मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह 448 जोड़े जीवन साथी बनें
राज्यमंत्री रामकेश निषाद ने नवविवाहित जोड़ों को आशीर्वाद देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना गरीब परिवारों के लिए अत्यंत लाभकारी है।
सामूहिक विवाह


बांदा, 30 नवंबर (हि.स.)। पं. जे.एन.पी.जी. कॉलेज मैदान में समाज कल्याण विभाग द्वारा आयोजित मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह कार्यक्रम धूमधाम से संपन्न हुआ। इस समारोह में 448 जोड़ों का विवाह गायत्री परिवार के पुरोहितों द्वारा विधिवत मंत्रोच्चार और परंपराओं के अनुसार कराया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि जलशक्ति विभाग के राज्य मंत्री रामकेश निषाद, जिला पंचायत अध्यक्ष सुनील सिंह पटेल, नगर पालिका अध्यक्ष मालती बासु गुप्ता, जिलाधिकारी नागेंद्र प्रताप, एवं अन्य जनप्रतिनिधियों ने भाग लिया।

राज्यमंत्री रामकेश निषाद ने नवविवाहित जोड़ों को आशीर्वाद देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना गरीब परिवारों के लिए अत्यंत लाभकारी है। यह योजना 2017 से निरंतर आयोजित की जा रही है, जिसमें सभी वर्गों की बेटियों के साथ-साथ अल्पसंख्यक परिवारों की बेटियों का निकाह भी पूरे रीति-रिवाजों के साथ कराया जाता है। उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत विवाह के लिए दी जाने वाली धनराशि को 31,000 रुपए से बढ़ाकर 51,000 रुपए कर दिया गया है। यह योजना न केवल दहेज प्रथा जैसी कुरीतियों को समाप्त करने में सहायक है, बल्कि गरीब परिवारों को आर्थिक सहयोग भी प्रदान करती है।

कार्यक्रम में जिलाधिकारी नागेंद्र प्रताप ने नवदम्पतियों को शुभकामनाएं दीं और कहा कि मुख्यमंत्री की यह महत्वाकांक्षी योजना समाज में बेटियों के विवाह से जुड़ी आर्थिक परेशानियों को कम करने में सहायक है। उन्होंने योजना के व्यापक सामाजिक महत्व को रेखांकित किया।

समारोह में पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष लवलेश सिंह, ब्लॉक प्रमुख नरैनी मनफूल पटेल, मुख्य विकास अधिकारी वेद प्रकाश मौर्य, अपर जिलाधिकारी राजेश कुमार, जिला समाज कल्याण अधिकारी अभिषेक कुमार अवस्थी, और अन्य अधिकारियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।

मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह कार्यक्रम के माध्यम से प्रदेश सरकार महिलाओं को सशक्त और स्वावलंबी बनाने के उद्देश्य को भी बल दे रही है। योजनाएं जैसे कन्या सुमंगला योजना, मिशन शक्ति, उज्जवला योजना, और जननी सुरक्षा योजना के माध्यम से बेटियों के स्वास्थ्य, शिक्षा और विवाह की जिम्मेदारी निभाई जा रही है।

कार्यक्रम का संचालन अर्चना भारती ने किया, और इसे सामाजिक सौहार्द एवं जनकल्याण का उत्कृष्ट उदाहरण बताया गया।

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हिन्दुस्थान समाचार / अनिल सिंह