बच्चों के पूर्ण विकास में सभी की सहभागिता आवश्यक : ललित कपिल
-शिक्षा के चार स्तम्भ सरकार, विद्यालय प्रबंधन, शिक्षक-अभिभावक एवं विद्यार्थी-हमारे जीवन में मूल्यों का होना अति आवश्यक : डॉ वंदना बंसल-पतंजलि ऋषिकुल ने धूमधाम से मनाया वार्षिकोत्सव प्रयागराज, 21 दिसम्बर (हि.स.)। पतंजलि ऋषिकुल ने शनिवार को इलाहाबाद म
अतिथिगण


-शिक्षा के चार स्तम्भ सरकार, विद्यालय प्रबंधन, शिक्षक-अभिभावक एवं विद्यार्थी-हमारे जीवन में मूल्यों का होना अति आवश्यक : डॉ वंदना बंसल-पतंजलि ऋषिकुल ने धूमधाम से मनाया वार्षिकोत्सव

प्रयागराज, 21 दिसम्बर (हि.स.)। पतंजलि ऋषिकुल ने शनिवार को इलाहाबाद मेडिकल एसोसिएशन के प्रेक्षागृह में अपना भव्य वार्षिकोत्सव धूमधाम से मनाया। मुख्य अतिथि सीबीएसई प्रयागराज के रीजनल ऑफिसर ललित कपिल ने कहा कि आज के परिवर्तनशील परिवेश में केवल बड़े एवं अच्छे विद्यालय में एडमिशन करा देने से अभिभावकों के दायित्व पूरे नहीं होते, बल्कि बच्चे के पूर्ण विकास के लिए शिक्षा के सभी स्टेक होल्डर की सहभागिता आवश्यक है।

इस अवसर पर उन्होंने शिक्षा के चार स्तम्भों सरकार, विद्यालय प्रबंधन, शिक्षक और अभिभावक एवं विद्यार्थी की बात करते हुए प्रकाश डाला। पतंजलि विद्यालय समूह द्वारा बच्चों को दी जा रही उत्कृष्ट शिक्षा एवं सर्वांगीण विकास प्रदान करने की प्रशंसा भी की।

इसके पूर्व रीजनल ऑफिसर ललित कपिल, जीवन ज्योति अस्पताल की निदेशिका डॉ.वंदना बंसल, एडीजे रश्मि सिंह, एडीजे दीक्षा सिंह, मयूर जैन रजिस्ट्रार हाईकोर्ट, पतंजलि विद्यालय समूह के प्रबंधन समिति के सदस्य रवीन्द्र गुप्ता, डॉ.कृष्णा गुप्ता, यशोवर्धन, रेखा बैद, पतंजलि विद्यालय समूह की प्रधानाचार्या अल्पना डे, माधुरी श्रीवास्तव एवं पतंजलि ऋषिकुल के प्रधानाचार्य नित्यानंद सिंह ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। वार्षिकोत्सव में कुल 1350 बच्चों ने प्रतिभा किया। ‘मिलांज’-वन वर्ल्ड, वन ड्रीम’ में कक्षा तीसरी एवं चौथी के विद्यार्थियों एवं ‘फ्लाइट ऑफ लिटिल ड्रीम्स’ में कक्षा पहली एवं दूसरी के विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया।

मिलांज वन वर्ल्ड वन ड्रीम’ में विद्यालय के प्रधानाचार्य नित्यानंद सिंह ने कहा कि विश्व में भौगोलिक, सांस्कृतिक या धार्मिक विभाजनों के बावजूद, हम सभी एक ही परिवार के सदस्य हैं। पतंजलि ऋषिकुल के बच्चे वसुधैव कुटुम्बकम की भावना के साथ सामाजिक समरसता के लिए कटिबद्ध हैं। इसके बाद नन्हे-मुन्ने बच्चों ने एक से बढ़कर एक धमाकेदार प्रस्तुतियां दी। प्रथम सत्र की प्रस्तुति कम्प्यूटर में गेम खेल रहे बालक एवं उसमें दिखने वाले एक जिन्न के आपसी संवादों द्वारा अलग-अलग प्रस्तुतियों के माध्यम से किया गया। जहां एक तरफ फैशन फिएस्टा नृत्य में मंच पर अपना कौशल दिखाते बच्चों ने अपनी संस्कृति, परम्परा एवं सभ्यताओं का परिचय देते हुए सभी को जागरूक करने का प्रयास किया। वहीं दूसरी ओर ‘तमाशां’ अफ्रीकन सांस्कृतिक नृत्य प्रस्तुति ने समस्त सभागार को तालियों की गड़गड़ाहट से गुंजायमान कर दिया।

विद्यालय निदेशिका रेखा बैद ने अपने सम्बोधन में बच्चों के आत्मविश्वास, उत्साह, कौशल एवं उनके अथक मेहनत की सराहना की। उन्होंने अभिभावकों, शिक्षक-शिक्षिकाओं तथा विद्यालय के प्रधानाचार्य के कुशल मार्गदर्शन के लिए धन्यवाद देते हुए बच्चों के उत्कृष्ट प्रदर्शन की प्रशंसा की। ‘फ्लाइट ऑफ लिटिल ड्रीम्स’ में प्रधानाचार्य नित्यानंद सिंह ने अपने स्वागत सम्बोधन में अभिभावकों एवं सभी के प्रति आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि विद्यालय ने 1350 बच्चों को सांस्कृतिक कार्यक्रमों में प्रतिभाग करा कर उन्हें अपने व्यक्तित्व का विकास करने का अवसर प्रदान किया।

दूसरे सत्र में डॉ. वंदना बंसल ने कहा कि हमारा देश सांस्कृतिक समृद्धि वाला देश है। हमारे जीवन में मूल्यों का होना अति आवश्यक है। पतंजलि विद्यालय समूह केवल किताबी शिक्षा ही नहीं देता बल्कि मूल्यपरक शिक्षा प्रदान करते हुए बच्चों को जीवन जीने का ज्ञान देकर अच्छे मानव का निर्माण करता है।

विद्यालय निदेशिका रेखा बैद ने कहा कि बच्चों के अंदर योग्यता एवं प्रतिभा का अकूत भंडार है। हमारा विद्यालय बच्चों के अंदर छिपी प्रतिभा को निखारने का उचित अवसर प्रदान करता रहेगा। पतंजलि ऋषिकुल की उपाध्यक्षा डॉ. कृष्णा गुप्ता एवं विद्यालय सचिव यशोवर्धन ने अपने प्रेषित संदेश में समस्त विद्यालय परिवार को वार्षिकोत्सव के कुशल संपादन के लिए बधाई दी और सभी प्रस्तुतियों की प्रशंसा की।

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हिन्दुस्थान समाचार / विद्याकांत मिश्र