मुख्यमंत्री ने मारी योजना लांच किया, 680 से अधिक योजनाओं की एक जगह मिलेगी जानकारी
गांधीनगर, 25 दिसंबर (हि.स.)। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने बुधवार को सुशासन दिवस पर सूचना विभाग द्वारा तैयार किए गए केंद्र एवं राज्य सरकार की 680 से अधिक योजनाओं की जानकारी देने वाले डिजिटल प्लेटफॉर्म ‘मारी योजना’ को लॉन्च किया। इस पोर्टल के कारण राज्
बुधवार को सुशासन दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेन्द पटेल।


गांधीनगर, 25 दिसंबर (हि.स.)। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने बुधवार को सुशासन दिवस पर सूचना विभाग द्वारा तैयार किए गए केंद्र एवं राज्य सरकार की 680 से अधिक योजनाओं की जानकारी देने वाले डिजिटल प्लेटफॉर्म ‘मारी योजना’ को लॉन्च किया। इस पोर्टल के कारण राज्य के अंतिम छोर के नागरिकों को सरकारी कार्यालयों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे तथा वे बिना समय और दूरी की बाधा के घर बैठे योजनाओं की जानकारी आसानी से प्राप्त कर सकेंगे। इससे सरकार और नागरिकों के बीच का सेतु मजबूत होगा।

इस अवसर पर ‘स्वागत 2.0’ ऑटो एस्केलेशन मैट्रिक्स और स्वागत मोबाइल ऐप के लॉन्चिंग की गई। इससे आवेदकों की शिकायतों और अभ्यावेदनों को उनकी गंभीरता और जटिलता के आधार पर ग्रीन, येलो और रेड चैनल में वर्गीकृत कर शिकायतों के निस्तारण के लिए एक निश्चित समय सीमा निर्धारित की गई है। यदि संबंधित अधिकारी द्वारा तय समय सीमा में कार्रवाई नहीं की जाती या वह समय सीमा पूरी हो जाती है, तो वह शिकायत एक स्तर ऊपर के अधिकारी के एकाउंट में ऑटो एस्केलेट हो जाएगी और उसके बाद उच्च अधिकारी को शिकायत का निपटान करना होगा। इतना ही नहीं, यदि शिकायतकर्ता कार्रवाई से संतुष्ट नहीं है, तो फीडबैक देकर शिकायत को एक स्तर ऊपर के अधिकारी को एस्केलेट भी कर सकता है। इसके अलावा, स्वागत मोबाइल ऐप के माध्यम से नागरिक अपनी शिकायत को ऑनलाइन दर्ज करा सकते हैं और अपने आवेदन का स्टेटस भी जान सकते हैं।

सेमीकंडक्टर प्रशिक्षण केंद्र: मुख्यमंत्री ने विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग की विभिन्न नई पहलों की शुरुआत की, जिसके अंतर्गत गांधीनगर स्थित पंडित दीनदयाल एनर्जी यूनिवर्सिटी (पीडीईयू) में गुजरात सेमीकंडक्टर पॉलिसी के तहत सेमीकंडक्टर प्रशिक्षण केंद्र शुरू किया गया। यह प्रशिक्षण केंद्र एटीएमपी (असेंबली, टेस्टिंग, मार्केटिंग, पैकेजिंग और ट्रेनिंग सेंटर) अगले 5 वर्षों में 1 हजार युवाओं को सेमीकंडक्टर क्षेत्र में प्रशिक्षण देगा।

भारत नेट फेज-2 के अंतर्गत कनेक्टिविटी : विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा गुजरात फाइबर ग्रिड नेटवर्क लि. (जीएफजीएनएल) के जरिए भारत नेट फेज-2 के तहत ग्राम स्तर पर कनेक्टिविटी के द्वारा 40,000 ग्रामीण सरकारी संस्थानों को राजधानी गांधीनगर के साथ जोड़ने, हर घर कनेक्टिविटी के तहत 25,000 फाइबर-टू-होम (एफटीटीएच) कनेक्शन देने और ‘फाइबर-टू-फार फ्लंग टावर्स’ पहल के तहत 30,000 किमी ऑप्टिकल फाइबर केबल लीज कर 1,000 से अधिक ग्रामीण टावरों को जोड़कर राज्य के दूरदराज स्थित ग्रामीण क्षेत्रों में मोबाइल कवरेज और कनेक्टिविटी की गुणवत्ता में सुधार किया जाएगा।

क्षेत्रीय विज्ञान केंद्र, भुज : भुज स्थित क्षेत्रीय विज्ञान केंद्र में अमेरिका की प्रतिष्ठित कंपनी ‘प्लेन वेव इंस्ट्रूमेंट्स’ द्वारा निर्मित देश की पहली अंतरिक्ष वेधशाला कार्यरत की गई है। जहां नागरिकों और विद्यार्थियों के लिए सुलभ सबसे बड़ा सी.डी.के. 24 टेलिस्कोप शुरू किया गया है। इसके अलावा डिजिटल लर्निंग प्लेटफॉर्म- आई-गॉट, सिटीजन सिविक सेंटर, ड्रोन वितरण, कनेक्ट गुजरात आदि पहल शुरू की गई।

मुख्यमंत्री की उपस्थिति में सरदार पटेल लोक प्रशासन संस्थान (स्पीपा) द्वारा नेशनल सेंटर फॉर गुड गवर्नेंस (एनसीजीजी), अहमदाबाद मैनेजमेंट एसोसिएशन (एएमए), पंडित दीनदयाल एनर्जी यूनिवर्सिटी (पीडीईयू), सेंटर फॉर एनवायर्नमेंट प्लानिंग एंड टेक्नोलॉजी यूनिवर्सिटी (सीईपीटी) तथा आर्ट ऑफ लिविंग जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों के साथ एमओयू किए गए।

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हिन्दुस्थान समाचार / बिनोद पाण्डेय