पीएम मोदी की यात्रा के दौरान कुवैत के साथ रक्षा, संस्कृति, खेल समेत कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में हुए समझौते
कुवैत सिटी, 22 दिसम्बर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दो दिवसीय कुवैत यात्रा के आखिरी दिन दोनों देशों ने संबंधों को और मजबूत करते हुए रणनीतिक साझेदारी पर सहमति जताई। यात्रा समाप्त कर प्रधानमंत्री मोदी स्वदेश लौट आए हैं लेकिन उससे पहले रविवार
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कुवैत के अमीर शेख के साथ व्यापक द्विपक्षीय रिश्तों पर व्यापक चर्चा की


भारत और कुवैत के बीच हुए महत्वपूर्ण समझौते


कुवैत सिटी, 22 दिसम्बर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दो दिवसीय कुवैत यात्रा के आखिरी दिन दोनों देशों ने संबंधों को और मजबूत करते हुए रणनीतिक साझेदारी पर सहमति जताई। यात्रा समाप्त कर प्रधानमंत्री मोदी स्वदेश लौट आए हैं लेकिन उससे पहले रविवार को रक्षा, व्यापार, ऊर्जा और खेल के व्यापक क्षेत्र में द्विपक्षीय सहयोग को नियमित बनाने के लिए एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए।

प्रधानमंत्री मोदी और कुवैत के अमीर शेख मेशाल अल-अहमद अल-जबर अल-सबा सहित अन्य कुवैती नेताओं के बीच रविवार को व्यापक चर्चा हुई। इस दौरान रक्षा को रणनीतिक साझेदारी का एक महत्वपूर्ण घटक स्वीकार करते हुए दोनों देशों का कहना रहा कि समझौता ज्ञापन द्विपक्षीय रक्षा संबंधों को और मजबूत करने के लिए आवश्यक रूपरेखा प्रदान करेगा। इसमें संयुक्त सैन्य अभ्यास, रक्षा कर्मियों का प्रशिक्षण, तटीय रक्षा, समुद्री सुरक्षा और रक्षा उपकरणों का संयुक्त विकास तथा उत्पादन शामिल है।

दोनों पक्षों ने सीमा पार आतंकवाद सहित सभी रूपों और अभिव्यक्तियों में आतंकवाद की निंदा की और आतंकवाद के वित्तपोषण नेटवर्क एवं सुरक्षित पनाहगाहों को बंद करने तथा आतंकवादी बुनियादी ढांचे को नष्ट करने का आह्वान किया।

पीएम मोदी की यात्रा की समाप्ति पर जारी संयुक्त बयान में कहा गया कि सुरक्षा के क्षेत्र में मौजूदा द्विपक्षीय सहयोग की सराहना करते हुए दोनों पक्षों ने आतंकवाद विरोधी अभियानों, सूचना और खुफिया जानकारी साझा करने, अनुभवों के विकास और आदान-प्रदान, सर्वोत्तम प्रथाओं और प्रौद्योगिकियों, क्षमता निर्माण और कानून प्रवर्तन, मनी-लॉन्ड्रिंग, नशीली दवाओं की तस्करी और अन्य अंतर्राष्ट्रीय अपराध में सहयोग को मजबूत करने में सहयोग बढ़ाने पर सहमति व्यक्त की।

इस दौरान अन्य समझौता ज्ञापनों पर भी हस्ताक्षर किए गए जो खेल, संस्कृति और सौर ऊर्जा के क्षेत्रों में सहयोग की सुविधा प्रदान करेंगे। बैठक में, भारतीय पक्ष ने खाड़ी सहयोग परिषद (जीसीसी) की कुवैत की अध्यक्षता के माध्यम से प्रभावशाली समूह के साथ अपने सहयोग को तेज करने में भी गहरी रुचि दिखाई। साथ ही

आतंकवाद, कट्टरपंथ और सामाजिक सद्भाव को बिगाड़ने के लिए साइबर स्पेस के उपयोग को रोकने सहित साइबर सुरक्षा में सहयोग को बढ़ावा देने पर भी चर्चा हुई।

भारत ने अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन (आईएसए) का सदस्य बनने के कुवैत के फैसले का स्वागत किया, जो कम कार्बन उत्सर्जन वाले विकास तरीके विकसित करने और उन्हें लागू करने तथा टिकाऊ ऊर्जा समाधानों को बढ़ावा देने में सहयोग की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। स्वास्थ्य, जनशक्ति और हाइड्रोकार्बन पर मौजूदा संयुक्त कार्य समूह (जेडब्ल्यूजी) के अलावा, व्यापार, निवेश, शिक्षा और कौशल विकास, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, सुरक्षा और आतंकवाद-निरोध, कृषि और संस्कृति के क्षेत्रों में नए जेडब्ल्यूजी स्थापित किए गए हैं। दोनों पक्षों ने विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को और विस्तारित करने के लिए नवगठित संयुक्त सहयोग आयोग (जेसीसी) और इसके तहत जेडब्ल्यूजी की बैठकें शीघ्र बुलाने पर भी जोर दिया।

प्रधानमंत्री मोदी ने ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा कि अमीर के साथ उनकी मुलाकात ‘‘उत्कृष्ट'' रही। उन्होंने कहा कि कुवैत के महामहिम अमीर शेख मेशाल अल-अहमद अल-जबर अल सबा के साथ शानदार बैठक। हमने औषधि, सूचना प्रौद्योगिकी, फिनटेक, अवसंरचना और सुरक्षा जैसे प्रमुख क्षेत्रों में सहयोग पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि ‘‘हमारे देशों के बीच घनिष्ठ संबंधों के अनुरूप हमने अपनी साझेदारी को रणनीतिक स्तर तक बढ़ाया है और मैं आशावादी हूं कि आने वाले समय में हमारी दोस्ती और भी अधिक विकसित होगी।''

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हिन्दुस्थान समाचार / आकाश कुमार राय