श्रीलंका में संसदीय चुनाव के लिए मतदान जारी, पहला नतीजा रात 10 बजे तक संभव 
कोलंबो, 14 नवंबर (हि.स.)। श्रीलंका में आज संसद की 225 सीटों के लिए मतदान हो रहा है। अभी तक कहीं से भी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। एक करोड़ 70 लाख मतदाता कुल 8,888 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करेंगे। मतदान शाम चार बजे समाप्त होगा। संसद में जीत हा
श्रीलंका में आज सुबह महिला की वोटर आईडी की जांच करता पुलिसकर्मी।


कोलंबो, 14 नवंबर (हि.स.)। श्रीलंका में आज संसद की 225 सीटों के लिए मतदान हो रहा है। अभी तक कहीं से भी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। एक करोड़ 70 लाख मतदाता कुल 8,888 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करेंगे। मतदान शाम चार बजे समाप्त होगा। संसद में जीत हासिल करने के लिए किसी भी पार्टी को 113 सीटों की जरूरत होगी।

डेली मिरर के अनुसार, चुनाव का पहला नतीजा आज रात 10 बजे जारी किया जाएगा। देशभर के 13,314 मतदान केंद्रों पर सुबह 7 बजे से मतदान हो रहा है। सबसे पहले शाम 05 बजे डाक मतों की गिनती शुरू होगी। देश में अगस्त 2020 में संसदीय चुनाव हुए थे। इस लिहाज से नए चुनाव अगले साल होने थे। इस साल सितंबर में राष्ट्रपति चुनाव जीतने के बाद अनुरा कुमारा दिसानायके ने संसद को भंग कर दिया था। चुनाव विशेषज्ञों के अनुसार दिसानायके की पार्टी जनता विमुक्ति पेरामुना (जेवीपी) को चुनाव में जीत मिल सकती है। जेवीपी नेशनल पीपुल्स पावर (एनपीपी) गठबंधन का हिस्सा है।

कुछ दशकों से श्रीलंका की राजनीति पर छाए रहे राजपक्षे बंधुओं में से कोई भी इस बार चुनाव नहीं लड़ रहा है। दिसानायके ने कार्यकारी राष्ट्रपति की शक्तियों को कम करने का वादा किया है। मतदाता आनुपातिक प्रतिनिधित्व प्रणाली के तहत 22 निर्वाचन क्षेत्रों से संसद के लिए 196 सदस्यों का सीधे चुनाव होता है। बाकी 29 सीटें आनुपातिक वोट के मुताबिक बांटी जाती हैं। चुनाव में जिस पार्टी को जितने वोट मिलेंगे, उसके मुताबिक ही उसे 29 सीटों में हिस्सा मिलता है। एक मतदाता प्राथमिकता के आधार पर तीन उम्मीदवारों को वोट दे सकता है।

दिसानायके ने भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने और रानिल विक्रमसिंघे के दौर में आईएमएफ के साथ हुई डील में सुधार करने का भी वादा किया है। इस चुनाव में दिसानायके की पार्टी का मुकाबला पूर्व प्रधानमंत्री साजिथा प्रेमदासा की पार्टी एसजेबी, पूर्व राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे की यूनाइटेड नेशनल पार्टी, न्यू डेमोक्रेटिक फ्रंट और राजपक्षे परिवार की श्रीलंका पोदुजना पेरामुना पार्टी से हो रहा है। विक्रमसिंघे का कहना है कि उन्होंने देश को दिवालिया होने के बाद उबारा है।

श्रीलंका 2022 में समय पर कर्ज न चुका पाने की वजह से दिवालिया हो गया था। इसके बाद देश विरोधी प्रदर्शन शुरू हो गए थे। इसके बाद तत्कालीन राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे को देश छोड़कर भागना पड़ा था। इसके बाद रानिल विक्रमसिंघे ने देश की कमान संभाली थी। संसदीय चुनाव का अंतिम नतीजा आने में दो दिन का समय लग सकता है। इस बीच कोबीगेन में पनामा मुस्लिम महाविद्यालय के मतदान केंद्र से चुनाव अधिकारी एएम अजीम (57) की शौचालय के अंदर मौत हो गई। आज सुबह उनका शव बरामद किया गया। अजीम मावाथागामा क्षेत्र के कृषि अनुसंधान और उत्पादन सहायक थे। उनकी मतगणना केंद्र में चुनाव अधिकारी के रूप में ड्यूटी लगाई गई थी।

-----------

हिन्दुस्थान समाचार / मुकुंद