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उदयपुर, 21 दिसंबर (हि.स.)। राज्यपाल हरिभाऊ बागडे़ ने कहा कि पाठ्यक्रम आधारित शिक्षा से डिग्री मिल सकती है, लेकिन जीवन सुधारने के लिए बौद्धिक क्षमता का विकास आवश्यक है। उन्होंने शिक्षकों से अपने ज्ञान को छात्रों के बीच बांटने का आह्वान किया।
वे शनिवार को महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (एमपीयूएटी) उदयपुर के 18वें दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रहे थे। राज्यपाल बागडे ने शिक्षा और कृषि में नवाचार पर जोर दिया। राज्यपाल ने भारत की आत्मनिर्भरता पर चर्चा करते हुए कहा कि आज देश दूध, फल, सब्जी और खाद्यान्न उत्पादन में शीर्ष स्थान पर है। उन्होंने हरित, श्वेत और पीत क्रांतियों की सफलता को भारत की कृषि प्रगति का आधार बताया। उन्होंने पानी के दुरुपयोग और प्राकृतिक खेती की आवश्यकता पर बल दिया। राज्यपाल बागडे़ ने अपने संबोधन में विद्यार्थियों को प्रेरक और रोचक ढंग से जोड़ा। उन्होंने पानी की बचत पर जोर देते हुए अपनी सादगी का उदाहरण पेश किया। उन्होंने शिवाजी महाराज और महाराणा प्रताप के सांस्कृतिक मूल्यों की रक्षा के संघर्ष का भी उल्लेख किया।
समारोह में मुख्य वक्ता और असम कृषि विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति, डॉ. अमरनाथ मुखोपाध्याय ने कृषि क्षेत्र में भारत की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि भारत आज दुनिया का सबसे बड़ा दूध उत्पादक और सब्जी, फल, अंडा एवं मछली का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है। उन्होंने कृषि क्षेत्र के ऐतिहासिक विकास की चर्चा करते हुए इसे कृषि 1.0 से 4.0 तक वर्गीकृत किया, जिसमें डिजिटल तकनीकों और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसी प्रौद्योगिकियों के समावेश का उल्लेख किया।
समारोह के आरंभ में विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. अजीत कुमार कर्नाटक ने वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। उन्होंने विश्वविद्यालय द्वारा किए गए 26 पेटेंट, 26 अनुसंधान परियोजनाओं की स्वीकृति और राष्ट्रीय स्तर पर मक्का और ज्वार की नई किस्मों की उपलब्धि का उल्लेख किया। साथ ही उन्होंने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत शुरू किए गए पाठ्यक्रमों और शैक्षणिक सुधारों की जानकारी दी।
कार्यक्रम में 938 स्नातक, 181 निष्णात और 62 विद्यावाचस्पति अभ्यर्थियों को डिग्रियां प्रदान की गईं। इस अवसर पर 42 विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया। ए वितोली चिशी, निष्णात (कृषि अभियांत्रिकी) प्रसंस्करण एवं खाद्य अभियांत्रिकी को चांसलर गोल्ड मैडल प्रदान किया गया।
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हिन्दुस्थान समाचार / सुनीता