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पटना, 25 दिसम्बर (हि.स.)। राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने राज्य के सभी 534 अंचल कार्यालयों की समीक्षा कर उनकी नवंबर माह की रैंकिंग जारी की है। रैंकिंग में सिवान के हसनपुरा अंचल कार्यालय को पहला, बांका के फुल्लीडुमर को दूसरा एवं वैशाली के पातेपुर को तीसरा स्थान मिला है।
रैंकिंग में टॉपर हसनपुरा को 100 में 85.83 अंक मिले हैं तो दूसरे नंबर पर रहे फुल्लीडुमर को 85.77 अंक और तीसरे नंबर पर रहे पातेपुर को 82.72 अंक मिले हैं। इससे पहले अक्टूबर में पहले स्थान पर फुल्लीडुमर और दूसरे स्थान पर हसनपुरा अंचल कार्यालय था।
इस मौके पर विभागीय मंत्री दिलीप जायसवाल ने कहा कि आम जनता को भूमि सर्वे सहित अन्य प्रकार के राजस्व कार्यों में किसी तरह की परेशानी ना हो, इसके लिये मुख्यालय स्तर से अंचल कार्यालयों की समीक्षा की जा रही है। अंचल कार्यालयों की रैंकिंग जारी होने और उनके कार्यों की लगातार समीक्षा से कार्यप्रणाली में क्रमवार सुधार जारी है।
टॉप टेन में बांका और वैशाली के तीन -तीन अंचल कार्यालय
टॉप टेन में बांका के तीन और वैशाली के तीन अंचल कार्यालय स्थान बना पाए हैं। इस माह की रैंकिंग में मुजफ्फरपुर का पारू अंचल कार्यालय लंबी छलांग लगाते हुए पिछले माह के 21 स्थान से 82.36 अंक लाकर चौथे स्थान पर पहुंच गया है। वैशाली का महुआ पिछले माह के चौथे से 81.21 अंक के साथ पांचवें स्थान पर पहुंच गया है। छठे स्थान पर बांका का बरहट, सातवें स्थान पर औरंगाबाद का हसपुरा, आठवें स्थान पर वैशाली का जंदाहा, नौवें स्थान पर बांका का शंभुगंज एवं दसवें स्थान पर सुपौल का मरौना अंचल कार्यालय है।
टॉप 25 में हैं ये अंचल कार्यालय
रैंकिंग में 11वें नंबर पर सिवान का नौतन, 12वें नंबर पर बांका का बौंसी, 13वें नंबर पर शेखपुरा का चेवाड़ा, 14वें नंबर पर पश्चिमी चंपारण का बगहा दो, 15वें नंबर पर समस्तीपुर का कल्याणपुर, 16वें नंबर पर शेखपुरा का घाट कुसुम्भा, 17वें नंबर पर शेखपुरा का ही बरबीघा, 18वें नंबर पर सुपौल का निर्मली, 19वें नंबर पर जहानाबाद का घोसी, 20वें नंबर पर मुंगेर का संग्रामपुर, 21वें नंबर पर पूर्णिया का धमदाहा, 22वें नंबर पर शेखपुरा का शेखोपुरसराय, 23वें नंबर पर सारण का एकमा, 24वें नंबर पर बांका धौरिया एवं 25वें नंबर पर बांका का बांका सदर अंचल कार्यालय का स्थान है।
ये हैं टॉप 40 में रहने वाले अंचल कार्यालय
बेहतर कार्यप्रणाली में 26वें नंबर पर सारण का रिविलगंज, 27वें नंबर पर जहानाबाद का रतनी फरीदपुर, 28वें नंबर पर जहानाबाद का काको, 29वें नंबर पर रोहतास का सूर्यपुरा, 30वें नंबर पर पूर्णिया का श्रीनगर, 31वें नंबर पर सिवान का आंदर, 32वें नंबर पर सिवान का हुसैनगंज, 33वें नंबर पर बांका का रजौन, 34वें नंबर पर कटिहार का मानसी, 35वें नंबर पर बांका का बेलहर, 36वें नंबर पर पूर्वी चंपारण का कल्याणपुर, 37वें नंबर पर बांका का चांदन, 38वें नंबर पर सुपौल का प्रतापगंज, 39वें नंबर पर मुंगेर का टेटिया बम्बर और 40वें स्थान पर सुपौल का पिपरा अंचल कार्यालय ने जगह बनाया है।
टॉप 50 में इन अंचलों को मिला स्थान
41वें स्थान पर पूर्णिया का जलालगढ़, 42वें स्थान पर औरंगाबाद का कुटुंबा, 43वें स्थान पर सारण का नगरा, 44वें स्थान पर शेखपुरा का शेखपुरा सदर, 45वें स्थान पर बांका का अमरपुर, 46वें स्थान पर सीतामढ़ी का सुप्पी, 47वें स्थान पर जहानाबाद का मोदनगंज, 48वें स्थान पर मधुबनी का कलुआही, 49वें स्थान पर पश्चिमी चंपारण का ठकराहन एवं 50वें स्थान पर गोपालगंज का पंचदेवरी अंचल कार्यालय आया है।
उल्लेखनीय है कि रैंकिंग में अंचल कार्यालयों को म्यूटेशन पर 20 अंक दिये जाते हैं। परिमार्जन प्लस पर 25 अंक, अभियान बसेरा पर 15 अंक, आधार सीडिंग पर 2.5 अंक, ऑनलाइन एलपीसी पर 2.5 अंक, ई-मापी पर 15 अंक, अतिक्रमणवाद निबटारे पर पांच अंक, जमाबंदी पर पांच अंक और सरकारी जमीन की इंट्री और वेरीफिकेशन पर 10 अंक दिये जाते हैं।
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हिन्दुस्थान समाचार / गोविंद चौधरी