चांदनी चौक लाया गया और तलवार से उनकी गर्दन को धड़ से अलग कर दिया गया फिर फरमान यह दिया गया कि कोई भी उनका अंतिम संस्कार नहीं करेगा। यातना का यह दौर बहुत लंबा और भयावह रहा है, इसलिए देश के लोगों को यह जानना चाहिए कि लोकतंत्र के क्या-क्या हुआ था इसलिए वीर बाल दिवस के माध्यम से देशवासियों को बताने की आवश्यकता है। यह बातें उन्होंने मंडी के नाचन विधानसभा क्षेत्र के हटगढ़ सरस्वती विद्या मंदिर में आयोजित कार्यक्रम के दौरान कहीं।

उन्होंने कार्यक्रम के अंत में विद्यालय के मेधावी छात्रों को भी सम्मानित किया। इस मौके पर उनके साथ नाचन के विधायक विनोद कुमार और मंडी के जिला अध्यक्ष निहाल चंद शर्मा एवं विधायक प्रबंधन समिति के साथ साथ भारी संख्या में छात्र, उनके परिजन उपस्थित रहे।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / मुरारी शर्मा