Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
- मुख्यमंत्री डॉ. यादव की केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा से हुई वीसी में हुई चर्चा
उज्जैन, 21 दिसंबर (हि.स.)। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि मध्य प्रदेश में टीबी मुक्त अभियान के लिए व्यापक प्रचार प्रसार किया जा रहा है। जिला स्तर पर जरूरी निर्देश भी जारी किए गए हैं। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश को 2025 तक पूरी तरह टीबी रोग से मुक्त बना दिया जाएगा। इस दिशा में हम लगातार कार्य कर रहे हैं। विशेष कर सघन बस्तियों और अन्य जगहों पर कार्य किया जा रहा है। मध्य प्रदेश में 2000 से अधिक ऐसी ग्राम पंचायत हैं जो पूर्णता टीबी मुक्त हो चुकी हैं। आज उज्जैन जिले की 56 ग्राम पंचायत को भी टीबी मुक्त घोषित किया जा रहा है। मध्य प्रदेश में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मिशन को पूरी तरह से सफल बनाने के लिए 2025 पूर्ण रूप से टीबी मुक्त मध्य प्रदेश राज्य बनाया जाएगा।
मुख्यमंत्री डॉ.यादव शनिवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा की अध्यक्षता में टीबी मुक्त भारत बनाने के लिए हुई वीडियो कांफ्रेंस में उज्जैन से शामिल होकर प्रदेश में चल रही गतिविधियों की जानकारी दे रहे थे। इस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में गुजरात, उत्तर प्रदेश, राजस्थान के साथ ही अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री भी सम्मिलित हुए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्य प्रदेश में फूड बास्केट बांटने में देश में हमारा दूसरा स्थान है। प्रदेश में 3000 से अधिक शिविरों का आयोजन किया जा चुका है। साथ ही 122 से अधिक जन जागरूकता रैली भी निकाली गई हैं। यही नहीं 5000 से अधिक लोगों ने निक्षय मित्र बनने की शपथ ली है। मध्य प्रदेश में व्यापक अभियान चलाया जा रहा है। इसके लिए उद्योग, कारखानों, ईंटभट्टों और सघन बस्तियों में विशेष जांच अभियान भी चलाया जा रहा है।
जनकल्याण अभियान के साथ चलेगा टीबी उन्मूलन अभियान-
उन्होंने कहा कि प्रदेश में मुख्यमंत्री जनकल्याण अभियान के साथ ही 40 दिन का विशेष अभियान चलाया जाएगा, जिसमें टीबी परीक्षण और उनके उपचार के संबंध में भी व्यापक जानकारी देने के साथ निक्षय मित्र बनाए जा रहे हैं। आगामी 26 जनवरी तक चलने वाले जन कल्याण अभियान में टीबी मुक्त बनाने के लिए मध्य प्रदेश में पूरे समर्पण के साथ कार्य किया जाएगा।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान पर भारत को 2025 तक टीबी मुक्त बनाना है। इसके लिए सभी राज्य अपने स्तर पर कार्य करें और देश के 347 जिलों में टीबी के मरीज मिल रहे हैं, ऐसे लोगों का व्यापक रूप से परीक्षण करें। उनके उपचार के साथ उनके स्वास्थ्य और पोषण की व्यवस्था के साथ जन जागरुकता के लिए व्यापक प्रचार- प्रचार करें। उन्हाेंने कहा कि रोगियों की टेस्टिंग करें और उनके समुचित उपचार की सुविधा शुरू करें। इसके लिए व्यापक स्तर पर प्रचार अभियान के साथ कार्य योजना बनाकर कार्य किया जाए। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने भी विचार व्यक्त किए।
वीडियो कांफ्रेंस के महत्वपूर्ण बिंदु और मुख्यमंत्री डॉ. यादव के निर्देश- मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने सभी जिलों में अधिकारियों से टीबी रोग के नियंत्रण के संबंध में चर्चा की और आमजन और जनप्रतिनिधियों की सक्रिय भूमिका सुनिश्चित करने को कहा।- अधिक से अधिक फूड बास्केट के वितरण एवं जन भागीदारी के बारे में विचार- विमर्श किया गया। निक्षय मित्र बनने के लिए लोगों को प्रोत्साहित किया जाए।- सभी प्रमुख व्यक्तियों, सेलिब्रिटीज, औद्योगिक इकाइयों के प्रतिनिधियों और स्वैच्छिक संगठनों की भागीदारी बढ़ाई जाए।- आईईसी गतिविधियों और सोशल मीडिया के उपयोग से टीबी हारेगा देश जीतेगा की थीम पर निरंतर कार्य करने पर सहमति हुई।- मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने वरिष्ठ अधिकारियों एवं सभी जिलों के अधिकारियों को प्रदेश में टीबी उन्मूलन के प्रयास बढ़ाने को कहा और अन्य महत्वपूर्ण निर्देश दिए।
-----------
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर