महेश्वर में लोकमाता अहिल्या बाई की 300वीं जन्म जयंती पर शुक्रवार से शुरू होगा तीन दिवसीय निमाड़ उत्सव
- 17 नवंबर तक सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ होगी खेल गतिविधियां इंदौर, 14 नवंबर (हि.स.)। मध्य प्रदेश का ऐतिहासिक एवं गौरवशाली प्रसिद्ध पर्यटन स्थल महेश्वर में लोकमाता अहिल्या बाई की 300वीं जन्म जयंती पर कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर शुक्रवार, 15 नवम्ब
महेश्वर में लोकमाता अहिल्या बाई की 300वीं जन्म जयंती पर शुक्रवार से शुरू होगा तीन दिवसीय निमाड़ उत्सव


- 17 नवंबर तक सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ होगी खेल गतिविधियां

इंदौर, 14 नवंबर (हि.स.)। मध्य प्रदेश का ऐतिहासिक एवं गौरवशाली प्रसिद्ध पर्यटन स्थल महेश्वर में लोकमाता अहिल्या बाई की 300वीं जन्म जयंती पर कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर शुक्रवार, 15 नवम्बर से तीन दिवसीय निमाड़ उत्सव का आयोजन किया जा रहा है। आयोजन को भव्य बनाने एवं इसमें अधिक से अधिक लोगों की सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक तैयारियां पूरी हो गई है।

जनसम्पर्क अधिकारी महिपाल अजय ने गुरुवार को बताया कि तीन दिवसीय निमाड़ उत्सव के दौरान प्रतिदिन सांय 07 बजे से सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। प्रतिदिन प्रातः 8:30 बजे से नर्मदा रिसोर्ट सभागार में संगोष्ठी का आयोजन होगा। तीन दिवसीय निमाड़ उत्सव का शुभारंभ 15 नवंबर को उज्जैन के दिनेश शर्मा एवं सुप्रसिद्ध पार्श्व गायक सुदेश भोसले द्वारा मां नर्मदा की सांगीतिक आरती के साथ होगा। इस दौरान सांयकाल में सुगम संगीत की प्रस्तुति मुम्बई के सुप्रसिद्ध पार्श्व गायक सुदेश भोसले एवं उनकी साथियों द्वारा दी जाएगी।

दूसरे दिन 16 नवंबर को सायं 7 बजे निमाड़ गायन अंतर्गत लोककण्ठ की प्रस्तुति मनीषा शास्त्री, राखी बांके, सोनाली ढाकसे, विकास शुक्ला एवं साथी कलाकारों द्वारा दी जाएगी। गणगौर नृत्य की प्रस्तुति खण्डवा की साधना उपाध्याय एवं साथियों द्वारा, बैगा जनजाति के करमा नृत्य की प्रस्तुति डिण्डोरी के दयाराम एवं साथियों द्वारा, छाऊ नृत्य की प्रस्तुति रांची की सृष्टिघर महतो एवं साथी कलाकारों द्वारा, भांगड़ा और मलवाई गिद्दा नृत्य की प्रस्तुति पटियाला के मनेन्द्र सिंह एवं साथी कलाकारों द्वारा और गोटीपुआ नृत्य की प्रस्तुति उड़ीसा की चन्द्रमणि प्रधान व साथी कलाकारों द्वारा दी जाएगी।

इसी प्रकार 17 नवंबर को काठी नृत्य की प्रस्तुति हरसूद के रामदास साकल्ले एवं साथियों द्वारा, गुटुमबाजा नृत्य की प्रस्तुति डिण्डोरी के लेखपाल धुर्वे एवं साथियों द्वारा दी जाएगी। इसके बाद मेरठ के हरिओम पंवार, इंदौर के मुकेश भोलवा, दिल्ली के शंभु शिखर, इंदौर के श्याम सुंदर पलोड, खण्डवा के डॉ. श्रीराम परिहार, महेश्वर के विजेय शितांशु, हरिश दुबे, विष्णु फागना, गोगावां के जगदीश जोशिला, पंधाना के विरेन्द्र चौरे, सनावद के दीपक पगारे, खरगोन के नरेन्द्र जोशी, खलघाट के विजय शर्मा द्वारा काव्यपाठ किया जाएगा।

निमाड़ उत्सव के दौरान होगी विभिन्न खेल प्रतियोगिताएं

तीन दिनी निमाड़ उत्सव के दौरान विभिन्न प्रकार की खेल गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा इसमें 15 नवंबर को प्रातः 8 बजे से उत्कृष्ट विद्यालय महेश्वर से अहिल्या घाट तक रैली का निकलेगी। इसके साथ ही प्रातः 9 बजे उत्कृष्ट विद्यालय महेश्वर में बालक वर्ग के लिए कबड्डी प्रतियोगिता, दोपहर 3 बजे से देवी अहिल्या घाट पर नौका सज्जा प्रतियोगिता, सायं 6 बजे से महिलाओं के लिए आत्मरक्षा का प्रदर्शन किया जाएगा। वहीं 16 नवंबर को प्रातः 10 बजे से उत्कृष्ट विद्यालय महेश्वर में बालक एवं बालिका वर्ग के लिए कुश्ती प्रतियोगिता एवं दोपहर 12 बजे से देवी अहिल्या घाट पर मेहंदी प्रतियोगिता होगी। तीसरे दिन 17 नवंबर को प्रातः 9 बजे से उत्कृष्ट विद्यालय महेश्वर में बालिका वर्ग के लिए कबड्डी एवं दोपहर 2 बजे से रांगोली प्रतियोगिता का आयोजन होगा।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर