आकाश में ड्रोन उड़ता देख ग्रामीणों ने कोल सर्वे कंपनी  के कर्मियों को बनाया बंधक
दुमका, 17 दिसंबर (हि.स.)। उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र सिलंगी गांव के ग्रामीणों के बीच उस समय अफरा-तफरी मच गई जब आकाश में कई ड्रोन एक साथ उड़ता हुआ देखा। ड्रोन काफी नीचे होने के कारण ग्रामीणों को किसी अनहोनी का डर सताने लगा। इसी बीच कुछ युवक एक ड्रोन को
बंधक


दुमका, 17 दिसंबर (हि.स.)। उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र सिलंगी गांव के ग्रामीणों के बीच उस समय अफरा-तफरी मच गई जब आकाश में कई ड्रोन एक साथ उड़ता हुआ देखा। ड्रोन काफी नीचे होने के कारण ग्रामीणों को किसी अनहोनी का डर सताने लगा। इसी बीच कुछ युवक एक ड्रोन को मार गिराया और ड्रोन को मॉनिटर कर रहे स्थान डाक बंगला तक पहुंच गये। डाक बंगला परिसर से नवेली उत्तरप्रदेश पावर प्रॉजेक्ट लिमिटेड कंपनी के आधा दर्जन कर्मी ड्रोन उड़ाकर कोल क्षेत्र का सर्वे कर रहे थे। इसकी जानकारी किसी ग्रामीणों को नहीं दिया गया था।

सिलंगी के ग्रामीणों ने ड्रोन उड़ा कर सर्वे कर रहे है आधा दर्जन कर्मियों को चार घण्टे तक बंधक बना लिया। सभी ड्रोन और अन्य सामानों को डाक बंगला परिसर में रख कर सभी कर्मियों को बैठा दिया गया। तीन वाहनों में पहुँचे सात कर्मियों को बंधक बनाया गया था। तीन बजे के बाद टीम में मौजूद एसिस्टेंस इंजीनियर मंजीत कुमार ने ग्रामीणों को लिखित आवेदन दिया जिसमें उन्होंने अपनी गलती मानते हुए अगले दफा सूचना देकर ड्रोन से सर्वे या गांव में आने की जानकारी देंगे, जिसके बाद ही कार्य करेंगे। सर्वे कर रहे टीम में ड्रोन सर्वेयर शांतनु मंडल, विजय महतो, अशोक दास, विकास चंद्र लोहार, श्याम दास और हरीश शामिल थे।

उल्लेखनीय है कि गोपीकांदर के ओडमो पंचायत में करीब एक दर्जन गांव कोयला उत्खनन होने वाली है। कुंडापहाड़ी, चिरुडीह और मोहुलडाबर गांव में नवेली उत्तरप्रदेश पॉवर प्रॉजेक्ट कम्पनी द्वारा कोयला उत्खनन का कार्य करेगी। बताया जाता है कि वन विभाग के आदेश के बाद नवेली ने अपने कर्मियों को सिलंगी गांव से बाकी गांव और पहाड़ों से बहने वाली झरना, तालाब, चेक डैम, पेड़ों की सर्वे करने भेजी थी।

गोपीकांदर अंचल क्षेत्र के ओडमो पंचायत में अरबिंदो और नवेली कोयला कम्पनी कोयला का उत्खनन करेगी। नवेली कुंडापहाड़ी, चिरुडीह और मोहुलडाबर तो अरबिंदो ओडमो, चिरुडीह, मधुबन, केतोपोका सहित गांव को प्रभावित करेगी। ऐसे में सभी कम्पनी अपने कर्मियों को गांव भेजकर तरह तरह का सर्वे करा रही है।

ग्रामीण सुकल मरांडी ने बताया कि पिछले साल आधा दर्जन गांव के ग्रामीणों ने ये निर्णय लिया था कि कोयला कम्पनी के कोई भी पदाधिकारी या कर्मी ग्राम प्रधान को कार्य से पहले जानकारी देंगे, जिसके बाद गांव में सर्वे या अन्य कार्य करेंगे यदि बगैर किसी जानकारी का कर्मी कार्य करेंगे तो उन्हें जुर्माना लगाया जाएगा। सोमवार को नवेली के कर्मी बगैर जानकारी के गांव में प्रवेश किया और ड्रोन उड़ाकर सर्वे कर रहे थे। ग्रामीणों ने जब देखा तो डर का माहौल बन गया। हालांकि उन्होंने बताया तीन बजे के बाद कम्पनी के कर्मी के जरिये लिखित आवेदन दिया गया, जिसके बाद सिर्फ सिलंगी गांव का सर्वे करने का आदेश दिया गया।

एनयूपीपीएल एसिस्टेंस इंजीनियर साईबर अपराध मंजीत कुमार ने बताया कि यह सर्वे नवेली कम्पनी के जरिये कराया जा रहा है। सर्वे में नदी, नाला, चेक डैम, झरना, तालाब सहित पेड़ों को देखा जा रहा है। ग्रामीणों के जरिये काम को रोक दिया गया है और एक स्थान पर सभी कर्मियों को बैठाया गया है।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / नीरज कुमार