उच्च ऊर्जा भौतिकी पर अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिक बीएचयू में कर रहे मंथन
—परमाणु ऊर्जा विभाग तथा परमाणु विज्ञान अनुसंधान बोर्ड की द्विवार्षिक संगोष्ठी आरंभ वाराणसी,21 दिसम्बर (हि.स.)। काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में उच्च ऊर्जा भौतिकी पर मंथन के लिए अन्तरराष्ट्रीय वैज्ञानिकों का जमावड़ा हो रहा है। भारतीय परमाणु ऊर्
गोष्ठी में मुख्य अतिथि का सम्मान


—परमाणु ऊर्जा विभाग तथा परमाणु विज्ञान अनुसंधान बोर्ड की द्विवार्षिक संगोष्ठी आरंभ

वाराणसी,21 दिसम्बर (हि.स.)। काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में उच्च ऊर्जा भौतिकी पर मंथन के लिए अन्तरराष्ट्रीय वैज्ञानिकों का जमावड़ा हो रहा है। भारतीय परमाणु ऊर्जा विभाग (डीएई)-परमाणु विज्ञान अनुसंधान बोर्ड (बीआरएनएस)की संयुक्त पहल पर शनिवार से शुरू उच्च ऊर्जा भौतिकी द्विवार्षिक संगोष्ठी का उद्घाटन महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के कुलपति प्रो.ए.के. त्यागी ने किया। संगोष्ठी में संयुक्त राज्य अमेरिका, दक्षिण कोरिया और जापान के प्रतिभागियों सहित प्रमुख राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय संस्थानों के 400 से अधिक वैज्ञानिक और छात्र-छात्राएं हुए। संगोष्ठी में भौतिक विज्ञान में मौलिक अनुसंधान के भविष्य को आकार देने,ब्रह्मांड के सबसे गहन रहस्यों को समझने में उच्च-ऊर्जा भौतिकी के महत्व को बताया गया। विज्ञान का यह क्षेत्र अभूतपूर्व खोजों की नींव रखता है, कण भौतिकी को ब्रह्माण्ड विज्ञान और खगोल कण भौतिकी से जोड़ता है, तथा ब्रह्माण्ड की उत्पत्ति और विकास से जुड़े प्रश्नों का उत्तर देता है। संगोष्ठी के संयोजक डॉ. अविजित गांगुली( भौतिकी अनुभाग, महिला महाविद्यालय बीएचयू) के अनुसार द्विवार्षिक संगोष्ठी डीएई के तहत परमाणु विज्ञान अनुसंधान बोर्ड, गणितीय विज्ञान संस्थान, चेन्नई, टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडा मेंटल रिसर्च, मुंबई, हरीश चंद्र इंस्टीट्यूट, इलाहाबाद, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो), वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद, दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय, गया और काशी हिंदू विश्वविद्यालय, वाराणसी संयुक्त रूप से प्रायोजित कर रही है। गोष्ठी में उच्च ऊर्जा भौतिकी, ब्रह्मांड विज्ञान, खगोल कण भौतिकी और परमाणु भौतिकी में ज्ञान की सीमाओं को आगे बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान किया जाएगा। गोष्ठी के एजेंडे में पूर्ण सत्र, समानांतर सत्र और पोस्टर प्रस्तुतियां शामिल है, जो परस्पर वैज्ञानिक सहयोग और बौद्धिक आदान-प्रदान के माहौल को बढ़ावा देता है। ये सत्र कण भौतिकी और ब्रह्मांडीय और क्वांटम घटनाओं के बीच जटिल अंतर्संबंध जैसे कई विषयों में चर्चा पर आधारित हैं । इन अत्याधुनिक चर्चाओं के साथ ही संगोष्ठी में युवा प्रतिभाओं को बढ़ावा देने को प्राथमिकता दी जाती है। पोस्टर सत्र और मौखिक प्रस्तुतियाँ उभरते शोधकर्ताओं को अपना काम प्रस्तुत करने, प्रसिद्ध वैज्ञानिकों के साथ बातचीत करने के लिए एक अनूठा मंच प्रदान करती हैं। कार्यक्रम में सह-संयोजक प्रो. बी. पी. मंडल, भौतिकी विभाग, बीएचयू , प्रो. राज गांधी, एचआरआई, प्रो. वेंकटेश सिंह और डॉ. लखविंदर सिंह, सीयूएसबी, गया, प्रो. इंदुमति, आईएमएससी, चेन्नई, प्रो. सज्जाद अतहर, एएमयू, अलीगढ़ और प्रो अजय कुमार की मौजूदगी रही।

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हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी