22 प्रस्तावों को मंजूरी देने के साथ संपन्न हुआ नगर निगम सदन
कानपुर, 26 दिसंबर (हि.स.)। नगर निगम के दो दिवसीय सदन में पहले दिन यानी बुधवार जहां पार्षदों के बीच जमकर धक्का मुक्की हुई तो वहीं दूसरे व अंतिम दिन गुरुवार को भाजपा पार्षद का अनोखा प्रदर्शन चर्चा का विषय बन गया। इन सबके बीच दूसरे दिन का सदन करीब साढ़े
नगर निगम सदन में बैठे पार्षद


कानपुर, 26 दिसंबर (हि.स.)। नगर निगम के दो दिवसीय सदन में पहले दिन यानी बुधवार जहां पार्षदों के बीच जमकर धक्का मुक्की हुई तो वहीं दूसरे व अंतिम दिन गुरुवार को भाजपा पार्षद का अनोखा प्रदर्शन चर्चा का विषय बन गया। इन सबके बीच दूसरे दिन का सदन करीब साढ़े तीन घण्टा चल सका सदन संपन्न होने की महापौर प्रमिला पाण्डेय ने घोषणा कर दी। हालांकि इससे पहले 22 प्रस्तावों को मंजूरी मिल गई जिसमें शहर के 700 पार्कों का जीर्णोद्धार होना शामिल है। इस दौरान महापौर ने यह भी जानकारी दी कि वह नए साल से रोजाना शहर के प्रत्येक वार्ड में जनसमस्याएं सुनेंगी।

साल 2024 का आखिरी नगर निगम का सदन गुरुवार को समाप्त हो गया। दो दिनों तक चले इस सदन में पहले दिन बुधवार काे जहां शुरुआत धक्का-मुक्की नोक-झोंक और हंगामे के साथ हुई ताे वहीं सदन के दूसरे दिन काफी हद तक शांति बनी रही। हालांकि इस दाैरान अशोक नगर वार्ड से भाजपा पार्षद पवन गुप्ता का अनाेखा प्रर्दशन सबको अचंभित कर रहा था। पार्षद जो कपड़े पहनकर आए हुए थे उसमें जो शब्द लिखे थे वह नगर निगम की पोल खोल रहे थे। लिखा था कानपुर नगर निगम होश में आओ, कानपुर की जनता को नामांतरण नामक अवैध वसूली से मुक्त कराया जाये। कर के नाम पर धोखा देवतुल्य जनता को राहत दो। दो साल का बढ़ाया हुआ गृह कर वापस लिया जाये, गृह कर के नाम पर हो रहे भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाया जाये। इस पर सभी पार्षदों ने भी पार्षद पवन गुप्ता का साथ देते हुए एक सुर में नगर निगम के अधिकारियों पर गुस्से का इजहार किया और हो हल्ला पर थोड़ी देर के लिए सदन को रोक दिया गया। वहीं महापौर ने पार्षद पवन गुप्ता को सदन से बाहर का रास्ता दिखा दिया, लेकिन तब तक सत्ता पक्ष के पार्षद का अनोखा प्रदर्शन नियम विरुद्ध बढ़े गृहकर की पोल खोल चुका था। अंत में महापौर प्रमिला पांडेय की अध्यक्षता में सदन से 22 प्रस्तावों को मंजूरी मिली और सदन का समापन हो गया। इन प्रस्तावों में शहर के सात सौ पार्कों का जीर्णोद्धार होना प्रमुख है।

सदन के समापन से पूर्व महापौर ने निर्देशित किया कि जो अधिकारी सदन से अनुपस्थित रहे उनको कारण बताओ नोटिस जारी किया जाये। इसके साथ ही एक दिन का वेतन भी काटा जाये। महापौर ने अधिकारियों सेकहा कि शहर में ऐसे तमाम नाले हैं जहां पर लोगों ने अवैध कब्जे कर पक्के मकान बनवा लिए है, उन्हें जल्द ही गिराया जाये। महापौर ने कहा कि गरीबी रेखा से नीचे आने वाले परिवारों से गार्बेज कलेक्शन (कूड़ा उठाने में लिया जाने वाला शुल्क) न लिया जाये। महापौर ने यह भी कहा कि शहवासियों तक मूलभूत सुविधाओं को पहुंचाने के लिए नए साल से प्रत्येक वार्ड में जनसमस्या कैम्प के जरिये समस्याओं को सम्बंधित विभागों को अवगत कराकर जल्द से जल्द निस्तारण कराएंगी।

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हिन्दुस्थान समाचार / Rohit Kashyap