​वायु सेना प्रमुख ने बदलते युद्ध की प्रकृति में 'एयरोस्पेस पावर' को बताया महत्वपूर्ण
वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने युद्ध की तेजी से विकसित हो रही प्रकृति में एयरोस्पेस पावर की प्रासंगिकता को महत्वपूर्ण बताया है।

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- वायु सेना अकादमी में 204 स्नातक कैडेट्स को दी पूरे करियर में लड़ाई के लिए फिट रहने की सलाह

नई दिल्ली, 14 दिसंबर (हि.स.)। वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने युद्ध की तेजी से विकसित हो रही प्रकृति में एयरोस्पेस पावर की प्रासंगिकता को महत्वपूर्ण बताया है। हैदराबाद के डुंडीगल स्थित वायु सेना अकादमी में शनिवार को संयुक्त स्नातक परेड में उन्होंने सामंजस्य और टीम वर्क के महत्व पर जोर देते हुए स्नातक फ्लाइट कैडेट्स को अपने पूरे करियर में लड़ाई के लिए फिट रहने और अत्यधिक समर्पण के साथ काम करने की सलाह दी। वायु सेना को आज यहां से कुल 204 स्नातक कैडेट्स मिले, जिनमें 178 पुरुष और 26 महिलाएं हैं।

एयर चीफ मार्शल एपी सिंह भारतीय वायु सेना की फ्लाइंग और ग्राउंड ड्यूटी शाखाओं के फ्लाइट कैडेट्स की संयुक्त स्नातक परेड में बतौर समीक्षा अधिकारी शामिल हुए। परेड को संबोधित करते हुए वायु सेना प्रमुख ने परेड में शामिल कैडेट्स के शानदार प्रदर्शन तथा सटीक ड्रिल मूवमेंट को सराहा। उन्होंने युद्ध की तेजी से विकसित हो रही प्रकृति में एयरोस्पेस पावर की प्रासंगिकता को सामने रखा। उन्होंने सामंजस्य और टीम वर्क के महत्व पर जोर दिया। विभिन्न प्रशिक्षण विषयों में उनके असाधारण प्रदर्शन के सम्मान में समीक्षा अधिकारी ने स्नातक अधिकारियों को पुरस्कार प्रदान किए।

एयर चीफ मार्शल ने उन्हें अपने पूरे करियर में लड़ाई के लिए फिट रहने और अत्यधिक समर्पण और ईमानदारी के साथ काम करने के महत्व के बारे में भी सलाह दी। उन्होंने सभी पास आउट अधिकारियों को याद दिलाया कि आप भविष्य के कमांडर हैं, और आप भारतीय वायु सेना के भाग्य का निर्धारण करेंगे। उन्होंने प्रत्येक पास आउट अधिकारी से भारतीय वायु सेना का सम्मान और परंपरा को बनाए रखने का आग्रह किया। अकादमी के कमांडेंट ने स्नातक अधिकारियों को देश की संप्रभुता और सम्मान की रक्षा करने की शपथ दिलाई। विभिन्न प्रशिक्षण विषयों में उनके असाधारण प्रदर्शन के सम्मान में समीक्षा अधिकारी ने स्नातक अधिकारियों को पुरस्कार प्रदान किए।

उन्होंने परेड की सलामी लेने के बाद स्नातक फ्लाइट कैडेटों को राष्ट्रपति का कमीशन प्रदान किया। शानदार मार्च पास्ट में कुल 204 कैडेट्स शामिल हुए, जिसमें 178 पुरुष और 26 महिलाएं हैं। परेड का सबसे मुख्य आकर्षण 'कमीशनिंग समारोह' था, जिसके दौरान स्नातक कैडेटों को वायु सेना प्रमुख ने उनकी 'रैंक' प्रदान की। फ्लाइंग ब्रांच के फ्लाइंग ऑफिसर पराग धनखड़ को पायलट कोर्स में समग्र योग्यता क्रम में प्रथम स्थान पर आने के लिए प्रतिष्ठित 'राष्ट्रपति पट्टिका' और 'चीफ ऑफ द एयर स्टाफ स्वॉर्ड ऑफ ऑनर' से सम्मानित किया गया। फ्लाइंग ऑफिसर राम प्रसाद गुर्जर को ग्राउंड ड्यूटी ब्रांच में समग्र योग्यता क्रम में प्रथम स्थान पर आने के लिए 'राष्ट्रपति पट्टिका' से सम्मानित किया गया।

समारोह में स्नातक अधिकारियों के परिजन भी मौजूद थे। वायु सेना अधिकारियों के जीवन में कमीशनिंग समारोह का बहुत महत्व है, क्योंकि वे अपने माता-पिता और परिवार के सदस्यों की मौजूदगी में राष्ट्रपति का कमीशन प्राप्त करते हैं। यह उनके करियर का सबसे यादगार दिन बन जाता है, जो राष्ट्र की सेवा में सम्मान, गर्व और गरिमा से भरे जीवन की शुरुआत का प्रतीक है। वायु सेना प्रमुख का स्वागत प्रशिक्षण कमान के कमांडिंग-इन-चीफ एयर मार्शल नागेश कपूर और वायु सेना अकादमी के कमांडेंट एयर मार्शल एस श्रीनिवास ने किया। इस मौके पर भारतीय नौसेना के नौ अधिकारियों, भारतीय तटरक्षक बल के नौ अधिकारियों और मित्र देश के एक अधिकारी को भी उड़ान प्रशिक्षण सफलतापूर्वक पूरा करने पर 'विंग्स' से सम्मानित किया गया।

परेड का समापन वायु सेना में शामिल हुए नए अधिकारियों के 'प्रथम पग' के साथ हुआ, जिन्होंने मार्शल मार्चिंग धुनों की गूंज के साथ दो स्तंभों में मार्च किया। स्नातक परेड के दौरान चार प्रकार के प्रशिक्षक विमानों ने फ्लाई पास्ट किया, जिसमें पिलाटस पीसी-7 एमके II, हॉक, किरण और चेतक विमान शामिल थे। इसके अलावा पीसी-7 एमके-II, एसयू-30 एमकेआई विमान, सारंग हेलीकॉप्टर टीम और सूर्य किरण एरोबैटिक टीम का प्रदर्शन भव्य समापन का हिस्सा थे।  

हिन्दुस्थान समाचार / सुनीत निगम