झज्जर : मोक्ष संस्था की सेवा में हुआ विस्तार, व्यवसायी ने दी एंबुलेंस और शव वाहन
557 शब्दों का सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर चुकी है संस्था
मोक्ष संस्था के पदाधिकारियों को एंबुलेंस और शव वाहन सौंपते राकेश जून।


झज्जर, 26 दिसंबर (हि.स.)। बहादुरगढ़ की मोक्ष समिति समाज सेवायों के सहयोग से अपनी सेवा को निरंतर चला रही है। अब एचएल सिटी निदेशक राकेश जून ने अपने दिवंगत पिता स्व. सुंदरलाल जून की याद में गुरुवार को मोक्ष समिति को एक शव वाहन और एक एंबुलेंस प्रदान की। उनके अनुसार इस एंबुलेंस के माध्यम से क्षेत्र के गरीब, असहाय, जरूरतमंद लोगों को नि:शुल्क चिकित्सकीय सुविधा मिलेगी। मोक्ष पदाधिकारियों ने दोनों वाहनों के लिए राकेश जून का आभार जताया।एचएल सिटी के निदेशक राकेश जून ने कहा कि उनके पिता के निधन के समय उन्होंने उनकी याद में मोक्ष संस्था को एक शव वाहन और एक एंबुलेंस देने का निश्चय किया था। आज ये दोनों वाहन मोक्ष संस्था को देकर उन्हें बेहद सुखद अनुभूति हो रही है। इसके साथ ही शहर के लोगों के लिए नि:शुल्क एंबुलेंस सेवा और शव वाहन की सुविधा मजबूत होगी। महासचिव रवींद्र राठी ने बताया कि 9 नवंबर 2011 से मोक्ष संस्था 557 लावारिस लाशों का रीति-रिवाज के साथ अंतिम संस्कार कर चुकी है। कोरोना के दौर में भी संस्था से जुड़े समाज सेवक लावारिस शवों का अंतिम संस्कार करने से नहीं हिचके और अपनी जान की परवाह न करके भी उन्होंने पूरे रीति रिवाज से ऐसे शवों की अंत्येष्टि की। संस्था के कार्यकर्ता लावारिस व्यक्तियों के अंतिम संस्कार के बाद उनकी अस्थियों को हरिद्वार जाकर पूर्ण सम्मान के साथ गंगा में प्रवाहित करते हैं। मानवीय रिश्तों को मजबूती और कमजोर को सहायता देने के लिए बनाई गई मोक्ष संस्था लगातार जनसेवा को समर्पित रही है। मोक्ष के प्रधान सुरेंद्र चुघ ने समाजसेवी राकेश जून का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि अस्पताल से घर और घर से शमशान घाट तक शव को लाने में लोगों को सुविधा होगी। घायलों को भी अस्पताल तक पहुंचाने से उनकी जिंदगी बचाने में मदद मिलेगी। इस मौके पर रणबीर जून, आनंद जून और अधिवक्ता रवींद्र कौशिक ने भी राकेश जून के सहयोग की मुक्तकंठ से सराहना की।

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हिन्दुस्थान समाचार / शील भारद्वाज