गुजरात में 33.92 लाख हाईरिस्क बस्तियों की मैपिंग और 4.42 लाख टीबी स्क्रीनिंग हुई
-केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जे. पी. नड्डा ने ‘100 दिन सघन क्षय निर्मूलन अभियान’ अंतर्गत वीडियो कॉन्फ्रेंस से समीक्षा की गांधीनगर, 21 दिसंबर (हि.स.)। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने बताया कि केन्द्र सरकार द्वारा देशभर में 7 दिसंबर से
केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जे. पी. नड्डा ने ‘100 दिन सघन क्षय निर्मूलन अभियान’ अंतर्गत शनिवार को आयोजित वीडियो कॉन्फ्रेंस से समीक्षा में मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल और अधिकारीगण।


केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जे. पी. नड्डा ने ‘100 दिन सघन क्षय निर्मूलन अभियान’ अंतर्गत शनिवार को आयोजित वीडियो कॉन्फ्रेंस से समीक्षा में शामिल राज्यों के मुख्यमंत्री।


-केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जे. पी. नड्डा ने ‘100 दिन सघन क्षय निर्मूलन अभियान’ अंतर्गत वीडियो कॉन्फ्रेंस से समीक्षा की

गांधीनगर, 21 दिसंबर (हि.स.)। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने बताया कि केन्द्र सरकार द्वारा देशभर में 7 दिसंबर से शुरू किए गए ‘100 दिन सघन क्षय निर्मूलन अभियान’ के अंतर्गत गुजरात में 16 जिलों तथा 4 महानगर पालिका क्षेत्रों का समावेश किया गया है। उन्होंने कहा कि इस अभियान अंतर्गत लगभग 33.92 लाख हाईरिस्क बस्तियों की मैपिंग की गई और 4.42 लाख टीबी स्क्रीनिंग की गई है। इसके अतिरिक्त; 34 हजार से अधिक एक्स-रे जांच भी की गई है।

मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा है कि भारत को 2025 तक क्षयमुक्त बनाने के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा किए गए संकल्प को साकार करने के लिए गुजरात टार्गेटेड अप्रोच की प्रतिबद्धता के साथ आगे बढ़ा है। पटेल ने केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जगत प्रकाश (जे. पी.) नड्डा द्वारा ‘100 दिन सघन क्षय निर्मूलन अभियान’ अंतर्गत देश के राज्यों में हुए कामकाज की सर्वग्राही समीक्षा के लिए शनिवार को आयोजित वीडियो कॉन्फ्रेंस में गांधीनगर से सहभागी होते हुए यह बात कही। इस वीडियो कॉन्फ्रेंस में देश के राज्यों के मुख्यमंत्रियों तथा स्वास्थ्य मंत्रियों ने जुड़कर अपने-अपने राज्यों में की जा रही कार्यवाही से केन्द्रीय मंत्री को अवगत कराया।

केन्द्र सरकार द्वारा शुरू किए गए इस अभियान का मुख्य उद्देश्य क्षय रोग के नए मामलों को तेजी से खोजना तथा सभी नए मामलों में रोगी का उपचार कर मृत्यु दर में उल्लेखनीय कमी लाना है। मुख्यमंत्री ने इस वीडियो कॉन्फ्रेंस में बताया कि राज्य में स्क्रीनिंग के दौरान खोजे गए रोगियों को उपचार देने, निक्षय पोषण योजना का लाभ देने, निक्षय मित्र द्वारा दत्तक लेकर पोषण किट दिलाए जाने तथा क्षय रोग से संक्रमित व्यक्तियों को प्रिवेंटिव ट्रीटमेंट देने जैसे कार्य जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री पटेल ने यह भी बताया कि राज्य सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि राज्य में एक भी रोगी निक्षय मित्र से जुड़ने से वंचित न रहे। उन्होंने इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए स्वैच्छिक संगठनों (एनजीओ), प्रतिष्ठित उद्योगों, समाजसेवी अग्रणियों को भी निक्षय पोषण किट वितरण में जोड़ने की मंशा व्यक्त की। भूपेंद्र पटेल ने बताया कि राज्य में करीब 2,706 निक्षय शिविर आयोजित किए गए हैं तथा कुल 10,132 निक्षय मित्रों द्वारा 3 लाख 21 हजार पोषण किट दी गई हैं।

इस अवसर पर उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, गोवा आदि राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने भी अपने राज्यों में क्षय निर्मूलन अभियान अंतर्गत हुए कामकाज का विवरण दिया। इस समीक्षा बैठक में गांधीनगर से मुख्यमंत्री के साथ स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव धनंजय द्विवेदी, मुख्यमंत्री की सचिव अवंतिका सिंह, स्वास्थ्य आयुक्त हर्षद पटेल तथा राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (एनएचआरएम) की मिशन निदेशक रेम्या मोहन भी सहभागी हुए।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / बिनोद पाण्डेय