भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर आधिकारिक यात्रा पर संयुक्त अरब अमीरात पहुंचे 
अबू धाबी, 14 नवंबर (हि.स.)। भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर आज आधिकारिक यात्रा पर संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) पहुंचे। भारत के राजदूत संजय सुधीर ने उनकी अगवानी की। इस यात्रा का मकसद दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करना है। जयशंकर ने यहां पह
दुबई स्थित भारतीय महावाणिज्य दूतावास ने एक्स हैंडल पर जयशंकर के संयुक्त अरब अमीरात पहुंचने की सचित्र जानकारी दी।


अबू धाबी, 14 नवंबर (हि.स.)। भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर आज आधिकारिक यात्रा पर संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) पहुंचे। भारत के राजदूत संजय सुधीर ने उनकी अगवानी की। इस यात्रा का मकसद दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करना है। जयशंकर ने यहां पहुंचने के कुछ देर बाद दुबई में सिम्बायोसिस इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी परिसर के शुभारंभ समारोह को संबोधित किया। इस कार्यक्रम का वीडियो जयशंकर ने एक्स हैंडल पर साझा किया है।

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि सिम्बायोसिस इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के दुबई कैंपस के उद्घाटन में मंत्री शेख नाहयान बिन मुबारक के साथ शामिल होकर बहुत खुशी हुई। उनसे इस बारे में बात की कि कैसे उभरता भारत अपनी शिक्षा प्रणाली का अंतरराष्ट्रीयकरण कर रहा है और वैश्विक कार्यस्थल के लिए तैयारी कर रहा है। मुझे विश्वास है कि आज के उद्घाटन से भारत और यूएई के बीच अधिक सहयोग और संबंध विकसित होंगे।

एस जयशंकर ने आज दुबई में सिम्बायोसिस इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के छात्रों के साथ वर्चुअल रूप से बातचीत की और इस पर अत्यंत खुशी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि विदेश नीति और वैश्विक व्यवस्था में भारत की प्रमुखता में उनकी रुचि देखकर खुशी हुई। उन्होंने बदलती दुनिया में भारतीय छात्रों के लिए अधिक अवसरों को भी रेखांकित किया।

दुबई स्थित भारतीय महावाणिज्य दूतावास ने एक्स पर जयशंकर की यात्रा का सचित्र ब्यौरा साझा किया। दूतावास ने एक्स पोस्ट में कहा, ''विदेशमंत्री एस. जयशंकर आधिकारिक यात्रा पर संयुक्त अरब अमीरात पहुंचे। हम अपने देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने और सहयोग बढ़ाने के लिए उत्सुक हैं।''

उल्लेखनीय है कि जयशंकर इससे पहले इस साल जून में संयुक्त अरब अमीरात की यात्रा पर गए थे। भारत और यूएई ने 1972 में राजनयिक संबंध स्थापित किए थे। यूएई ने उसी साल भारत में अपना दूतावास खोला। उसके अगले साल भारत ने यूएई में अपना दूतावास खोला।

दोनों देश ब्रिक्स, आई2यू2 (भारत-इजराइल-यूएई-यूएसए) और यूएई-फ्रांस-भारत (यूएफआई) त्रिपक्षीय आदि अंतरराष्ट्रीय मंचों का भी हिस्सा हैं। भारत की अध्यक्षता में आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन में यूएई को अतिथि देश के रूप में आमंत्रित किया गया था। भारत और यूएई के बीच पारंपरिक रूप से मजबूत द्विपक्षीय संबंधों को तब नई गति मिली जब भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2015 में यूएई का दौरा किया। यह 34 वर्ष में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली यात्रा थी। इसने दोनों देशों के बीच नई व्यापक और रणनीतिक साझेदारी की शुरुआत हुई। तब से प्रधानमंत्री मोदी पांच बार और यूएई का दौरा कर चुके हैं। संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद ने कई बार भारत की यात्रा की है। जनवरी 2024 में उन्होंने मुख्य अतिथि के रूप में 10वें वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट में हिस्सा लेने के लिए गुजरात (भारत) का दौरा किया।

इस साल इससे पहले विदेशमंत्री जयशंकर ने अपने यूएई समकक्ष शेख अब्दुल्ला बिन जायद अल नाहयान के साथ व्यापक रणनीतिक साझेदारी पर चर्चा करने के लिए बैठक की। इस दौरान जयशंकर ने अबू धाबी में 10वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस समारोह में भी हिस्सा लिया।

------------------

हिन्दुस्थान समाचार / मुकुंद