जीएमसीएच के डाक्टरों ने एंडोस्कोपी द्वारा किया जटिल आपरेशन को सफल
पूर्णिया, 29 नवंबर (हि.स.)। जीएमसीएच में अनगिनत लैप्रोस्कोपिक सर्जरी सफलतापूर्वक करने के उपरांत यहां के डाक्टर अब एंडोस्कोपी/सिग्मोइडोस्कॉपी की मदद से जटिल सर्जरी को भी कुछ ही मिनटों में कर नए कीर्तिमान स्थापित कर रहे हैं। इसी कड़ी में आज शुक्रवा
आपरेशन जिसका किया गया


पूर्णिया, 29 नवंबर (हि.स.)।

जीएमसीएच में अनगिनत लैप्रोस्कोपिक सर्जरी सफलतापूर्वक करने के उपरांत यहां के डाक्टर अब एंडोस्कोपी/सिग्मोइडोस्कॉपी की मदद से जटिल सर्जरी को भी कुछ ही मिनटों में कर नए कीर्तिमान स्थापित कर रहे हैं।

इसी कड़ी में आज शुक्रवार को एक मरीज जिसका नाम मो अल्तमस था जो बायसी का रहने वाला था मात्र 2 वर्ष की उम्र में मलाशय के polyp से पीड़ित था इसमें मल के साथ रक्तस्राव होने की समस्या आती है और बच्चे को काफी कष्ट होता है।

एक पीडियाट्रिशियन को जब इसकी जानकारी हुई की सरकारी अस्पताल में इसकी सर्जरी संभव है तब उन्होंने तुरंत जीएमसी के चिकित्सकों से संपर्क किया चिकित्सकों ने अधीक्षक से संपर्क कर इस प्रकार के जटिल सर्जरी की अनुमति मांगी।

अधीक्षक डा संजय कुमार ने अपने चिकित्सकों के ऊपर विश्वास जताते हुए सहर्ष अनुमति दे दी ।अगले ही दिन बच्चे को ओपीडी में खाली पेट बुलाकर मात्र 20 मिनट में एंडोस्कोप/सिग्मोइडोस्कॉप से मलद्वार के पोलिप का सफलतापूर्वक ऑपरेशन कर दिया गया।

बच्चा पूरी तरह स्वस्थ है और कुछ घंटों में उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।

अधीक्षक संजय कुमार ने बताया कि आगे भी जीएमसी में मिलने वाले चिकित्सीय सुविधाओं का लाभ गरीब मरीजों को बेहतर ढंग से दिलवाने में अपने चिकित्सकों का सहयोग करते रहेंगे। साथ ही उन्होंने अपने चिकित्सकों की टीम को बधाई भी दी।

सर्जन डा तारकेश्वर ने बताया कि बच्चों में यह बीमारी पाई जाती है परंतु ओपन सर्जरी( बिना एंडोस्कोप के ) कठिन होती है बच्चे को अस्पताल में भर्ती रहना पड़ता है।परंतु दूरबीन विधि से करने पर इलेक्ट्रिक कोटरी से पोलिप को काटने से काफी कम रक्तस्राव होता है एवं बच्चा जल्दी ही ठीक हो जाता है।उन्होंने बताया कि अगर इस पोलिप को समय रहते नहीं निकाला जाए तो यह कैंसर का रूप ले सकता है।साथ ही बच्चे को बार बार सर्जन से मिलकर कोलोनोस्कोपी करवाकर देखना पड़ता है क्योंकि दुबारा इस प्रकार का पोलिप हो सकता है अस्पताल में जांच निःशुल्क होने से गरीब मरीजों को काफी सुविधा मिलने लगी है ।

चिकित्सकों की टीम में सर्जन डा तारकेश्वर कुमार, एनेस्थेटिस्ट डा विकाश कुमार,सहायक चिकित्सक डा अमित,अर्चिता पटेल ने इस कारनामे को कर दिखाया।

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हिन्दुस्थान समाचार / नंदकिशोर सिंह