पूसीरे के दो कर्मचारियों को ‘अति विशिष्ट रेल सेवा पुरस्कार’
गुवाहाटी, 17 दिसंबर (हि.स.)। भारतीय रेल ने संरक्षा, नवाचार, राजस्व सृजन और परिचालन उत्कृष्टता में असाधारण योगदान के लिए विभिन्न जोन से 101 रेलवे कर्मचारियों और अधिकारियों के लिए प्रतिष्ठित 'अति विशिष्ट रेल सेवा पुरस्कार' की घोषणा की है। पुरस्कार
वंदे भारत-फाइल फोटो


गुवाहाटी, 17 दिसंबर (हि.स.)। भारतीय रेल ने संरक्षा, नवाचार, राजस्व सृजन और परिचालन उत्कृष्टता में असाधारण योगदान के लिए विभिन्न जोन से 101 रेलवे कर्मचारियों और अधिकारियों के लिए प्रतिष्ठित 'अति विशिष्ट रेल सेवा पुरस्कार' की घोषणा की है।

पुरस्कार विजेताओं में पूर्वोत्तर सीमा रेलवे (पूसीरे) के दो कर्मचारियों को उनके असाधारण समर्पण और निःस्वार्थ सेवा के लिए सम्मानित किया जाएगा, क्योंकि उनलोगों के ऐसे कार्यों से रेलवे के लिए जान और माल दोनों संपत्ति को बचाया जा सका। उन दोनों को रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव द्वारा 21 दिसंबर को भारतीय मंडपम, नई दिल्ली में आयोजित होने वाले एक भव्य समारोह में सम्मानित किया जाएगा।

पूसीरे के सीपीआरओ कपिंजल किशोर शर्मा ने आज बताया है कि पूसीरे से, बदरपुर के लोको पायलट/ गुड्स (इलेक्ट्रिकल) राज नारायण कुमार को उनकी बहादुरी और सतर्कता के लिए असाधारण कार्य के लिए चुना गया है। त्रिपुरा के तेलियामुरा स्टेशन से गुजरने के दौरान ट्रेन संख्या 05676 अप धर्मनगर-अगरतला पैसेंजर स्पेशल के परिचालन के दौरान उनकी समय पर की गई कार्रवाई से बारामुरा पहाड़ी श्रेणियों में संभावित अप्रिय घटना होने से बचाया गया। उस दिन, ट्रेन में लगभग 1,000 यात्री सवार थे और रेल पटरी पर बड़े पैमाने पर भूस्खलन होने से मार्ग अवरुद्ध हो गया था। सूझबूझ दिखाते हुए कुमार के आपातकालीन ब्रेक लगाने से ट्रेन मलबे से केवल 100 मीटर की दूरी पर ठहर गई, जिससे ट्रेन के सभी यात्री सकुशल बच गए। उनकी त्वरित सोच और रेल अधिकारियों के साथ संचार को प्रभावी ढंग से प्रबंधित करने में महत्वपूर्ण थे।

अन्य पुरस्कार विजेता में लमडिंग के वरिष्ठ सहायक लोको पायलट (इलेक्ट्रिकल) राहुल कुमार भी है। तेज हवा और भारी बारिश के बीच ट्रेन संख्या 15612 डाउन का परिचालन करते समय उन्हें गंभीर चुनौती का सामना करना पड़ा था। ट्रेन परिचालन के दौरान उनकी नजर एक पेड़ पर पड़ी, जो रेलवे पटरी पर गिरने की कगार पर था, जिससे सुरक्षा और परिचालन दक्षता में बाधा उत्पन्न हो सकती थी। उन्होंने लोको पायलट के साथ मिलकर आपातकालीन ब्रेक लगाए और ट्रेन को समय पर रोक दिया, जिससे ट्रेन को होने वाली संभावित क्षति टल गई और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित हो पायी। उनके इस अनुकरणीय प्रदर्शन और त्वरित निर्णय लेने के लिए उक्त पुरस्कार के लिए उनका चयन किया गया।

पूसीरे गर्व से उनकी उपलब्धियों और समर्पण का जश्न मनाता है, जो यात्री सुरक्षा के प्रति सेवा और प्रतिबद्धता के उच्चतम मानकों का उदाहरण है।--------

हिन्दुस्थान समाचार / अरविन्द राय