गुजरात को रोल मॉडल व ग्रोथ इंजन बनाने में अधिकारियों का महत्वपूर्ण योगदान : भूपेन्द्र पटेल
-गांधीनगर में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की अध्यक्षता में जिला कलेक्टरों और जिला विकास अधिकारियों की कॉन्फ्रेंस गांधीनगर, 20 दिसंबर (हि.स.)। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने शुक्रवार को राज्य के अधिकारियों-कर्मचारी की सराहना करते हुए कहा कि गुजरात आज वि
गांधीनगर में शुक्रवार को आयोजित जिला कलेक्टरों और जिला विकास अधिकारियों की कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल।


गांधीनगर में शुक्रवार को आयोजित जिला कलेक्टरों और जिला विकास अधिकारियों की कॉन्फ्रेंस में शामिल जिलों के कलेक्टर, डीडीओ समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी।


-गांधीनगर में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की अध्यक्षता में जिला कलेक्टरों और जिला विकास अधिकारियों की कॉन्फ्रेंस

गांधीनगर, 20 दिसंबर (हि.स.)। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने शुक्रवार को राज्य के अधिकारियों-कर्मचारी की सराहना करते हुए कहा कि गुजरात आज विकास का रोल मॉडल व ग्रोथ इंजन बना है तो इसमें जिला प्रमुख के रूप में कलेक्टर-डीडीओ तथा उनकी टीम का महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने कहा कि विकसित भारत के लिए विकसित गुजरात का रोडमैप तैयार है। उसके सुचारू क्रियान्वयन से 2047 तक विकसित गुजरात बनाने की संकल्पना तथा कार्यदक्षता जिला टीम प्रमुखों को दिखानी है।

पटेल शुक्रवार को गांधीनगर में राज्य के जिला कलेक्टरों तथा जिला विकास अधिकारियों (डीडीओ) की एक दिवसीय संयुक्त परिषद् का शुभारंभ करते हुए बोल रहे थे। पटेल ने कहा कि सरकार तथा क्रियान्वयन अधिकारियों एवं जिलों के प्रशासनिक प्रमुखों को जनता को अच्छी सेवा-सुविधाएँ व कल्याणकारी योजनाओं के लाभ पहुँचाने का माध्यम बनना है। जिला कलेक्टरों तथा जिला विकास अधिकारियों से यह अपेक्षित है कि वे इस दायित्व एवं कर्तव्य भाव के साथ अपनी भूमिका निभाएँ। मुख्यमंत्री ने ‘जीरो टोलरेंस अगेंस्ट करप्शन’ का निश्चय दोहराते हुए कहा कि विकास में आड़े आने वाले इस करप्शन को 100 प्रतिशत दूर करना ही होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार के परिपत्र-नियमों का जिलों में अलग-अलग अर्थघटन नहीं होना चाहिए। यदि कोई कार्य नियमानुसार न होने योग्य हो, तो उसके विषय में स्पष्ट कारण बता देने चाहिए। उन्होंने कहा कि व्यवस्था स्थायी है, कोई व्यक्ति या उसका पद स्थायी नहीं है। अत: सेवा काल के दौरान जन हित के कार्य पारदर्शिता तथा 100 प्रतिशत प्रामाणिकता से करके पद की गरिमा (स्टेट) ऊँचा लाने का विचार ही प्राथमिकता होना चाहिए।

इस एक दिवसीय कॉन्फ्रेंस में राजस्व, पंचायत व ग्रामीण विकास विभाग की लोगों से प्रत्यक्ष रूप से जुड़ी योजनाओं में जिलों के कामकाज की समीक्षा की गई। इसके अतिरिक्त; इस कॉन्फ्रेंस में निर्मल गुजरात 2.0, नल से जल, पीएम विश्वकर्मा योजना, प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना, पीएमजेएवाय तथा पीएम पोषण योजना के जिला स्तर पर हुए कामकाज पर प्रेजेंटेशन हुआ।

कांफ्रेंस को मुख्य सचिव राज कुमार ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर ग्रामीण विकास मंत्री राघवजी पटेल, पंचायत राज्य मंत्री बचुभाई खाबड, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सलाहकार डॉ. हसमुख अढिया, मुख्यमंत्री के दोनों अपर मुख्य सचिव पंकज जोशी व एम. के. दास, राज्य सरकार के विभिन्न विभागों के अपर मुख्य सचिव, प्रधान सचिव एवं मुख्यमंत्री की सचिव अवंतिका सिंह सहित अन्य विभागों के सचिव भी उपस्थित रहे।

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हिन्दुस्थान समाचार / बिनोद पाण्डेय