शुद्ध प्लस फर्म से ठगी में महिला भी थी शामिल
--हैदराबाद की महिला के खाते में ट्रांसफर हुए थे 1.80 करोड रुपए, जल्द गोरखपुर लाई जाएगी
शुद्ध प्लस फर्म से ठगी में महिला भी थी शामिल


गोरखपुर, 17 दिसम्बर (हि.स.)। गोरखपुर में नाइन कम्पनी के मालिक अमर तुलस्यान के जीएम से 2.70 करोड़ रुपये की जालसाजी के मामले में एक महिला का नाम भी सामने आया है। पुलिस की जांच में सामने आया है कि महिला हैदराबाद की रहने वाली है। जालसाजों के झांसे में आए जीएम रमेश कुमार ने हैदराबाद के ICICI बैंक के जिस खाते में 14 नवम्बर को 1.80 करोड़ रुपये भेजे थे, वो खाता इसी महिला का है।

गोरखपुर पुलिस की पहल पर हैदराबाद पुलिस ने महिला और उसके पति काे थाने में बुलाकर पूछताछ की है। बहुत जल्द गोरखपुर साइबर अपराध थाने की पुलिस भी महिला से पूछताछ करने हैदराबाद रवाना होगी।

--तेलंगाना से पकड़े गए थे दो आरोपी

पुलिस के मुताबिक, जीएम रमेश कुमार ने पहले दिन 13 नवम्बर को 90 लाख रुपये यश बैंक में भेजे थे। इसमे तेलांगना जाकर साइबर अपराध थाने की पुलिस ने दो आरोपियों जनपद जगित्याल के मेटापल्ली रमेश और अल्ले सत्यम को गिरफ्तार कर जेल ​​भिजवा दिया। दूसरे दिन फिर झांसे में आकर ICICI बैंक खाते में 1.80 करोड़ रुपये भेजे थे। खाताधारक की पहचान पुलिस ने महिला के रूप में कर ली है। महिला ने हैदराबाद पुलिस को बताया है कि वह ट्रेडिंग करती है। इस दौरान एक व्य​क्ति से सम्पर्क हुआ। उसने कुछ रुपये का लालच देकर मेरे खाते में रुपये मंगाए थे।

--अभी पुलिस की पकड़ से दूर है मास्टरमाइंड

अभी तक साइबर अपराध थाने की जांच में कैरियर ही मिले हैं। जालसाजी करने वाला मास्टर माइंड अभी भी पुलिस से दूर है। पुलिस का मानना है कि कम्बोडिया में बैठकर मास्टरमाइंड कैरियर के माध्यम से देश के अंदर जालसाजी कर रहा है।

--व्हाट्सएप पर डॉयरेक्टर की फोटो लगाकर दिया था झांसा

दरअसल, जालसाजी के मामले में जीएम रमेश कुमार ने 14 नवम्बर को केस दर्ज कराया था। जीएम ने तहरीर में लिखा था कि 13 नवम्बर को उनके व्हाट्सएप पर निदेशक अमर तुलस्यान का फोटो लगा हुआ मैसेज आया। इसमें लिखा था कि उनका यह नंबर सेव कर लें। उस नंबर को सेव कर लिया। इसके बाद चैटिंग हुई, जिसमें लिखा गया कि वह एक नए प्रोजेक्ट पर काम कर रहा हैं, इससे सम्बंधित कागजात आपको भेज देंगे। यह बताने के बाद यस बैंक का खाता नंबर भेजा गया, जिसमें 90 लाख रुपये ट्रांसफर करने का निर्देश आया।

दूसरे दिन 14 नवम्बर को भी उसी नंबर से एक और खाता नंबर भेजा गया, जिसमें 1.80 करोड़ रुपये भेजने का निर्देश मिला। निर्देश का पालन करते हुए उन्होंने ऑफिस के कर्मचारी नागेंद्र शुक्ला से नेट बैंकिंग के जरिये रुपये ट्रांसफर करवाए।

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हिन्दुस्थान समाचार / प्रिंस पाण्डेय