स्वच्छता मानकों के कार्यों में लापरवाही बर्दाश्त नहीं, होगी सख्त कार्रवाई : ए.के. शर्मा
लखनऊ, 21 नवम्बर (हि.स.)। प्रदेश के सभी निकाय स्वच्छ सर्वेक्षण-2024 में बेहतर प्रदर्शन करने तथा राष्ट्रीय स्तर पर स्वच्छता मानकों की रैकिंग के सुधार के लिए धरातल पर उतरकर ठोस प्रयास करें। सभी जिम्मेदार अधिकारी व कार्मिक मुस्तैदी के साथ अपनी जिम्मेदारि
ए.के. शर्मा


लखनऊ, 21 नवम्बर (हि.स.)। प्रदेश के सभी निकाय स्वच्छ सर्वेक्षण-2024 में बेहतर प्रदर्शन करने तथा राष्ट्रीय स्तर पर स्वच्छता मानकों की रैकिंग के सुधार के लिए धरातल पर उतरकर ठोस प्रयास करें। सभी जिम्मेदार अधिकारी व कार्मिक मुस्तैदी के साथ अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करेंगे और विगत वर्षों की स्वच्छता संर्वेक्षण की कमियों में सुधार के लिए निरन्तर प्रयास भी करेंगे। सभी निकाय नियमित साफ सफाई, कूड़ा निस्तारण, गार्वेज मुक्ति, सोर्स सेग्रीगेशन पर गम्भीरता से कार्य करेंगे। स्वच्छता मानकों के कार्यों में किसी भी प्रकार की शिथिलता एवं लापरवाही पर बर्दाश्त नहीं की जायेगी और सख्त कार्रवाई की जायेगी। यह निर्देश ऊर्जा एवं नगर विकास मंत्री ए.के. शर्मा ने नगर निकाय के अधिकारियों ने और कर्मचारियों को दिया।

नगर विकास मंत्री गुरूवार को जल निगम के फील्ड हास्टल ’संगम’, लखनऊ में राष्ट्रीय स्तर पर होने वाले आगामी स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर निकाय कार्यों की वर्चुअल समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि विगत दो वर्षों से अधिक समय से निकायों में किये जा रहे कार्यों की मानीटरिंग में शिथिलता रही है, लेकिन अब किसी को भी निकाय कार्यों में शिथिलता की छूट नहीं होगी। जिस प्रकार से ऊर्जा विभाग में नियमित रूप से लापरवाही पर विद्युत कार्मिकों पर कार्यवाही हो रही है। इसी प्रकार अब निकायों में भी कार्यवाही का दण्ड भुगतने के लिए तैयार रहे।

नगर विकास मंत्री ने कहा कि स्वच्छता कार्यों की नियमित मॉनीटरिंग के लिए सभी निकायों में चेक प्वाइंट बनाये जाए। साथ ही ऐप और आधुनिक तकनीक का भी सहारा लिया जाए। मुख्यालय स्तर पर भी डीसीसीसी के माध्यम से कार्यों की नियमित मॉनीटरिंग की जाए, जिससे राष्ट्रीय स्वच्छ रैकिंग में प्रदेश के निकायों के स्तर में सुधार आये। निकायों के वाटर बाडीज, अमृत सरोवरों के जीर्णोद्धार, स्वच्छता, सुंदरता, हरियाली बढ़ाने तथा बुजुर्गो व बच्चों के लिए टैंक पाथ भी बनाने को कहा। इससे वाटर बाडीज को अतिक्रमण से भी मुक्ति मिलेगी और लोगों के लिए दो पल सकून के लिए आश्रय स्थल भी बनेगे।

उन्होंने कहा कि सभी निकायों में नियमित साफ सफाई, डोर टू डोर कूड़ा उठान, कूड़े का निस्तारण, गार्वेज मुक्ति व सोर्स सेग्रीगेसन के लिए प्रयास करेंगे। मैन पावर और मशीनों का बेहतर सदुपयोग हो। जिन निकायों में यूज्ड वाटर प्रोसेसिंग यूनिट कार्य कर रही, उसके प्रोसेस्ड पानी का विभिन्न रूपों में सदुपयोग भी किया जाए। बढ़ते प्रदूषण को नियंत्रित करने पर ध्यान दिया जाए।

नगर विकास मंत्री ने नगर आयुक्त प्रयागराज को महाकुंभ की तैयारियों में कहीं पर भी चूक न होने तथा सभी कार्य बेहतर तरीके से समयबद्ध रूप से कराने को कहा, जिससे कुम्भ के माध्यम से प्रयागराज की खूबसूरती पूरे देश व दुनिया में फैले। साथ ही स्वच्छ सर्वेक्षण में भी प्रयागराज नगर निगम की स्थिति में राष्ट्रीय स्तर की रैकिंग में सुधार देखने को मिले। बैठक में प्रमुख सचिव नगर विकास अमृत अभिजात, सचिव नगर विकास अजय कुमार शुक्ला, निदेशक स्थानीय निकाय अनुज कुमार झा, विशेष सचिव सुधाकर सिंह सहित शासन एवं मुख्यालय के अन्य अधिकारी उपस्थित थे तथा सभी निकायों के नगर आयुक्त एवं अधिशासी अधिकारी वर्चुअल प्रतिभाग किये।

हिन्दुस्थान समाचार / उपेन्द्र नाथ राय