मप्रः खंडवा में जिला प्रशासन की अवैध अतिक्रमण के खिलाफ बड़ी कार्रवाई, 40 जेसीबी लेकर जंगल में उतरी टीम
- वन विभाग की हजारों एकड़ जमीन पर कब्जा, 500 जवानों के साथ कलेक्टर-एसपी भी मौके पर पहुंचे, फसलों पर चला बुलडोजर खंडवा, 26 दिसंबर (हि.स.)। मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में गुड़ी वन परिक्षेत्र में पेड़ों की कटाई कर वन भूमि पर कब्जा करने वालों पर गुरुवार क
अवैध अतिक्रमण के खिलाफ बड़ी कार्रवाई


पुलिस के जवान अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के लिए रवाना होते हुए


- वन विभाग की हजारों एकड़ जमीन पर कब्जा, 500 जवानों के साथ कलेक्टर-एसपी भी मौके पर पहुंचे, फसलों पर चला बुलडोजर

खंडवा, 26 दिसंबर (हि.स.)। मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में गुड़ी वन परिक्षेत्र में पेड़ों की कटाई कर वन भूमि पर कब्जा करने वालों पर गुरुवार को जिला प्रशासन द्वारा बड़ी कार्रवाई की जा रही है। करीब 500 जवानों और 40 जेसीबी मशीनों के साथ वन विभाग, पुलिस और प्रशासन की संयुक्त टीम ने दबिश दी और अवैध अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई शुरू की। फिलहाल, कब्जाई जमीनों में अवैध रूप से बने टपरों को हटाकर खंती खोदने की कार्रवाई की जा रही है, साथ ही इस जमीन पर बोई गई फसलों को नष्ट किया जा रहा है।

खंडवा कलेक्टर अनूप सिंह और पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार राय भी इस कार्रवाई के दौरान मौके पर पहुंचे। उन्होंने जंगल में अतिक्रमण क्षेत्र का निरीक्षण किया। इस दौरान नाहरमाल के ग्रामीणों ने बताया कि जहां कार्रवाई हो रही है, यह नया अतिक्रमण है। पुराने अतिक्रमण में कार्रवाई होनी चाहिए। यह जानने के बाद कलेक्टर और एसपी पुराने क्षेत्र में पहुंचे। डीएफओ से कहा कि आधी मशीनरी पुराने क्षेत्र टाकलखेड़ा तरफ मूव करें। यहां फसलों को जेसीबी से नष्ट किया जा रहा है। अतिक्रमण प्रभावित जमीन पर मशीनों से खंती खोदकर गड्ढे किए जा रहे हैं। अधिकारियों का दावा है कि गड्ढे खोदने से जमीन टूट जाएगी। माफिया को अगली बार फसल बोवनी में दिक्कत होगी तो वे जंगल छोड़कर भाग जाएंगे।

जानकारी के अनुसार, फिलहाल कार्रवाई गुडी रेंज के नाहरमाल और हीरापुर गांव में चल रही है। यहां वन विभाग की तीन हजार एकड़ जमीन पर खेती हो रही है। यहां माफिया ने जंगल काटकर खेत तैयार कर लिए हैं। करीब चार साल से फसलों की बोनी कर रहे हैं। पहले भी कार्रवाई के लिए दबिश दी गई थी। इस दौरान अतिक्रमणकारी हमलावर हो गए थे। इस बार कार्रवाई के लिए दो दिनों से गुड्डी क्षेत्र में वन विभाग और पुलिस की टीम ने डेरा डाल रखा था। बताया जाता है कि वन विभाग की कार्रवाई की जानकारी मिलते ही अतिक्रमणकारी जंगल से फरार हो गए हैं। अधिकांश मकानों व गांव में महिला, बच्चे व बुजुर्ग ही बचे हैं।

वन विभाग द्वारा इस कार्रवाई की तैयारी बेहद गोपनीय ढंग से की गई थी। कार्रवाई के लिए बुधवार देर रात कर्मचारियों को गुड़ी व हीरापुर में एकत्र होने को कहा गया था। तड़के छह बजे से कार्रवाई की रणनीति बना कर गुड़ी से दल बल के साथ टीम को नाहरमाल जंगल रवाना किया गया है। कार्रवाई में करीब 40 जेसीबी और ट्रैक्टरों की मदद ली जा रही है। अधिकांश पुरुषों के घरों से नदारद होने के कारण अभी तक कार्रवाई के विरोध में हंगामे स्थिति सामने नहीं आई है। वन विभाग ने जिला प्रशासन के साथ चर्चा कर कार्रवाई की रूपरेखा तैयार की है। इसमें वन विभाग के विभिन्न जिलों के अधिकारी-कर्मचारियों के साथ ही पुलिस और राजस्व के अधिकारी की टीम बनाई गई है।

उल्लेखनीय है कि गुड़ी वनक्षेत्र से बुरहानपुर जिले के नेपानगर वनपरिक्षेत्र का जंगल भी लगा हुआ है। जहां पिछले साल वन विभाग और जिला प्रशासन द्वारा बड़े स्तर पर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई थी। खंडवा जिले में भी वन भूमि पर बढ़ते अतिक्रमण को देखते हुए इस प्रकार की कार्रवाई जिले के गुड़ी वन परिक्षेत्र में भी करने की मांग ग्रामीणों और पर्यावरण प्रेमी लंबे समय से कर रहे थे। ग्रामीणों का कहना है कि आसपास के जिलों से आकर करीब तीन हजार हेक्टेयर वन भूमि पर पेड़ काटने के बाद कब्जा कर खेती की जा रही है।

इस संबंध में सामान्य वन मंडल के वनमंडल अधिकारी राकेश कुमार डामोर का कहना है कि वन भूमि पर कब्जे को लेकर लगातार कार्रवाई विभाग अपने स्तर पर कर रहा है। इस मामले में बड़ी संख्या में अतिक्रमणकारियों को नोटिस भी दिए है। गुड़ी क्षेत्र के नाहरमाल, सीताबेड़ी बिट में वन भूमि से कब्जा हटाने के लिए कार्य योजना अनुसार पुलिस, प्रशासन और वन विभाग द्वारा संयुक्त रूप से कार्रवाई की जा रही है।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर