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झज्जर, 25 दिसंबर (हि.स.)। वैश्य आर्य शिक्षण महिला महाविद्यालय, बहादुरगढ़ की प्राचार्या ने भावी अध्यापिकाओं को तुलसी दिवस के उपलक्ष्य में तुलसी वितरित की। गांव बामनोली में तुलसी दिवस के मौके पर रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया।बीएड की छात्राओं को संबोधित करते हुए प्राचार्य डॉक्टर आशा शर्मा ने कहा कि सनातन धर्म में तुलसी की पूजा करना बहुत ही शुभ माना गया है। कई लोग अपने दिन की शुरुआत तुलसी को जलाभिषेक कर और प्रार्थना करके करते हैं। मान्यता है कि तुलसी में देवी लक्ष्मी का वास होता है और उनकी पूजा से सुख-समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है। तुलसी के पौधे में कई तरह के औषधीय गुण मौजूद होते हैं। तुलसी की पूजा करने से मन में अच्छे विचार आते हैं और नकारात्मक शक्तियों का नाश होता है।
तुलसी दिवस के अवसर पर वैश्य आर्य शिक्षण महिला महाविद्यालय द्वारा गोद लिए गांव बामनौली के डॉ. भीमराव अंबेडकर भवन में रक्त एवं शिविर का आयोजन किया गया। कॉलेज के एनएसएस, वाईआरसी व आउटरीच सेल की स्वयंसेविकाओं ने स्वैच्छिक रक्तदान शिविर एवं फ्री स्वास्थ्य जांच शिविर मे रक्तदान किया। शिविर में महाविद्यालय की पांच छात्राओं पायल, रितु, रेखा,अनीता व अजय ने रक्तदान किया। इन स्वयंसेवकों ने रजिस्ट्रेशन करना,रक्त बैग तैयार करना, बैंडेज लगाना, डोनर्स को सर्टिफिकेट व रिफ्रेशमेंट देना इत्यादि कार्य किए। पोस्टर्स एवं स्लोगन के जरिए लोगों को ब्लड डोनेट एवं फ्री स्वास्थ्य जांच के लिए प्रोत्साहित किया। महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ.आशा शर्मा ने कहा कि किसी व्यक्ति को अपना खून देकर उसकी जान बचाना बड़े ही पुन्य का काम है, इसलिए रक्तदान को महादान माना गया है ,क्योंकि इसका निर्माण किसी भी फैक्ट्री द्वारा संभव नहीं है।
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हिन्दुस्थान समाचार / शील भारद्वाज