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कोटा, 24 दिसंबर (हि.स.)। अभावग्रस्त परिवारों की गर्भवती महिलाओं को पोषण की उपलब्धता और स्वास्थ्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की पहल पर वर्ष 2020 में कोटा से प्रारम्भ हुए सुपोषित मां अभियान को देश भर में सराहना मिली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्पीकर बिरला की इस पहल की न केवल संसद भवन में प्रशंसा की बल्कि इसे हर सांसद के लिए अनुकरणीय बताया। इस साल 27 दिसम्बर को इस अभियान के तीसरे चरण की शुरुआत होने जा रही है।
गर्भवती महिला स्वयं स्वस्थ रहे और स्वस्थ शिशु को जन्म भी दे, इस ध्येय व समाजिक कार्यकर्ताओं के सहयोग से प्रारम्भ हुए सुपोषित माँ अभियान को अपने लक्ष्य से अधिक सफलता मिली। यही कारण रहा कि कोटा-बून्दी की पांच हजार गर्भवती महिलाओं की स्वास्थ्य सुरक्षा के लक्ष्य के साथ शुरू हुआ यह अभियान बीते पांच वर्ष में 15 हजार लाभार्थियों तक पहुंचा। उचित पोषण मिलने से न सिर्फ गर्भवती महिलाओं की स्थिति में सुधार हुआ बल्कि उन्होंने स्वस्थ शिशु को भी जन्म दिया था।
27 दिसम्बर को छप्पन भोग परिसर में आयोजित कार्यक्रम में स्पीकर ओम बिरला के साथ केंद्रीय महिला एवं स्वास्थ्य मंत्री अन्नपूर्णा देवी व उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी कोटा-बून्दी क्षेत्र की गर्भवती महिलाओं के लिए इस अभियान का शुभारम्भ करेंगे।
अभियान के लिए पात्र महिलाओं को चिन्हित करने के लिए कच्ची बस्तियों में डोर-टू-डोर सर्वे, सामाजिक कार्यकर्ताओं की टीमों का सहयोग लिया जा रहा है। इनके माध्यम से पोषण की कमी से जूझ रही अभावग्रस्त परिवारों की ऐसी गर्भवती महिलाओं को चिन्हित किया जा रहा है, जिनका वजन 45 किलो से कम है। अब तक करीब एक हजार से अधिक महिलाओं का पंजीकरण हो चुका हैं, जिन्हें अभियान के तहत नि:शुल्क पोषण किट उपलब्ध करवाए जाएंगे।
गर्भावस्था में महिलाओं को आवश्यक पोषण व संतुलित आहार मिले, इसके लिए विशेषज्ञ डॉक्टर्स व न्यूट्रिशनिस्ट की सलाह पर गर्भवती महिलाओं के लिए 12.5 कि.ग्रा. की पोषण किट तैयार की गई है। प्रतिमाह दी जाने वाली किट के तहत लाभार्थी महिलाओं को एक कि.ग्रा. देसी घी के मूंग के लड्डू , तीन कि.ग्रा. गेहूं का आटा, एक कि.ग्रा. मक्का का आटा, एक कि.ग्रा. बाजरा का आटा, एक कि.ग्रा. चावल, 500 ग्राम सोयाबड़ी, 300 ग्राम मूंग छिलका, 300 ग्राम चना दाल, 300 ग्राम मूंग दाल मोगर, 300 ग्राम उड़द दाल छिलका, एक कि.ग्रा. गुड़, 500 ग्राम मूंगफली दाना, 500 ग्राम भुना चना, 500 ग्राम पिंड खजूर व एक कि.ग्रा. खाद्य तेल दिया जाएगा।
महिलाओं के चिन्हीकरण करने के साथ ही उनके स्वास्थ्य कार्ड भी बनाए जाएंगे। पंजीकरण के बाद प्रतिमाह आयोजित होने वाले फॉलोअप शिविर में पोषण किट के वितरण के साथ ही डॉक्टर्स द्वारा इन महिलाओं की विभिन्न प्रकार की नि:शुल्क स्वास्थ्य जांच व परामर्श दिया जाएगा। इसकी रिपोर्ट स्वास्थ्य कार्ड में दर्ज की जाएगी जिससे इनका फॉलोअप रखने में सहायता मिलेगी। इन महिलाओं को स्वास्थ्य के प्रति बरती जाने वाली आवश्यक सावधानियों के अतिरिक्त शिशु की समुचित सार-संभाल के लिए भी बुनियादी जानकारियां भी दी जाएगी।
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हिन्दुस्थान समाचार / रोहित