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नई दिल्ली, 20 नवंबर (हि.स.)। संगीत की तरह सिनेमा में भी सीमाओं को पार करने और भावनाओं की सार्वभौमिक भाषा के माध्यम से आत्माओं को जोड़ने की अद्वितीय क्षमता है। इस परिवर्तनकारी कला के उत्सव में गोवा की जीवंत संस्कृति के बीच आयोजित 55वें भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई) की शुरुआत माइकल ग्रेसी द्वारा निर्देशित 'बेटर मैन' से हुई। यह फिल्म ब्रिटिश पॉप लीजेंड रॉबी विलियम्स के लचीलेपन, प्रसिद्धि और असाधारण जीवन को एक सिनेमाई श्रद्धांजलि है। फिल्म की स्क्रीनिंग से पहले फिल्म के कलाकार और क्रू ने आईएफएफआई रेड कार्पेट पर वॉक किया।
आईएफएफआई में भव्य उद्घाटनः फिल्म की स्क्रीनिंग से पहले, कलाकारों और क्रू ने रेड कार्पेट वॉक किया और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के सचिव संजय जाजू, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की संयुक्त सचिव वृंदा मनोहर देसाई, आईएफएफआई के महोत्सव निदेशक शेखर कपूर और एंटरटेनमेंट सोसाइटी ऑफ गोवा (ईएसजी) की उपाध्यक्ष डेलिला एम. लोबो ने फिल्म के निर्माता पॉल करी और अभिनेत्री रेचेल बन्नो को सम्मानित किया।
स्क्रीनिंग से पहले अपने संबोधन में पॉल करी ने कहा, यह फिल्म इस बारे में नहीं है कि दुनिया रॉबी को कैसे देखती है, बल्कि इस बारे में है कि रॉबी खुद को कैसे देखता है। उन्होंने इस प्रतिष्ठित मंच पर फिल्म को प्रस्तुत करने के लिए अपना उत्साह भी व्यक्त किया। रेचेल बन्नो ने साझा किया, आईएफएफआई मेरे लिए बहुत महत्व रखता है, और मैं इस फिल्म को आप सभी के सामने प्रस्तुत करने के लिए रोमांचित हूं। फिल्म के निर्देशक माइकल ग्रेसी ने वीडियो कॉल के माध्यम से जुड़ते हुए कहा कि बॉलीवुड सिनेमा का मेरे काम पर गहरा प्रभाव पड़ा है।
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय में सचिव संजय जाजू ने आईएफएफआई में फिल्म बाजार का उद्घाटन करते हुए रिकॉर्डतोड़ पंजीकरण (1500 से अधिक) और 10 से अधिक देश-विशिष्ट मंडपों की उपस्थिति पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, यह भावी फिल्म निर्माताओं को विकसित करने के लिए एक असाधारण मंच है। नए विचारों को प्रस्तुत करने से लेकर सौदे हासिल करने तक फिल्म बाजार उद्योग के सभी स्तरों पर सकारात्मक बातचीत को बढ़ावा देता है।
उन्होंने युवा प्रतिभाओं को बढ़ावा देने के लिए आईएफएफआई की प्रतिबद्धता के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा, “इस साल का क्रिएटिव माइंड्स ऑफ टुमॉरो (सीएमओटी) कार्यक्रम, जो फिल्म निर्माण में भारत की सबसे प्रतिभाशाली युवा प्रतिभाओं की खोज और पोषण के लिए एक प्रकाश स्तंभ है, में खासा विस्तार करते हुए इसमें 100 होनहार व्यक्तियों का स्वागत किया गया है।”
शेखर कपूर ने फिल्म बाजार को एक ऐसा दिलचस्प मंच बताया, जहां युवा फिल्म निर्माता अपने विचारों और रचनाओं को जुनून के साथ पेश करते हैं। प्रसिद्ध फिल्म निर्माता ने कहा, “फिल्म बाजार युवा फिल्म निर्माताओं की ऊर्जा से भरा हुआ है, जो अपने काम को बेहद जुनून के साथ करते हैं। मैं वास्तव में यहां आना चाहता हूं और उस जुनून को महसूस करना चाहता हूं।”
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के संयुक्त सचिव और एनएफडीसी के एमडी पृथुल कुमार ने ऑनलाइन फिल्म बाजार पहल की शुरुआत की घोषणा की। उन्होंने कहा कि यह अभिनव मंच वैश्विक खरीदारों और विक्रेताओं के लिए एक वर्चुअल हब के रूप में कार्य करता है, जहां वे जुड़ सकते हैं, विचारों का आदान-प्रदान कर सकते हैं और सिनेमा के व्यवसाय को आगे बढ़ा सकते हैं।
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की संयुक्त सचिव (फिल्म्स) वृंदा मनोहर देसाई ने सह-निर्माण बाजार के विवरण का अनावरण किया, जिसमें सात देशों की 21 फीचर फिल्में और 8 वेब सीरीज शामिल हैं। वितरण और वित्तपोषण की तलाश में लगे फिल्म निर्माताओं के लिए एक महत्वपूर्ण संसाधन, व्यूइंग रूम पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने बताया कि इस वर्ष 208 फिल्में देखने के लिए उपलब्ध होंगी, जिनमें फीचर, मध्यम लंबाई और लघु प्रारूप शामिल हैं।
इस कार्यक्रम में फिल्म बाजार के सलाहकार जेरोम पैलार्ड और भारत में ऑस्ट्रेलिया के उप उच्चायुक्त निकोलस मैककैफ्रे सहित कई विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।
दरअसल, फिल्म बाजार का आयोजन हर साल प्रतिष्ठित भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई) के साथ किया जाता है। इस साल फिल्म बाजार 20 से 24 नवंबर 2024 तक गोवा के मैरियट रिजॉर्ट में आयोजित किया जाएगा।
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हिन्दुस्थान समाचार / दधिबल यादव