दबाव को बेहतर तरीके से संभालने वाली टीम ही जीतेगी प्रो कबड्डी लीग का खिताब 
पुणे, 26 दिसंबर (हि.स.)। प्रो कबड्डी लीग सीजन 11 के प्लेऑफ की शुरुआत आज यानी 26 दिसंबर से पुणे में हो रही है। छह टीमें खिताबी मुकाबला करेंगी। हरियाणा स्टीलर्स और दबंग दिल्ली के.सी. ने पहले ही शीर्ष दो में जगह बनाकर सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली
राहुल चौधरी


पुणे, 26 दिसंबर (हि.स.)। प्रो कबड्डी लीग सीजन 11 के प्लेऑफ की शुरुआत आज यानी 26 दिसंबर से पुणे में हो रही है। छह टीमें खिताबी मुकाबला करेंगी। हरियाणा स्टीलर्स और दबंग दिल्ली के.सी. ने पहले ही शीर्ष दो में जगह बनाकर सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली है, जबकि यूपी योद्धास और जयपुर पिंक पैंथर्स एलिमिनेटर 1 में भिड़ेंगे, तथा पटना पाइरेट्स और यू मुंबा एलिमिनेटर 2 में भिड़ेंगे। दोनों एलिमिनेटर मुकाबले आज रात को खेले जाएंगे।

प्लेऑफ से पहले पूर्व पीकेएल चैंपियन राहुल चौधरी ने अब तक के सीजन पर अपने विचार साझा किए और बाकी सीजन से अपनी उम्मीदें भी बताईं। प्लेऑफ और इसमें जगह बनाने वाली छह टीमों पर उन्होंने कहा कि प्लेऑफ एक अद्भुत अनुभव है और नई टीमों को आते देखना शानदार है। सभी टीमें अच्छी हैं, लेकिन अगर हम पिछली विजेता पुनेरी पलटन की बात करें तो वे प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाईं। इसलिए, हमने सभी टीमों के लिए पूरे सीजन में कुछ उतार-चढ़ाव देखे हैं।

प्लेऑफ में कौन सी टीम सबसे मजबूत दिख रही है और कौन शीर्ष पर आ सकती है, इस पर पूर्व खिलाड़ी ने कहा, प्लेऑफ में सभी टीमें खतरनाक हैं। वे सभी इस सीजन में एक-दूसरे के खिलाफ खेल चुकी हैं। प्लेऑफ खेलों में हमेशा थोड़ा दबाव होता है और जो भी अपना संयम बनाए रखेगा, वह शीर्ष पर आएगा। जब आप लीग चरणों में खेल रहे होते हैं और अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो खिलाड़ी बिना किसी दबाव के खेलते हैं और गलतियों के बारे में ज्यादा नहीं सोचते हैं। हालांकि, प्लेऑफ में दूसरा मौका नहीं मिलता है, इसलिए दबाव हमेशा बना रहता है। जो हारता है वह बाहर हो जाता है। इसलिए, जो भी टीम दबाव को सबसे अच्छे तरीके से संभालेगी, वह खिताब जीतेगी।

उन्होंने कहा कि जब आप यूपी, हरियाणा स्टीलर्स, दबंग दिल्ली के.सी. को देखते हैं, तो पाते हैं कि वे सभी अच्छी तरह से संतुलित हैं। उनके पास अच्छे रेडर के साथ-साथ अच्छे डिफेंडर भी हैं। उनका यह भी मानना ​​है कि पहले और दूसरे स्थान पर रहने वाली टीमों को फायदा होता है। उन्होंने कहा कि शीर्ष दो टीमों के पास दूसरी टीमों को देखने और यह समझने का मौका होता है कि दूसरी टीमें कैसे खेल रही हैं। इसलिए, बाकी चार टीमों के लिए यह एक कठिन दौड़ होने वाली है।

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हिन्दुस्थान समाचार / वीरेन्द्र सिंह